Gold ETF में निवेश में 6 गुना बढ़ोतरी, जनवरी में 3,751 करोड़ रुपये का शुद्ध निवेश
punjabkesari.in Wednesday, Feb 12, 2025 - 10:11 PM (IST)
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नेशनल डेस्क : इक्विटी बाजार में गिरावट और ग्लोबल अनिश्चितताओं के बीच, भारत में गोल्ड ईटीएफ (Gold Exchange Traded Fund) में इस साल जनवरी में रिकॉर्ड निवेश हुआ। यह लगातार नौवां महीना है जब गोल्ड ईटीएफ में शुद्ध निवेश (net inflow) दर्ज किया गया है। इससे पहले अप्रैल 2024 में गोल्ड ईटीएफ में निकासी (outflow) देखी गई थी।
एसोसिएशन ऑफ म्युचुअल फंड्स इन इंडिया (AMFI) के आंकड़ों के अनुसार, जनवरी 2025 में कुल 18 गोल्ड ईटीएफ में 3,751.42 करोड़ रुपये का शुद्ध निवेश हुआ। यह पिछले साल अक्टूबर में हुए निवेश से भी ज्यादा है। जनवरी 2024 के मुकाबले यह 471% ज्यादा है, जब गोल्ड ईटीएफ में केवल 657.46 करोड़ रुपये का शुद्ध निवेश हुआ था। दिसंबर 2024 के मुकाबले यह 486% की बढ़त है।
गोल्ड की कीमतों में तेजी और निवेश के बढ़ते रुझान के चलते जनवरी के अंत तक गोल्ड ईटीएफ का नेट एसेट अंडर मैनेजमेंट (AUM) रिकॉर्ड 51,839.39 करोड़ रुपये तक पहुंच गया। इससे पहले दिसंबर 2024 में यह 44,595.60 करोड़ रुपये था। जनवरी में गोल्ड की कीमतों में 8% की बढ़ोतरी हुई, जबकि इसी दौरान घरेलू इक्विटी बाजार जैसे सेंसेक्स और निफ्टी में गिरावट आई। मिडकैप और स्मॉलकैप इंडेक्स में तो 6% और 10% की बड़ी गिरावट रही।
विशेषज्ञों का कहना है कि इक्विटी में गिरावट और ग्लोबल अनिश्चितता के कारण निवेशक गोल्ड ईटीएफ में अपना पैसा लगा रहे हैं। साथ ही सॉवरेन गोल्ड बॉन्ड की नई सीरीज की लॉन्चिंग की संभावना नहीं होने और पिछले बजट में गोल्ड ईटीएफ से जुड़े टैक्स नियमों में बदलाव ने भी इसके आकर्षण को बढ़ाया है।
वैश्विक स्तर पर भी गोल्ड ईटीएफ को शानदार समर्थन मिला। जनवरी 2025 में वैश्विक गोल्ड ईटीएफ में 3 बिलियन डॉलर का निवेश हुआ और यूरोप में गोल्ड ईटीएफ का निवेश 3 साल के उच्चतम स्तर पर पहुंच गया। हालांकि, चीन में गोल्ड ईटीएफ से निवेशकों ने 399.1 मिलियन डॉलर का निकासी किया। भारत में गोल्ड ईटीएफ के प्रति बढ़ते आकर्षण का मुख्य कारण सोने में बेहतर रिटर्न की उम्मीद और पोर्टफोलियो डायवर्सिफिकेशन है।