मार्च तक चंद्रमा पर दूसरा मिशन भेजेगा भारत

punjabkesari.in Tuesday, Oct 24, 2017 - 07:52 AM (IST)

नई दिल्ली: भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) अगले साल मार्च तक चंद्रमा पर अपना दूसरा मिशन ‘चंद्रयान-2’ भेजेगा। प्रधानमंत्री कार्यालय में राज्य मंत्री जितेंद्र सिंह ने यहां रिमोट सेंसिंग पर एशियाई सम्मेलन के उद्घाटन के मौके पर यह बात कही। उन्होंने कहा कि चंद्रमा पर भारत का मिशन ‘चंद्रयान-2’ अगले साल भेजा जायेगा और उम्मीद है कि इस मिशन को अगले साल की पहली तिमाही में अंजाम दिया जाएगा। उन्होंने कहा कि अंतरिक्ष प्रौद्योगिकी के क्षेत्र में भारत दुनिया के अग्रणी राष्ट्र के रूप में उभरा है। इससे देश के अंतरिक्ष कार्यक्रम की नींव रखने वाले विक्रम साराभाई और सतीश धवन जैसे हमारे महान वैज्ञानिकों के सपने साकार हो गए हैं।

चंद्रयान एक अक्टूबर 2008 में भेजा गया था और यह मिशन सफल रहा था। अंतरिक्ष कार्यक्रम को मौजूदा सरकार के समर्थन को रेखांकित करते हुए सिंह ने कहा कि दक्षिण एशियाई देशों के लिए विशेष उपग्रह को अंतरिक्ष में स्थापित किया गया जिससे पड़ोसी देशों को भी लाभ होगा। बुनियादी ढांचे और विकास के काम में अंतरिक्ष प्रौद्योगिकी के इस्तेमाल को प्रोत्साहित करने के लिए प्रधानमंत्री ने स्वयं हस्तक्षेप कर विभिन्न सरकारी मंत्रालयों और विभागों के साथ अंतरिक्ष वैज्ञानिकों की चर्चा सुनिश्चित कराई।

केंद्रीय मंत्री ने स्मार्टसिटी कार्यक्रम समेत शहरी विकास कार्यक्रमों, मनरेगा के जियो-टैगिंग और अनमैंड रेलवे क्रॉसिंग के लिए अंतरिक्ष प्रौद्योगिकी के इस्तेमाल का भी जिक्र किया। सम्मेलन में इसरो के अध्यक्ष ए.एस. किरण कुमार ने आपदा प्रबंधन के क्षेत्र में भारतीय अंतरिक्ष क्षमता की विभिन्न उपलब्धियों का जिक्र किया। इस अवसर पर वरिष्ठ अंतरिक्ष वैज्ञानिक और भारतीय रिमोट सेंसिंग संगठन के अध्यक्ष शैलेश नायक भी मौजूद थे। पाँच दिन के सम्मेलन में अंतरिक्ष क्षेत्र के पांच सौ से ज्यादा विदेशी प्रतिनिधि और जाने माने अंतरिक्ष वैज्ञानिक हिस्सा ले रहे हैं।


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