US के बयान पर भारत का कड़ा रुख, कश्मीर पर किसी की मध्यस्थता नामंजूर

Wednesday, Apr 05, 2017 - 08:32 AM (IST)

नई दिल्ली/वाशिंगटन: भारत-पाकिस्तान के बीच विवादास्पद मामलों में अमरीका द्वारा मध्यस्थता के प्रस्ताव को भारत ने ठुकरा दिया है। विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता गोपाल बाग्ले ने कहा कि हिंसा व आतंकवाद से मुक्त वातावरण पर द्विपक्षीय वार्ता पर भारत का इरादा नहीं बदला है। भारत चाहता है कि पाकिस्तान के साथ विभिन्न मुद्दों पर द्विपक्षीय बातचीत आतंकवाद और हिंसा से मुक्त वातावरण में हो। उन्होंने कहा कि भारत उम्मीद करता है कि अंतर्राष्ट्रीय समुदाय और अन्य संगठन पाकिस्तान पर दबाव डालें। उसकी सरजमीं से पनप रहा आतंकवाद विश्व के लिए बड़ा खतरा बन गया है। वह मंगलवार को संयुक्त राष्ट्र में अमरीका की स्थायी प्रतिनिधि निक्की हैली के बयान पर प्रतिक्रिया दे रहे थे।

उन्होंने कहा था कि उनका देश भारत और पाकिस्तान के बीच बढ़ते तनाव को लेकर चिंतित है। राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प दोनों देशों के बीच शांति प्रक्रिया में शामिल होकर इसे सुलझाना चाहते हैं। आतंकवाद को समर्थन देने के लिए पाकिस्तान पर निशाना साधते हुए विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता ने कहा कि पाकिस्तान की धरती से फैल रहा आतंकवाद हमारे क्षेत्र और उसके आगे भी शांति के लिए सबसे बड़ा खतरा बना हुआ है। हम निश्चित रूप से चाहते हैं कि अंतर्राष्ट्रीय समुदाय और संगठन अपने सिस्टम व जनादेश लागू करें लेकिन यह काम पाकिस्तान से पैदा होने वाले आतंकवाद के संबंध में हो। यह हमारे क्षेत्र और उसके भी बाहर शांति व स्थिरता के लिए सबसे बड़ा खतरा बना हुआ है।

Advertising