अनंतनाग एनकाउंटर : मारा गया तीसरा आतंकी था ISIS का , सुरक्षा एजेंसियों के कान खड़े

punjabkesari.in Thursday, Mar 15, 2018 - 04:07 PM (IST)

श्रीनगर : दक्षिण कश्मीर में अनंतनाग जिला के हाकूरा गांव में मारे गए आईएसआईएस से संबधित अब जार उर्फ  अबु जरार की नागरिकता को लेकर बने भ्रम को तेलंगाना पुलिस ने दूर करते हुए बताया कि वह हैदराबाद के पास स्थित मानगुरु इलाके का रहने वाला था। राज्य पुलिस महानिदेशक डा एसपी वैद ने भी ट्वीट कर इस तथ्य की पुष्टि की है। हालांकि कश्मीर में आतंकी हिंसा में भाग लेते हुए दक्षिण भारत से संबधित कई आतंकी पहले भी मारे जा चुके हैं। लेकिन अल-कायदा या आईएसआईएस से संबधित किसी दक्षिण भारतीय आतंकी के कश्मीर में मारे जाने का यह पहला मामला है।


पिछले दिनों दक्षिण कश्मीर के अनंतनाग में एक एनकाउंटर हुआ था और इस एनकाउंटर में तीन आतंकवादी मारे गए थे, जिसमें से एक आतंकी हैदराबाद का रहने वाला था। एनकाउंटर में मारे गए दो आतंकियों की पहचान हो गई थी लेकिन तीसरे आतंकी की पहचान नहीं हो पाई थी। इस नए खुलासे के बाद सुरक्षा एजेंसियों के कान खड़े हो गए हैं क्योंकि इस आतंकी का संबंध अल-कायदा से जुड़े संगठन अंसार गजवात उल हिंद से है और संगठन ने खुद रिलीज जारी करके इसकी जिम्मेदारी ली है। 

जाकिर मूसा का है संगठन
संगठन की ओर से की गई पुष्टि अंसार गजवात उल हिंद जाकिर मूसा का संगठन है और इसकी मीडिया विंग अल नसीर की ओर से एक बुलेटिन जारी किया गया है। इस बुलेटिन में कहा गया है कि अनंतनाग के हाकुरा में मारा गया तीसरा आतंकवादी मोहम्मद तौफीक है और यह हैदराबाद का रहने वाला है। जो दो आतंकी एनकाउंटर में मारे गए थे उसमें से एक मोहम्मद ईसा फाजिल श्रीनगर का रहने वाला था तो दूसरा सैयद आवैसी अनंतनाग का ही निवासी था। 


आईएस ने ली जिम्मेदारी
रविवार को दक्षिण कश्मीर के अनंतनाग में जिले में सेना और सुरक्षा बलों ने कॉर्डन एंड सर्च ऑपरेशन जारी किया था। इसी दौरान आतंकियों और सेना में मुठभेड़ शुरू हो गई थी। अंसार गजवात उल हिंद ने एक कैप्शन के साथ फोटोग्राफ पोस्ट की है। कैप्शन में लिखा है, तौफ ीक कश्मीर के लिए अपनी जान देने वाला पहला मुजाहिद है। उसका जेहाद सुल्तान जाबुल अल हिंदी और अबु जार अल हिंदी के नाम पर था।
जनवरी 2017 में पहुंचा कश्मीर  संगठन की ओर से बताया गया है कि तौफीक ने जनवरी 2017 में जेहाद के लिए अपना मिशन शुरू किया था। वह हैदराबाद से कश्मीर आया था और उसे संगठन में सबसे पहले भर्ती किया गया था। सोमवार को आईएसआईएस की ओर से टेलीग्राम पर कहा गया था कि वह अनंतनाग में मारे गए तीनों आतंकियों ईसा फाजिल उर्फ अबु याहया, सैयद आवैसी शफी उर्फ अबु बारा अल कश्मीर और सुल्तान अल हैदराबादी उफ  अबु जार अल हिंदी की जिम्मेदारी लेता है। 

पुलिस अब भी असमंजस में
जम्मू-कश्मीर पुलिस की ओर से हालांकि इस दावे को नकार दिया गया था। पुलिस की ओर से कहा गया था कि अभी इस बारे में कुछ भी ठीक-ठीक नहीं कहा जा सकता है। अनंतनाग के एस.एस.पी. अल्ताफ  अहमद खान की ओर से कहा गया है कि इस बारे में कुछ भी कहना अभी जल्दबाजी होगी। गृह मंत्रालय के सूत्रों और हैदराबाद पुलिस की ओर से कहा गया है तौफीक वही युवा हो सकता है जो खम्मम जिले से दो वर्षों पहले गायब हुआ था। 
सूत्रों के मुताबिक तौफीक की खूब काउंसलिंग हुई थी और इसके बाद भी वह गायब हो गया था। तौफीक के शव के लिए कोई दावेदार नहीं आया तो पुलिस ने उसे बारामूला के कब्रिस्तान में चुपचाप दफना दिया।
 


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