लटक रहा था मोबाइल चार्जर, पिन मुंह में लेते ही बच्चे की हुई मौत

punjabkesari.in Tuesday, May 21, 2019 - 11:56 AM (IST)

नई दिल्ली: जहांगीराबाद में एक अढ़ाई साल के मासूम की मोबाइल चार्जर की पिन मुंह में डालने के कारण मौत हो गई। मोबाइल चार्जर का स्विच ऑन रहने के कारण चार्जर की पिन में करंट उतर आया, जिससे मासूम की मौत हो गई। 

रास्ते में ही बच्चे ने तोड़ दिया दम
जहांगीराबाद नगर के मोहल्ला लोधान निवासी अहमद हुसैन की पुत्री रजिया का अढ़ाई वर्षीय पुत्र सहवर उस समय करंट की चपेट में आ गया, जब उसने मोबाइल चार्जर की पिन मुंह में ले ली। चार्जर प्लग में लगा था। परिजन उसे निजी चिकित्सक के पास ले जा रहे थे कि रास्ते में ही उसने दम तोड़ दिया।

क्यों होते हैं हादसे

  • मोबाइल और चार्जर फटने की सबसे अधिक घटनाएं चाॄजग के समय मोबाइल इस्तेमाल करने के दौरान होती हैं।
  • विशेषज्ञों का कहना है कि चाॄजग के समय मोबाइल के मदरबोर्ड पर दबाव बढ़ जाता है। इस दौरान जब हम फोन पर बात करते हैं या गेम खेलने जैसी गतिविधि करते हैं तो इस पर दबाव कई गुना बढ़ जाता है और बैटरी के फटने जैसी घटनाएं होती हैं। यही स्थिति चार्जर के साथ भी होती है।
  • कुछ स्मार्टफोन में बग, मालवेयर भी मिले हैं, जिनकी वजह से भी मदरबोर्ड पर चाॄजग के समय अतिरिक्त दबाव बनने से वह फट जाता है।
  • सस्ते मोबाइल न खरीदें क्योंकि इनके मदरबोर्ड, चार्जर और अन्य पार्ट्स अच्छी गुणवत्ता वाले नहीं होते हैं। सही तरह से काम नहीं करने से इनकी बैटरी या चार्जर के फटने का खतरा रहता है।
  • मोबाइल चार्जर की तार कटने या चार्जर की खराब गुणवत्ता के कारण उससे करंट लग सकता है।
     

ये सावधानियां बरतें
बच्चों को दूर रखें
अगर आप अपना मोबाइल चार्ज कर रहे हैं तो बच्चों को उससे दूर रखें क्योंकि चार्ज करते समय खराब गुणवत्ता वाले चार्जर या मोबाइल से उन्हें करंट भी लग सकता है।

सर्विस सैंटर पर ले जाएं
हमेशा अच्छी कम्पनियों के ही मोबाइल या चार्जर खरीदें। साथ ही मोबाइल खराब होने पर उसे कम्पनी के सॢवस सैंटर पर ही ले जाएं ताकि उसमें अच्छे पार्ट्स लगाए जाएं।

अच्छी कम्पनी का चार्जर ही इस्तेमाल करें
ऐसा हमेशा होता है कि हमें जो चार्जर मिलता है, हम उसी से मोबाइल चार्ज कर लेते हैं लेकिन यह गलत है। विशेषज्ञों का कहना है कि फोन को हमेशा उसी चार्जर से चार्ज करना चाहिए, जिस कम्पनी का फोन हो।

प्लग में ठीक से लगा है या नहीं
चार्जर लेते समय सबसे पहले यह जांच लें कि उसकी पिन ठीक है या नहीं। क्या वह आसानी से इलैक्ट्रिक प्लग में जा रहा है या नहीं?

जरूरत से ज्यादा चार्ज न करें
फोन को जरूरत से ज्यादा चार्ज न करें। निश्चित समय के लिए ही मोबाइल को चार्ज पर लगाएं।

फोन को धूप में न रखें
हीट लिथियम इयोन बैटरी का दुश्मन होती है। लिथियम इयोन का इस्तेमाल फोन में किया जाता है। ज्यादा हीट का प्रभाव पडऩे पर बैटरी फटने की संभावना रहती है।


 


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Anil dev

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