भारत बना अमेरिका का सबसे बड़ा स्मार्टफोन सप्लायर, इलेक्ट्रॉनिक्स उत्पादन पहुंचा 12 लाख करोड़ रुपये
punjabkesari.in Monday, Aug 11, 2025 - 05:23 PM (IST)

नेशनल डेस्क: हाल ही में केंद्रीय मंत्री अश्विनी वैष्णव ने बड़ी खुशी की खबर दी कि भारत अब अमेरिका को स्मार्टफोन का सबसे बड़ा आपूर्तिकर्ता बन गया है। इसके साथ ही देश में इलेक्ट्रॉनिक्स उत्पादन का कुल मूल्य 12 लाख करोड़ रुपये तक पहुंच चुका है। यह विकास पिछले 11 वर्षों में इलेक्ट्रॉनिक्स क्षेत्र में हुए जबरदस्त बदलाव और वृद्धि का परिणाम है। अश्विनी वैष्णव ने बताया कि 2014 से अब तक इलेक्ट्रॉनिक्स उत्पादन में छह गुना की वृद्धि हुई है। इसी अवधि में भारत ने इलेक्ट्रॉनिक्स निर्यात को भी आठ गुना बढ़ाया है, जो अब लगभग 3 लाख करोड़ रुपये तक पहुंच गया है। यह आंकड़ा दर्शाता है कि भारत न केवल मोबाइल फोन के बड़े निर्माता बन रहा है बल्कि इलेक्ट्रॉनिक्स के निर्यात में भी अपनी खास पहचान बना रहा है।
भारत हुआ दुनिया का दूसरा सबसे बड़ा मोबाइल निर्माता
केंद्रीय मंत्री ने यह भी बताया कि भारत अब दुनिया का दूसरा सबसे बड़ा मोबाइल फोन निर्माता देश बन गया है। 2014 में भारत में केवल दो मोबाइल विनिर्माण इकाइयाँ थीं, जो अब बढ़कर 300 से अधिक हो गई हैं। इससे यह स्पष्ट होता है कि मोबाइल उत्पादन का क्षेत्र देश में तेजी से बढ़ रहा है।
99.2% मोबाइल फोन अब भारत में ही बनते हैं
साल 2014-15 में भारत में बिकने वाले मोबाइल फोन का मात्र 26% ही देश में निर्मित होता था, जबकि बाकी की आवश्यकता के लिए फोन आयात किए जाते थे। लेकिन अब स्थिति पूरी तरह बदल चुकी है। आज भारत में बिकने वाले लगभग 99.2% स्मार्टफोन स्थानीय स्तर पर बनाए जाते हैं। इसका मतलब है कि भारत अब मोबाइल फोन के शुद्ध निर्यातक के रूप में उभरा है।
PLI योजना से बड़ा निवेश और रोजगार
मोबाइल फोन निर्माण को बढ़ावा देने के लिए सरकार ने उत्पादन से जुड़ी प्रोत्साहन योजना (PLI) शुरू की है। इस योजना के तहत अब तक 12,390 करोड़ रुपये का निवेश आया है। इसके फलस्वरूप 8,44,752 करोड़ रुपये का उत्पादन और 4,65,809 करोड़ रुपये का निर्यात हुआ है। साथ ही, इस योजना की वजह से जून 2025 तक 1,30,330 नए प्रत्यक्ष रोजगार सृजित होने की उम्मीद है।
मोबाइल आयात की मांग में भारी कमी
साल 2014-15 में भारत की मोबाइल फोन आयात मांग लगभग 75% थी, जो अब घटकर सिर्फ 0.02% रह गई है। यह दर्शाता है कि देश में अब मोबाइल फोन की मांग पूरी तरह से घरेलू उत्पादन से पूरी हो रही है और आयात लगभग बंद के बराबर हो गया है।
IT हार्डवेयर सेक्टर में भी प्रगति
मोबाइल फोन के अलावा IT हार्डवेयर के लिए PLI योजना 2.0 ने भी देश में निवेश आकर्षित किया है। अब तक इस क्षेत्र में 717.13 करोड़ रुपये का निवेश हुआ है, जिससे जून 2025 तक 12,195.84 करोड़ रुपये का उत्पादन और 5,056 प्रत्यक्ष रोजगार बनने की संभावना है।
इलेक्ट्रॉनिक्स सेक्टर में विदेशी निवेश
पिछले पाँच वर्षों में भारत ने इलेक्ट्रॉनिक्स विनिर्माण क्षेत्र में 4,071 मिलियन अमेरिकी डॉलर का प्रत्यक्ष विदेशी निवेश (FDI) प्राप्त किया है। इस निवेश का बड़ा हिस्सा, लगभग 2,802 मिलियन अमेरिकी डॉलर, इलेक्ट्रॉनिक्स और IT मंत्रालय की PLI योजना से जुड़ी कंपनियों से आया है।