इजराइल-फिलीस्तीन War Live: अमेरिकी हथियारों की पहली खेप पहुंची इजरायल, अंधेरे में डूबा गाजा ! बिजली संयंत्र में ईंधन खत्म

punjabkesari.in Wednesday, Oct 11, 2023 - 06:01 PM (IST)

इंटरनेशनल डेस्कः  इजरायल और फिलीस्तीनी चरमपंथी समूह हमास के बीच लगातार चौथे दिन भी भीषण युद्ध जारी है। इजराइल के मुताबिक हमलों में अब तक दोनों तरफ से युद्ध में मरने वालों की संख्या 3000 से अधिक हो गई है और सैकड़ों  लोग घायल हो गए हैं। इजरायल ने गाजा को चारों ओर से घेरने का आदेश दिया है। गाजा में हर तरह की सप्‍लाई को रोका जा रहा है। गाजा में शासन करने वाले चरमपंथी समूह हमास द्वारा शनिवार को इजराइल पर अचानक  भीषण हमलों के बाद दशकों में पहली बार जंग सड़कों पर आ गई।  जानते हैं जंग के ताजा हालात...

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LIve Update:

  •  इजराइल ने मंगलवार को कहा कि उसने गाजा सीमा क्षेत्रों को हमास के आतंकवादियों से वापस ले लिया है। इजराइली सरकार ने कहा कि हमास के हमलों का मुंहतोड़ जवाब दिया है. गाजा के कुछ हिस्सों को ध्वस्त कर दिया है और अपने नियंत्रण में ले लिया है। गाजा के ऊर्जा मंत्रालय ने कहा कि उसके एकमात्र बिजली संयंत्र में ईंधन खत्म होने और  इज़राइल की नाकेबंदी की वजह से संयंत्र बंद होने से गाजा अंधेरे में डूब गया है।
     
  • इससे पहले  गाजा के बिजली प्राधिकरण ने चेतावनी जारी की थी कि इजराइल के आपूर्ति ठप करने के बाद उसके इकलौते बिजली संयंत्र में ईंधन समाप्त हो जाएगा, जिससे गाजा में बिजली की आपूर्ति बंद हो जाएगी। इजराइल ने कहा है कि हमास ने सप्ताहांत में जो कहर बरपाया है उसका बदला लेने के लिए वह क्षेत्र की बिजली काट देगा। गाजा के लिए सभी रास्ते बंद हैं, जिससे बिजली संयंत्र के लिए ईंधन या जेनरेटर ला पाना असंभव है। बिजली प्राधिकरण ने बुधवार को कहा कि दोपहर तक बिजली संयंत्र बंद हो जाएगा।
     
  •  हमास के साथ युद्ध में इजराइल को मजबूती प्रदान करने के लिए आधुनिक अमेरिकी हथियारों और उपकरणों की पहली खेप यहां पहुंच चुकी है। इजराइल के रक्षा मंत्रालय ने बुधवार को यह जानकारी दी। इजराइल के रक्षा मंत्रालय द्वारा जारी वीडियो और तस्वीरों में एक मालवाहक विमान को उतरते हुए देखा जा सकता है जिससे उपकरणों की पहली खेप लाई गयी। इसे संयुक्त अभियान के तहत इजराइल में लाया गया है। रक्षा मंत्रालय के उत्पादन और खरीद निदेशालय, अमेरिकी खरीद मिशन, और इजराइल के रक्षा मंत्रालय के तहत अंतरराष्ट्रीय परिवहन इकाई ने इस अभियान में मालवाहक विमान से उपकरण लाने पर नजर रखी जिससे अमेरिका से हथियारों की सीधी आपूर्ति हो सकी।
     
  • रॉकेट सैल्वो को अब दक्षिणी लेबनान से उत्तरी फ़िलिस्तीन की ओर लॉन्च किया जा रहा है। हिजबुल्लाह ने लेबनानी सेना और अंतर्राष्ट्रीय यूएनआईएफआईएल बलों को सीमा पर सभी साइटों को तुरंत खाली करने के लिए कहा है।अल-कुद्स ब्रिगेड के कहा कि हमने मिसाइल हमले से सेडरोट पर बमबारी की। हिजबुल्लाह ने लेबनानी-इजरायल सीमा पर रूसी कोर्नेट मिसाइलों से दो इजरायली सेना के बख्तरबंद कर्मियों के वाहक को नष्ट कर दिया।

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  • जंग के कारण लोग भूख-प्यास से बेहाल हैं। सप्लाई चेन ठप से होने आने वाले दिनों में खाने की किल्लत का सामना करना पड़ सकता है।  इजरायल का कहना है कि  युद्ध तभी खत्म होगा, जब हमास का आखिरी आतंकी नहीं मारा जाता है। इस बीच, ईरान के शीर्ष अधिकारी अयातुल्ला अली खामेनेई ने स्पष्ट किया कि तेहरान, हमास के हमले में शामिल नहीं था, हालांकि उन्होंने इजराइल को नुकसान पहुंचाने वालों के प्रति समर्थन व्यक्त किया। 
     
  • इजरायल का आरोप है कि हमास के आतंकियों ने 40 बच्चों को मार डाला। इसके लिए उन्होंने इन बच्चों के गले काटे।   इजरायल में 1500 हमास आतंकियों के शव मिले हैं। इजरायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्‍याहू ने हमास को उसी की भाषा में जवाब देने का ऐलान किया है। इस बीच हमास ने धमकी दी है कि अगर इजरायल ने आम नागरिकों पर हमला जारी रखा तो इजरायली बंधकों को फांसी पर चढ़ा देगा। हमास के कब्‍जे में 100 के आसपास इजरायली बंधक हैं।  
     
  • इजराइली मीडिया के मुताबिक हमास और अन्य चरमपंथी समूहों ने गाजा में 150 से ज्यादा सैनिकों व आम लोगों बंधक बना लिया है। संघर्ष और बढ़ने की आशंका   के चलते इजराइल ने आरक्षित सैनिकों की संख्या मंगलवार को बढ़ाकर 3.60 लाख कर दी है। इजराइल-हमास युद्ध में मरने वालों  का आंकड़ा  3000 पार कर गया है। फिलिस्तीन की तुलना में इजराइल में अधिक मौतें हुई हैं। 
     
  • हमास ने इजरायल के शहर अश्कलोन पर रॉकेट से हमला कर दिया है। इससे पहले, आतंकवादी समूह ने नागरिकों को कुछ घंटों के भीतर अश्कलोन से चले जाने की चेतावनी दी थी। द गार्जियन की रिपोर्ट के अनुसार, अश्कलोन गाजा से लगभग 15 किमी दूर है। हमास के सशस्त्र विंग के प्रवक्ता अबू उबैदा ने इजरायल के अश्कलोन बंदरगाह के निवासियों को बिना कोई अधिक जानकारी दिए स्थानीय समय शाम 5 बजे तक क्षेत्र छोड़ने के लिए कहा था। 
     
  •  प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी समेत कई वैश्विक नेताओं ने इजरायल को समर्थन दिया और वहां के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू से बात की. पीएम मोदी ने फोन पर कहा, भारत आतंकवाद के सभी रूपों की निंदा करता है।
     
  • भारतीय अमेरिकियों ने फिलीस्तीनी आतंकवादी समूह हमास के हमले के बाद इजराइल के प्रति एकजुटता दिखाते हुए शिकागो में शांतिपूर्ण रैली निकाली। भारतीय अमेरिकी समुदाय ने एक बयान में कहा, ‘‘आतंकवाद केवल इजराइल का मुद्दा नहीं है, यह मानवता के सम्मुख एक बड़ा मुद्दा है। इससे पहले कि, बहुत देर हो जाए, इसे रोका जाना चाहिए।'' इस रैली के दौरान प्रदर्शनकारियों ने भारत, अमेरिका और इजराइल के झंडे लहराए। 
     
  •  इजराइली सेना ने कहा कि वह सीरिया की ओर से की गई गोलाबारी के जवाब में तोपों से गोले दागने के साथ ही मोर्टार भी दाग रही है। इजराइली सेना ने मंगलवार को कहा कि सीरिया से गोले दागे गए और ऐसा प्रतीत होता है कि गोले एक खुले क्षेत्र में गिरे हैं। उसने कहा कि यह गोलाबारी ऐसे समय में सामने आयी है जब इजराइल हमास के हमले के जवाब में गाजा में हमले कर रहा है और लेबनानी हिजबुल्ला के साथ गोलीबारी जारी है। सीरिया की ओर से इस बारे में तत्काल कोई टिप्पणी नहीं आई है। यों के लिए संयुक्त राष्ट्र एजेंसी द्वारा संचालित स्कूलों में आश्रय ले रहे हैं।  
     

अमेरिका ने ईरान को किया आगाह
 जैसे-जैसे युद्ध बढ़ता जा रहा है, इजरायली सेना का जमीनी आक्रमण तेज होता जा रहा है। इजरायल को अमेरिका का भी साथ मिला है। अमेरिका ने खतरनाक हथियारों की खेप भेजी है।इस बीच अमेरिका ने ईरान का आगाह किया है कि वह हमास और इजरायल के युद्ध से दूर रहे। अमेरिका ने मंगलवार को कहा कि इजराइल पर हमास के हाल के आतंकवादी हमले में ईरान की भूमिका के बारे में कोई विशेष सूचना नहीं मिली है लेकिन आतंकवादी समूह की सैन्य शाखा के लिए वित्त पोषण में ‘‘व्यापक तौर'' पर उसकी मिलीभगत है।

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अमेरिका के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार (एनएसए) जैक सुलिवान ने मंगलवार को पत्रकारों से कहा, ‘‘हमने शुरुआत से कहा है कि ईरान की व्यापक तौर पर इस हमले में मिलीभगत है क्योंकि उन्होंने हमास की सैन्य शाखा को भारी-भरकम वित्त पोषण दिया है। उन्होंने प्रशिक्षण मुहैया कराया। उन्होंने (ईरान) उन्हें हमला करने की क्षमताएं मुहैया करायी। उन्होंने सहयोग दिया और वे वर्षों से हमास के साथ संपर्क में हैं।'' उन्होंने कहा, ‘‘इन सभी चीजों ने उस घटना में भूमिका निभायी है जो हमने देखी है। अभी इस सवाल पर कि क्या ईरान को इस हमले के बारे में पहले से पता था या उसने योजना बनाने में मदद की या इस हमले का निर्देश दिया, तो अभी हमारे पास ऐसी कोई सूचना नहीं है।


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Content Writer

Tanuja

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