प्रधानमंत्री शेरिंग ने कहा- भूटान को मुफ्त कोरोना वैक्सीन देगा भारत

punjabkesari.in Tuesday, Jan 19, 2021 - 04:14 PM (IST)

इंटरनेशनल डेस्कः कोविड-19 संकट से निपटने के लिए भारत दुनिया भर में टीकों की आपूर्ति के लिए तैयार है। विदेश मंत्रालय के एक वरिष्‍ठ अफसर ने बताया कि भारत दुनिया भर की 60 फीसदी से अधिक वैक्सीन का उत्पादन करेगा ।  इसके बाद इसे पहले पड़ोसियों को आपूर्ति की जाएगी और फिर बाकी देशों को।वैक्‍सीन डिप्‍लोमेसी के तहत भारत सरकार ने अपने पड़ोसी देश भूटान को मुफ्त में कोरोना टीका उपलब्ध कराने की घोषणा की है।

 

भूटान के स्थानीय अखबार  'द भूटानीज'  के मुताबिक भूटान के प्रधानमंत्री लोते शेरिंग ने सोमवार को कहा कि भारत ने उन्हें मुफ्त कोरोना वैक्सीन देने का वादा किया है लेकिन  यदि हमें टीका खरीदना भी पड़ा उस पर 60 लाख डालर खर्च होगा। भारत सरकार ने भूटान से पुराने संबंध के महत्व को समझते हुए भूटान को इस मदद का फैसला किया है। भूटान के  महामहिम  ने  भारत सरकार से कहा है कि  उन्होंने  सभी पात्र लोगों का एकसाथ टीकाकरण करने की योजना बनाई है। इस पर  भारत ने कहा है कि वे  उनकी जरूरत को अच्छी तरह से समझते हैं।  

 

शेरिंग ने बताया कि भूटान को भारत से ऑक्सफोर्ड-एस्ट्रोजेनेका टीका मिल सकता है। इससे पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सोमवार को मालदीव के राष्ट्रपति इब्राहीम सोलिह को  कहा है कि भारतीय विज्ञानियों तथा स्वास्थ्य योद्धाओं ने इस मौके पर जो टीका विकसित और निर्मित किया है उससे मानवता को कोरोना महामारी से छुटकारा पाने में मदद मिलेगी। प्रधानमंत्री ने यह बात सोलिह के उस ट्वीट के जवाब में कही है, जिसमें उन्होंने भारत में टीकाकरण का कार्यक्रम शुरू किए जाने पर बधाई दी थी।

 

बता दें कि पड़ोसी देशों के अलावा ब्राजील और दक्षिण अफ्रीका भी कोरोना वैक्सीन के लिए भारत पहुंच रहे हैं। इक्वाडोर के दूत भारत बायोटेक के कोविड-19 वैक्सीन के तीसरे चरण के परीक्षण में भाग लेने वाले पहले दूत बन गए।  वैक्‍सीन के मामले में भारत अपने पड़ोसी देशों  बांग्लादेश और म्यांमार सहयोग करेगा। विदेशी मामलों के मंत्रालय से शीर्ष अधिकारियों और संबंधित एजेंसियों ने बांग्लादेश और म्यामांर की सरकार के साथ वैक्सीन के संयुक्त उत्पादन, वितरण और आपूर्ति पर बातचीत की है। विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अनुराग श्रीवास्तव ने कहा कि पड़ोसी देशों के साथ अब तक दो ट्रेनिंग मॉड्यूल आयोजित हो चुके हैं। इसमें करीब 90 स्वास्थ्य विशेषज्ञ और वैज्ञानिक हिस्सा भी ले चुके हैं। उन्होंने कहा कि इस योजना को विस्तार दिया जाएगा।  


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Tanuja

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