IndiGo संकट ने रोकी एक बेबस बेटी के पिता की अंतिम यात्रा— अस्थियां लेकर घंटों एयरपोर्ट पर अटकी महिला
punjabkesari.in Friday, Dec 05, 2025 - 04:45 PM (IST)
बेंगलुरु: IndiGo के परिचालन में आई गंभीर गड़बड़ी का असर अब व्यक्तिगत ज़िंदगियों तक पहुंचने लगा है। केम्पेगौड़ा अंतरराष्ट्रीय हवाईअड्डे पर हजारों यात्रियों की तरह एक महिला, नमिता, भी मुश्किल में घिर गईं। वह अपने दिवंगत पिता के अस्थि विसर्जन के लिए हरिद्वार रवाना होने वाली थीं, लेकिन अचानक फ्लाइट रद्द होने के कारण उन्हें वहीं रुकना पड़ा।
इंडिगो की तकनीकी और नेटवर्क स्तर पर आई बड़ी समस्या के चलते उड़ानें लगातार प्रभावित हो रही हैं। देरी और रद्दीकरण के कारण यात्रियों की भीड़ टर्मिनलों पर उमड़ पड़ी है, जबकि अनिश्चितता ने कई लोगों की योजनाओं को पूरी तरह ठप कर दिया है। नमिता जैसी कई यात्रियों की यात्राएँ भावनात्मक और पारिवारिक कारणों से बेहद महत्वपूर्ण थीं—पर वे मजबूर होकर एयरपोर्ट पर इंतजार करती रह गईं।
इंडिगो की सफाई और माफी—“कठिन ऑपरेशनल स्थिति का सामना कर रहे हैं”
एयरलाइन ने मौजूदा संकट पर बयान जारी करते हुए यात्रियों से खेद जताया है। कंपनी ने कहा है कि हालिया दिनों में उन्हें बड़े पैमाने पर संचालन संबंधी अड़चनों से गुजरना पड़ा, जिसके चलते बड़ी संख्या में उड़ानें रद्द करनी पड़ीं। इंडिगो ने यह भी माना कि आज का दिन कैंसिलेशन के लिहाज़ से सबसे भारी पड़ सकता है क्योंकि सिस्टम को फिर से पटरी पर लाने की प्रक्रिया जारी है।
यात्रियों के लिए इंडिगो की अपील—क्या करें, क्या न करें
एयरलाइन ने यात्रियों को कुछ एहतियाती कदम सुझाए हैं:
अपनी फ्लाइट का स्टेटस वेबसाइट, ऐप या नोटिफिकेशन में पहले ही चेक करें
यदि उड़ान रद्द दिखाई दे रही हो, तो एयरपोर्ट आने से बचें
कॉल सेंटर पर बढ़ती कॉल वॉल्यूम के चलते प्रतीक्षा समय बढ़ सकता है—इसके लिए उन्होंने फिर से माफ़ी मांगी
रिफंड, रीबुकिंग और स्टेटस अपडेट के लिए 6E स्काई AI असिस्टेंट का उपयोग करने की सलाह दी
कंपनी ने आश्वासन दिया कि हालात रोज़ाना बेहतर किए जा रहे हैं और सामान्य संचालन जल्द बहाल करने का प्रयास जारी है
केंद्र सरकार भी सक्रिय—DGCA और मंत्रालय की मॉनिटरिंग
इंडिगो संकट को देखते हुए सिविल एविएशन मंत्रालय भी स्थिति पर लगातार नजर बनाए हुए है। मंत्रालय ने कहा कि यात्रियों को राहत देने के लिए हर स्तर पर बातचीत जारी है और DGCA द्वारा पहले जारी किए गए दिशानिर्देशों में आवश्यक लचीलापन भी दिया जाएगा, ताकि उड़ान शेड्यूल को जल्द सामान्य किया जा सके। सरकार ने भरोसा दिलाया है कि एयरलाइन, एयरपोर्ट और नियामक संस्थाओं के बीच समन्वय बढ़ाया जा रहा है, जिससे यात्रियों को हो रही दिक्कतें जल्द कम हों। फिलहाल, यात्रियों को इंतज़ार और अनिश्चितता दोनों का सामना करना पड़ रहा है, जबकि एयरलाइन और सरकार स्थिति को सामान्य बनाने की दिशा में प्रयासरत हैं।
