ऑफ द रिकार्ड: वोहरा की विदाई की टाइमिंग हैरानी वाली
punjabkesari.in Saturday, Sep 01, 2018 - 09:14 AM (IST)
नई दिल्ली: जम्मू-कश्मीर में 10 साल बिताने के बाद जब वोहरा ने राजभवन छोड़ा तो वह खुश नहीं थे। हालांकि एन.एन. वोहरा की नियुक्ति 2008 में मनमोहन सिंह ने की थी। बावजूद इसके मोदी ने उन्हें हटाया नहीं। वोहरा को अपनी विदाई का अहसास पहले ही हो गया था। पिछले 2 महीनों में राजभवन, केंद्र और सेना के बीच विवाद काफी बढ़ गया था।
राजभवन के अधिकारियों का कहना है कि पिछले 10 सालों में वोहरा और सेना के बीच निर्दोष लोगों के मारे जाने के मुद्दे पर पहले कोई मतभेद रहा हो लेकिन हाल ही में उन्होंने इस विषय पर उन्होंने सेना के खिलाफ आवाज उठानी शुरू कर दी थी। वोहरा धारा 35 ए को हटाने के खिलाफ थे। इसी बात से मोदी नाराज हो गए और उन्होंने वोहरा को बिना कोई समय दिए उनकी जगह मलिक को भेज दिया ताकि वह कोई गड़बड़ी न कर सकें।
गृह मंत्रालय ने उन्हें फोन से जानकारी दी कि उनके उत्तराधिकारी को तय कर लिया गया है। इसके बाद उन्होंने सत्यपाल मलिक के आने तक का इंतजार नहीं किया। उन्होंने सुबह ही जाने का फैसला कर लिया जबकि मलिक दोपहर को आए। इस प्रकार मलिक के शपथ ग्रहण समारोह में भी वोहरा ने शिरकत नहीं की।