भारत ने इज़राइल-लेबनान युद्धविराम का किया स्वागत, कहा- दोनों देश संयम बनाए रखें
punjabkesari.in Thursday, Nov 28, 2024 - 03:50 PM (IST)
International Desk: भारत ने हाल ही में इज़राइल और लेबनान के बीच हुए युद्धविराम समझौते का स्वागत किया है। भारतीय विदेश मंत्रालय ने इसे एक सकारात्मक कदम बताते हुए क्षेत्रीय शांति और स्थिरता की दिशा में एक महत्वपूर्ण पहल करार दिया। यह युद्धविराम पश्चिम एशिया में हाल के सप्ताहों में बढ़ते तनाव और हिंसक संघर्षों के बाद आया है, जिसने क्षेत्रीय और वैश्विक स्तर पर चिंता बढ़ा दी थी।
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विदेश मंत्रालय ने अपने बयान में कहा, "भारत इज़राइल और लेबनान के बीच युद्धविराम के फैसले का स्वागत करता है। हम इसे क्षेत्र में शांति और स्थिरता को बनाए रखने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम मानते हैं।" भारत ने इस अवसर पर दोनों देशों से आग्रह किया कि वे संयम बनाए रखें और इस युद्धविराम को स्थायी शांति में बदलने के लिए बातचीत और शांतिपूर्ण माध्यमों का उपयोग करें। पिछले कुछ हफ्तों में इज़राइल और लेबनान के बीच भारी संघर्ष देखा गया, जिसमें दोनों पक्षों ने हवाई हमलों और सीमा पार गोलाबारी का सहारा लिया।
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इज़राइल का कहना था कि उसने अपनी सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए लेबनान के आतंकवादी समूह हिज़बुल्लाह के ठिकानों को निशाना बनाया। लेबनान ने इज़राइल पर गैर-आवश्यक हमले और सीमा पार बुनियादी ढांचे को निशाना बनाने का आरोप लगाया। इस संघर्ष ने सैकड़ों लोगों की जान ले ली और हजारों लोग विस्थापित हुए। इससे क्षेत्र में मानवीय संकट की स्थिति उत्पन्न हो गई।
भारत की भूमिका और शांति के प्रयास
भारत ने अपने बयान में पश्चिम एशिया में शांति बनाए रखने की अपनी प्रतिबद्धता को दोहराया। भारत ने इस बात पर जोर दिया कि क्षेत्रीय विवादों को केवल शांतिपूर्ण बातचीत और कूटनीति के माध्यम से ही सुलझाया जा सकता है। भारत ने अंतर्राष्ट्रीय समुदाय से आग्रह किया कि वह प्रभावित लोगों को मानवीय सहायता प्रदान करने के लिए आगे आए और दोनों पक्षों को दीर्घकालिक शांति स्थापित करने में मदद करे। इज़राइल और लेबनान के बीच का यह युद्धविराम अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर महत्वपूर्ण माना जा रहा है। इस संघर्ष को रोकने में संयुक्त राष्ट्र ने मध्यस्थता की भूमिका निभाई। अमेरिका, यूरोपीय संघ और अन्य देशों ने भी इस युद्धविराम का स्वागत किया और इसे क्षेत्र में तनाव कम करने का अवसर बताया।