ऑपरेशन सिंदूर के बाद भी भारत-पाक में तनाव कायम, सीमाओं पर ‘ Shadow boxing’ !
punjabkesari.in Tuesday, Jul 22, 2025 - 01:00 PM (IST)

International Desk: भारत और पाकिस्तान के बीच हाल ही में हुई सीमा पार झड़पों के बाद दोनों देश फिर से एक-दूसरे के खिलाफ रणनीतिक ‘शैडो बॉक्सिंग’ कर रहे हैं। इसके तहत दोनों देशों ने अपनी-अपनी सीमाओं के पास एयरस्पेस रिजर्व करने के लिए नोटम्स (Notice to Airmen) जारी किए हैं ताकि वायुसेना अभ्यास किए जा सकें। भारतीय वायुसेना की दक्षिण पश्चिमी एयर कमान 23 जुलाई से 25 जुलाई के बीच राजस्थान-गुजरात के इलाके में, जो कि अंतरराष्ट्रीय सीमा के पास है, एयर कॉम्बैट ड्रिल यानी हवाई युद्धाभ्यास करने जा रही है।
⚡🇵🇰/🇮🇳 — India issues a NOTAM(Notice to Airmen), reserving airspace for an exercise near the Indo-Pak Border.
— Military Observer (@MilitaryObs2222) July 21, 2025
NOTAM DETAILS:
START D/T: July 23, 2025 : 08:30 am PKT
END D/T: July 25, 2025 : 02:30 pm PKT pic.twitter.com/n2LHDfHbCW
इसके जवाब में पाकिस्तान ने अपने मध्य क्षेत्र के लिए 23 जुलाई तक और दक्षिणी क्षेत्र के लिए 22-23 जुलाई तक नोटम जारी किया है। गौरतलब है कि मई में दोनों देशों के बीच चार दिन तक तीव्र संघर्ष हुआ था। यह संघर्ष 7 मई को भारत द्वारा पाकिस्तान और पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर (PoK) में चार आतंकवादी ठिकानों और पांच आतंकी अड्डों पर सटीक हमलों के बाद शुरू हुआ था। इस ऑपरेशन को भारत ने ऑपरेशन सिंदूर नाम दिया था। भारत ने साफ कहा था कि उसका मकसद केवल आतंकवादी ढांचे को नष्ट करना था, लेकिन पाकिस्तान ने इस पर पलटवार करते हुए ड्रोन और मिसाइल हमले शुरू कर दिए। पाकिस्तान ने भारतीय वायुसेना के अड्डों, सैन्य ठिकानों और कुछ नागरिक इलाकों को भी निशाना बनाया।
इसके जवाब में भारतीय वायुसेना ने पाकिस्तान के कम से कम नौ एयरबेस और तीन रडार साइटों पर हमला किया। इनमें कुछ ठिकाने पाकिस्तान के परमाणु प्रतिष्ठानों और कमांड एंड कंट्रोल ढांचे के पास भी थे। भारतीय वायुसेना ने इसमें Su-30MKI , राफेल और मिराज-2000 जैसे लड़ाकू विमान इस्तेमाल किए। हमलों में ब्रह्मोस, क्रिस्टल मेज़-2, रैम्पेज और स्कैल्प जैसी सटीक मिसाइलों का इस्तेमाल हुआ। ये हमले बहुत ही सटीक तरीके से, तय निशानों पर किए गए थे। अब दोनों देश फिर से सीमाओं के पास एयरस्पेस ब्लॉक कर हवाई अभ्यास कर रहे हैं, जिससे साफ है कि हालिया तनाव के बाद भी दोनों देश एक-दूसरे पर कड़ी नजर बनाए हुए हैं और अपनी रणनीतिक ताकत दिखा रहे हैं।