''मोदी राज में 75% कम हुआ नॉर्थईस्ट का उग्रवाद और नक्सलवाद...'', राज्यसभा में बोले अमित शाह
punjabkesari.in Wednesday, Jul 30, 2025 - 10:56 PM (IST)

नेशनल डेस्कः संसद के मानसून सत्र के दौरान बुधवार को राज्यसभा में केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने विपक्ष पर तीखा हमला बोला और मोदी सरकार की आंतरिक सुरक्षा नीति की उपलब्धियां गिनाईं। ‘ऑपरेशन सिंदूर’ को लेकर चल रही बहस के दौरान शाह ने न केवल ऑपरेशन की सफलता का ब्योरा दिया, बल्कि नक्सलवाद, आतंकवाद, कश्मीर और उत्तर-पूर्व भारत में शांति व्यवस्था को लेकर उठाए गए कदमों को भी रेखांकित किया।
उत्तर-पूर्व और नक्सल प्रभावित इलाकों में 75% गिरावट: शाह
गृह मंत्री अमित शाह ने सदन में बताया कि 2014 के बाद से पूर्वोत्तर और नक्सल प्रभावित क्षेत्रों में उग्रवादी घटनाओं में 75% की कमी आई है। उन्होंने कहा कि यह गिरावट कोई संयोग नहीं, बल्कि सरकार की स्पष्ट रणनीति, स्थानीय लोगों के साथ संवाद, आर्थिक विकास, और सुरक्षा बलों की निर्णायक कार्रवाई का परिणाम है।
पूर्वोत्तर भारत में AFSPA (आर्म्ड फोर्सेस स्पेशल पावर्स एक्ट) को कई इलाकों से आंशिक रूप से हटाने का भी उल्लेख किया गया। उन्होंने बताया कि इससे स्थानीय लोगों में विश्वास बढ़ा है और राज्य सरकारों के साथ समन्वय बेहतर हुआ है।
नक्सलवाद पर निर्णायक प्रहार
शाह ने कहा कि नक्सल प्रभावित क्षेत्रों में अब पहले की तुलना में सुरक्षा बलों की पहुंच बढ़ी है, गांव-गांव में सड़क, बिजली और संचार जैसी बुनियादी सुविधाएं पहुंचाई गई हैं। उन्होंने दावा किया कि 200 से अधिक नक्सली आत्मसमर्पण कर चुके हैं, और कई राज्यों में माओवादियों की पकड़ पूरी तरह से खत्म हो चुकी है।
आतंकवाद पर कांग्रेस को घेरा, कहा – अब 'घुसकर मारते हैं'
शाह ने विपक्ष, विशेषकर कांग्रेस पर निशाना साधते हुए कहा कि “आपके समय में हर साल बम धमाके होते थे, अब मोदी सरकार घर में घुसकर जवाब देती है।” उन्होंने कहा कि 2004 से 2014 तक जयपुर, अहमदाबाद, हैदराबाद, मुंबई, दिल्ली जैसे शहरों में आतंकी हमले हुए जिनमें 609 लोग मारे गए। इसके उलट, मोदी सरकार के कार्यकाल में जम्मू-कश्मीर को छोड़कर देश में कहीं भी बड़े बम धमाके नहीं हुए।
उन्होंने सर्जिकल स्ट्राइक और एयर स्ट्राइक का जिक्र करते हुए कहा कि यह सरकार “दस्तावेज़ों पर नहीं, एक्शन पर विश्वास करती है।”
कश्मीर में लोकतंत्र की वापसी और विकास की बात
गृह मंत्री ने यह भी बताया कि जम्मू-कश्मीर में अब हालात सामान्य हो रहे हैं। जिला पंचायत चुनावों में 93% तक वोटिंग दर्ज हुई है, जो इस बात का प्रमाण है कि वहां लोकतंत्र फिर से बहाल हो रहा है।
उन्होंने कहा कि पहले जब आतंकी मारे जाते थे तो विरोध होता था, लेकिन अब स्थानीय लोग आतंकियों का समर्थन नहीं कर रहे, बल्कि शांति और विकास को स्वीकार कर रहे हैं।
कांग्रेस पर तुष्टिकरण और कमजोर नीति का आरोप
अमित शाह ने कहा कि कांग्रेस की ‘तुष्टिकरण की नीति’ और उदार रवैये ने देश में आतंकवाद को पनपने दिया। उन्होंने उदाहरण दिया कि 2011 में मुंबई हमलों के बाद राहुल गांधी ने कहा था कि 'हर आतंकी हमला रोका नहीं जा सकता', और नेहरू ने कहा था कि 'घुसपैठ को पूरी तरह रोका नहीं जा सकता'। शाह ने जोर देते हुए कहा कि “मोदी सरकार इन कमजोर सोचों से अलग है – हम हर आतंकी को मुंहतोड़ जवाब देने के लिए प्रतिबद्ध हैं।”
'ऑपरेशन सिंदूर' की सफलता का उल्लेख
शाह ने कहा कि हाल में सुरक्षाबलों द्वारा चलाए गए ‘ऑपरेशन सिंदूर’ ने सीमावर्ती इलाकों में घुसपैठ और आतंकी ठिकानों को ध्वस्त किया है। यह ऑपरेशन कश्मीर में शांति बहाली और सीमा सुरक्षा को मजबूत करने की दिशा में बड़ा कदम माना जा रहा है।