“एयर डिफेंस बना ढाल, पाकिस्तानी हमलों को किया नाकाम”, ऑपरेशन सिंदूर पर सेना का बयान
punjabkesari.in Monday, May 12, 2025 - 04:32 PM (IST)

ंनेशनल डेस्क: ‘ऑपरेशन सिंदूर’ को लेकर सोमवार को तीनों सेनाओं के संचालन निदेशकों (डीजी ऑपरेशंस) की अहम प्रेस ब्रीफिंग हुई। इस दौरान भारतीय सेना के डायरेक्टर जनरल ऑफ मिलिट्री ऑपरेशंस (DGMO) लेफ्टिनेंट जनरल राजीव घई ने स्पष्ट रूप से कहा कि भारत का एयर डिफेंस सिस्टम पूरी तरह तैयार था और पाकिस्तान उसमें सेंध नहीं लगा पाया।
#WATCH | Delhi | DGMO Lieutenant General Rajiv Ghai says, "In the last few years, the character of terrorist activities have changed. Innocent civilians were being attacked.. 'Pahalgam tak paap ka ye ghada bhar chuka tha'..." pic.twitter.com/Nr21vVKSTo
— ANI (@ANI) May 12, 2025
एयर डिफेंस सिस्टम बना 'अभेद्य दीवार'
लेफ्टिनेंट जनरल घई ने कहा कि भारत ने पहलगाम आतंकी हमले के बाद पाकिस्तान की संभावित जवाबी कार्रवाई की आशंका पहले ही भांप ली थी। इसी के चलते वायु रक्षा प्रणाली को पहले से सक्रिय कर दिया गया था। उन्होंने कहा, “हमारा एयर डिफेंस सिस्टम दीवार की तरह खड़ा था। हमने हमले से निपटने की तैयारी कर ली थी। जब हौंसले बुलंद हों, तो मंज़िलें भी कदम चूमती हैं।”
उन्होंने यह भी कहा कि आतंकवादियों के तौर-तरीकों में बदलाव देखने को मिल रहा है। अब आम नागरिक और तीर्थयात्रियों को भी निशाना बनाया जा रहा है। उन्होंने शिवखोरी मंदिर यात्रा पर हमले और पहलगाम में हुए पर्यटकों पर हमले को ऐसे खतरनाक ट्रेंड का उदाहरण बताया।
आतंकियों पर सटीक हमले: एयर मार्शल भारती
प्रेस वार्ता में एयर ऑपरेशंस के महानिदेशक एयर मार्शल ए.के. भारती ने बताया कि भारत की कार्रवाई पूरी तरह आतंकियों और उनके ठिकानों पर केंद्रित थी। उन्होंने कहा, “हमने सरहद पार किए बिना सटीक हमले किए और पाकिस्तान की दागी गई मिसाइलों को हवा में ही नष्ट कर दिया। उन्होंने ये भी कहा कि पाकिस्तान ने जो मिसाइलें दांगी वो सब चीनी थीं। दुर्भाग्यवश, पाकिस्तानी सेना ने आतंकवादियों का साथ देकर इसे अपनी लड़ाई बना लिया।”
भारती ने कहा कि हमारी जवाबी कार्रवाई आवश्यक थी और इसके परिणामों के लिए पाकिस्तान खुद जिम्मेदार है। उन्होंने बताया कि 9-10 मई की रात पाकिस्तान एयरफोर्स ने भारतीय वायु प्रतिष्ठानों को निशाना बनाने की कोशिश की, लेकिन भारत की तैयारी और एयर डिफेंस की मजबूती के कारण सभी प्रयास विफल रहे।