विदेश मंत्री जयशंकर ने चीनी समकक्ष से सीमा क्षेत्रों में शांति बहाली को लेकर की चर्चा

punjabkesari.in Saturday, Mar 04, 2023 - 12:39 PM (IST)

 

इंटरनेशनल डेस्कः भारत-चीन के बीच सीमा मुद्धों को लेकर तनाव अब वैश्विक मंचों पर भी दिखने लगा है।  भारत कई बार इस मामले में  चीन को आईना भी दिखा चुका है लेकिन उसके तेवर जस के तस बने हुए हैं। इस बीच गुरुवार को विदेश मंत्री डॉ एस जयशंकर और चीन के विदेश मंत्री किन गैंग के बीच दिल्ली में G20 विदेश मंत्रियों की बैठक के मौके पर द्विपक्षीय वार्ता की। विदेश मंत्री जयशंकर ने  ट्वीट करके बताया कि इस मुलाकात के दौरान दोनों नेताओं के बीच द्विपक्षीय संबंधों, विशेष रूप से सीमा क्षेत्रों में शांति बहाली को लेकर चर्चा हुई। विदेश मंत्री एस जयशंकर ने ट्वीट किया "हमारी चर्चा द्विपक्षीय संबंधों, विशेष रूप से सीमा क्षेत्रों में शांति के लिए वर्तमान चुनौतियों को संबोधित करने पर केंद्रित थी। हमने जी20 एजेंडे के बारे में भी बात की।"

 

चीन को लेकर विदेश मंत्री ने कहा कि हमारे रिश्ते में वास्तविक समस्याएं हैं । इनके निपटान के लिए हमारे बीच बहुत खुलकर और स्पष्ट रूप से चर्चा करने की आवश्यकता है। चीनी समकक्ष से मुलाकात के बारे में उन्होंने कहा कि इस बैठक का फोकस हमारे द्विपक्षीय संबंधों और उसमें मौजूद चुनौतियों के साथ ही सीमावर्ती क्षेत्रों में शांति और अमन-चैन पर था।  जयशंकर ने कहा कि जी20 प्रेसीडेंसी द्वारा आयोजित जी20 विदेश मंत्रियों की यह सबसे बड़ी सभा थी। इसमें हमने सभी G20 देशों की भागीदारी देखी।

 

इस दौरान उन्होंने कहा कि  आने वाले समय में युद्धों और आतंकवाद को रोकने  के मामले में बहुपक्षवाद आज संकट में है। उन्होंने आगे कहा कि पीएम मोदी ने हमें इस बारे में सोचने की सलाह दी है कि "हमें क्या एकजुट करता है और क्या विभाजित करता है"। पीएम मोदी ने कहा कि ग्लोबल साउथ को आवाज देना महत्वपूर्ण है क्योंकि दुनिया इन देशों को वास्तव में अस्थिर ऋण और ग्लोबल वार्मिंग के मामले में पिछड़ते हुए देख रही थी।  उन्होंने आगे कहा कि पहली बार G20 के विदेश मंत्रियों ने नशीले पदार्थों के विषय पर चर्चा की। साथ ही इस संबंध में समावेशी और मजबूत अंतर्राष्ट्रीय सहयोग का आह्वान किया। उन्होंने आगे कहा कि G20 बैठक में रूस और यूक्रेन के मुद्दों की चुनौतियों पर भी चर्चा हुई। 

 

चीन के विदेश मंत्री ने  रखी अपनी राय
इस दौरान  चीन के विदेश मंत्री किन गांग ने भारतीय विदेश मंत्री एस. जयशंकर से कहा है कि भारत और चीन को द्विपक्षीय संबंधों में सीमा मुद्दे को “उचित स्थान” पर रखना चाहिए और अपनी सीमाओं पर स्थिति सामान्य बनाने के लिए यथाशीघ्र मिलकर काम करना चाहिए। विदेश मंत्रालय ने शुक्रवार को यहां यह जानकारी दी। किन ने नयी दिल्ली में आयोजित जी20 विदेश मंत्रियों की बैठक से इतर  जयशंकर से हुई व्यक्तिगत मुलाकात के दौरान पूर्वी लद्दाख में 34 महीने से अधिक समय से जारी सीमा विवाद के बीच यह बात कही है। किन को दिसंबर में वांग यी की जगह चीन का विदेश मंत्री बनाया गया था। भारत कहता रहा है कि जब तक सीमावर्ती इलाकों में शांति कायम नहीं होती तब तक चीन से उसके संबंध सामान्य नहीं हो सकते।  

 

चीन की सरकारी समाचार एजेंसी ‘शिन्हुआ' ने विदेश मंत्रालय की ओर से जारी आधिकारिक विज्ञप्ति के हवाले से कहा, “किन ने जयशंकर से कहा कि दोनों पक्षों को दोनों देशों के नेताओं के बीच बनी महत्वपूर्ण सहमति को लागू करना, संवाद बनाए रखना, विवादों को सही ढंग से सुलझाना, और द्विपक्षीय संबंधों में सुधार को बढ़ावा देना व लगातार मजबूत बनाना चाहिए।” किन ने कहा, " द्विपक्षीय संबंधों में सीमा मुद्दे को उचित स्थान पर रखा जाना चाहिए।" उन्होंने कहा कि जितनी जल्दी हो सके, सीमाओं पर स्थिति को सामान्य बनाना चाहिए।  


सबसे ज्यादा पढ़े गए

Content Writer

Tanuja

Recommended News

Related News