अमेरिका से 104 भारतियों की वतन वापसी...यूरोप टूर कहकर अमेरिका पहुंची थी बेटी अब हुई डिपोर्ट

punjabkesari.in Thursday, Feb 06, 2025 - 08:04 AM (IST)

नेशनल डेस्क: अमेरिका में अवैध रूप से रह रहे भारतीय नागरिकों पर सख्ती दिखाते हुए ट्रंप प्रशासन ने उन्हें वापस भेजने की प्रक्रिया शुरू कर दी है। इसी क्रम में बुधवार को 104 भारतीयों को लेकर अमेरिकी वायुसेना का सी-17 ग्लोबमास्टर विमान अमृतसर एयरपोर्ट पर उतरा। यह ट्रंप सरकार द्वारा भारतीयों को डिपोर्ट करने का पहला बड़ा कदम है।

किन राज्यों के लोग हुए डिपोर्ट?

अमेरिका से लौटे इन 104 प्रवासियों में विभिन्न राज्यों के लोग शामिल हैं:

  • पंजाब: 30 लोग
  • हरियाणा: 33 लोग
  • गुजरात: 33 लोग
  • महाराष्ट्र: 3 लोग
  • उत्तर प्रदेश: 3 लोग
  • चंडीगढ़: 2 लोग

डिपोर्ट किए गए लोगों में 19 महिलाएं और 13 नाबालिग भी शामिल हैं, जिनमें चार साल का एक लड़का और पांच व सात साल की दो लड़कियां शामिल हैं।

कैसे पकड़े गए ये लोग?

ये सभी अवैध रूप से अमेरिका में घुसने की कोशिश कर रहे थे और अमेरिकी बॉर्डर पेट्रोल द्वारा पकड़े गए थे। इनमें से कुछ ‘डंकी रूट’ के जरिए अमेरिका पहुंचे थे, जबकि कुछ लोग यूरोप से होकर अमेरिका पहुंचे।

पंजाब पुलिस और खुफिया एजेंसियों की पूछताछ

अमृतसर एयरपोर्ट पर उतरने के बाद, डिपोर्ट किए गए सभी भारतीयों से पंजाब पुलिस और केंद्रीय खुफिया एजेंसियों ने पूछताछ की। यह जांच की गई कि इनमें से किसी का कोई आपराधिक रिकॉर्ड तो नहीं है। जांच के बाद सभी को उनके गृह राज्यों के अधिकारियों को सौंप दिया गया।

गुजरात के डिपोर्टेड नागरिकों की कहानी

निकिता पटेल: यूरोप टूर कहकर अमेरिका पहुंची थी

गुजरात के मेहसाणा स्थित विजापुर के दाभला गांव की रहने वाली निकिता पटेल भी डिपोर्ट होने वालों में शामिल हैं। उसके पिता कनुभाई पटेल ने बताया कि निकिता यूरोप के वीजा पर घूमने गई थी, लेकिन उसने परिवार को यह नहीं बताया कि वह अमेरिका जा रही है। निकिता ने हाल ही में M.Sc. की पढ़ाई पूरी की थी और यहां नौकरी नहीं मिलने के कारण विदेश जाना चाहती थी।

केतुल पटेल: फ्लैट बेचकर अमेरिका गया, अब वापस लौटा

सूरत के डिंडोली इलाके के केतुल पटेल अपने पूरे परिवार के साथ डिपोर्ट हुआ है। अमेरिका जाने से पहले उसने अपना फ्लैट बेच दिया था। फ्लैट के नए मालिक प्रफुल्ल पटेल ने बताया कि उन्हें अमेरिका में अवैध रूप से रहने की जानकारी मिलने के बाद काफी अफसोस हुआ। केतुल के पिता हसमुख भाई अहमदाबाद के खोरज में दर्जी का काम करते हैं और उन्होंने इस मुद्दे पर कैमरे के सामने कुछ भी बोलने से इनकार कर दिया।

हरविंदर सिंह: 42 लाख रुपये कर्ज लेकर अमेरिका गया था

पंजाब के होशियारपुर जिले के टांडा उड़मुड़ के हरविंदर सिंह को भी डिपोर्ट किया गया है। उसके परिवार ने बताया कि 42 लाख रुपये का कर्ज लेकर उसे अमेरिका भेजा गया था। अब जब वह वापस आ गया है, तो परिवार आर्थिक तंगी के कारण परेशान है और कर्ज चुकाने की चिंता सता रही है।

पंजाब के जसपाल सिंह की दर्दभरी कहानी

पंजाब के जसपाल सिंह को भी अमेरिका से डिपोर्ट किया गया है। 12 दिन पहले ही वह इंग्लैंड से अमेरिका गया था। उसकी मां शिंदर कौर और चचेरे भाई जसबीर सिंह ने बताया कि जसपाल सिंह ने पहले 8 साल सऊदी अरब और 4 साल कतर में काम किया था। बेहतर भविष्य की उम्मीद में उसने अमेरिका जाने के लिए लगभग 40 लाख रुपये खर्च किए, लेकिन अब उसे हथकड़ियों में भारत लौटना पड़ा।

जसपाल सिंह ने बताया, "मुझे हथकड़ियां लगाकर वापस भेजा गया। मैंने अपना सबकुछ अमेरिका जाने के लिए लगा दिया था, लेकिन अब सारी उम्मीदें खत्म हो गई हैं।"

कैसे पहुंचे ये लोग अमेरिका?

डिपोर्ट होने वाले कई भारतीयों ने ‘डंकी रूट’ (अवैध रास्ता) अपनाया था। इनमें से कुछ दुबई, रूस, मैक्सिको और दक्षिण अमेरिका के देशों के जरिए अमेरिका पहुंचे थे। जबकि कुछ लोग यूरोप के वीजा पर यात्रा कर रहे थे और फिर चोरी-छिपे अमेरिका में प्रवेश करने की कोशिश कर रहे थे।

क्या बोले सरकार और विशेषज्ञ?

भारत सरकार ने अभी तक इस मुद्दे पर आधिकारिक बयान नहीं दिया है, लेकिन विशेषज्ञों का कहना है कि अमेरिका में अवैध प्रवासियों के खिलाफ सख्त नीति अपनाई जा रही है। ट्रंप प्रशासन अवैध प्रवासियों को तेजी से निकालने की रणनीति पर काम कर रहा है, जिससे भविष्य में और भारतीयों के डिपोर्ट होने की संभावना बढ़ गई है।

क्या डिपोर्टेशन का सिलसिला जारी रहेगा?

अमेरिकी मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, ट्रंप प्रशासन जल्द ही और 18,000 अवैध भारतीय प्रवासियों को डिपोर्ट कर सकता है। ऐसे में सवाल उठता है कि भारत से अमेरिका जाने के लिए गैरकानूनी रास्ता अपनाने वाले लोगों का भविष्य क्या होगा?

 


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Content Writer

Anu Malhotra

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