जयशंकर की यात्रा से भारत-जर्मनी रणनीतिक साझेदारी को नयी गति मिली: विदेश मंत्रालय
punjabkesari.in Sunday, May 25, 2025 - 12:20 AM (IST)

नेशनल डेस्क: विदेश मंत्री एस जयशंकर ने यहां अपने जर्मन समकक्ष जोहान वेडफुल के साथ द्विपक्षीय सहयोग पर व्यापक चर्चा की और दोनों पक्षों ने रक्षा और कृत्रिम मेधा (एआई) समेत प्रमुख रणनीतिक क्षेत्रों में सहयोग को और बढ़ाने के लिए अपनी साझा प्रतिबद्धता की पुष्टि की। विदेश मंत्रालय ने यहां एक बयान में कहा कि विदेश मंत्री जयशंकर 22-24 मई तक जर्मनी की यात्रा पर रहे। जर्मनी में नयी सरकार के गठन के एक महीने के भीतर उनकी यह यात्रा दोनों पक्षों द्वारा द्विपक्षीय संबंधों को दी जाने वाली ‘‘उच्च प्राथमिकता'' को दर्शाती है। मंत्रालय ने कहा कि जयशंकर की जर्मनी यात्रा ऐसे समय में हुई है जब दोनों देश रणनीतिक साझेदारी के 25 वर्ष पूरे होने का जश्न मना रहे हैं।
बयान में कहा गया है, ‘‘इससे जर्मनी की नवगठित सरकार के साथ नए सिरे से जुड़ाव हुआ, भारत-जर्मनी रणनीतिक साझेदारी में नयी गति आई और भारत और जर्मनी के बीच राजनीतिक, आर्थिक, तकनीकी और लोगों के बीच संबंधों को और मजबूत करने के लिए दोनों पक्षों की प्रतिबद्धता की पुष्टि हुई। जर्मनी भारत-यूरोपीय संघ संबंधों को आगे बढ़ाने का एक मजबूत समर्थक है, जिसमें एफटीए (मुक्त व्यापार समझौता) को शीघ्रता से पूरा करना भी शामिल है।''
यात्रा के दौरान, जयशंकर ने चांसलर फ्रेडरिक मर्ज से मुलाकात की, अपने समकक्ष के साथ व्यापक वार्ता की और संघीय आर्थिक मामलों और ऊर्जा मंत्री कैथरीना रीचे तथा संघीय चांसलर के विदेश और सुरक्षा नीति सलाहकार जी. साउटर से मुलाकात की। उन्होंने जर्मन संसद के सदस्यों, विदेश एवं सुरक्षा नीति विशेषज्ञों तथा भारतीय समुदाय के सदस्यों के साथ भी विचार-विमर्श किया। चांसलर मर्ज के साथ अपनी बैठक में विदेश मंत्री ने जर्मनी की नयी संघीय सरकार को प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की ओर से हार्दिक बधाई और शुभकामनाएं दीं।
विदेश मंत्रालय ने कहा, ‘‘चांसलर मर्ज ने विविध क्षेत्रों में तेजी से बहुआयामी भारत-जर्मनी रणनीतिक साझेदारी को और गहरा करने के लिए मजबूत समर्थन व्यक्त किया। विदेश मंत्री ने आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई में भारत के प्रति जर्मन सरकार की एकजुटता और समर्थन की अभिव्यक्ति के लिए भारत की सराहना भी व्यक्त की।'' विदेश मंत्री ने जर्मनी के विदेश मंत्री वेडफुल के साथ द्विपक्षीय सहयोग के पूर्ण आयाम पर व्यापक चर्चा की। मंत्रालय ने कहा, ‘‘दोनों पक्षों ने रक्षा, डिजिटल प्रौद्योगिकी, एआई, हरित और सतत विकास समेत प्रमुख रणनीतिक क्षेत्रों में सहयोग को और बढ़ाने के लिए अपनी साझा प्रतिबद्धता की भी पुष्टि की।''