रूस को 1 बिलियन डॉलर कर्ज देगा भारत,  PM मोदी व पुतिन के बीच हुए 50 समझौते

Thursday, Sep 05, 2019 - 05:51 PM (IST)

इंटरनेशनल डेस्कः 20वें वार्षिक भारत-रूस शिखर सम्मेलन में शिरकत करने के लिए रूस की दो दिवसीय यात्रा पर गए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के लिए यह दौरा काफी अहम माना जा रहा है। इस दौरान दोनों देशों के बीच कई अहम समझौतों पर हस्ताक्षर हुए। अपनी रूस यात्रा के दूसरे दिन ईस्टर्न इकोनॉमिक फोरम में पीएम नरेंद्र मोदी ने एक्ट फार ईस्ट की नीति पेश करते हुए कहा कि रूस के साथ फार ईस्ट एरिया में गतिविधि को मजबूत बनाने के इरादे से यह नीति लाई गई है। इस दौरान प्रधानमंत्री मोदी ने ऐलान किया कि वह ईस्ट के लिए रूस को 1 बिलियन डॉलर का कर्ज देंगे।

आर्थिक कूटनीति को मिलोगा नया आयाम
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि ईस्ट के विकास के लिए भारत रूस को यह कर्ज देगा। पीएम मोदी ने कहा हमारी सरकार एक्ट ईस्ट की नीति पर सक्रियता से काम कर रही है। यह हमारी आर्थिक कूटनीति को एक नया आयाम देगी। उन्होंने कहा कि रूस चाहता है कि भारतीय कंपनियां वहां निवेश करें। पीएम मोदी ने कहा कि भारत और रूस के बीच दोस्ती केवल राजधानी शहरों में सरकारी बातचीत तक सीमित नहीं है, बल्कि यह लोगों और करीबी व्यापारिक संबंधों की मित्रता के बारे में है।

एक और एक 11 बनाने का मौका
पीएम मोदी ने कहा कि भारत कंधे से कंधा मिलाकर रूस के साथ चलना चाहता है। मोदी ने इस दौरान रूस के पूर्वी हिस्से के सभी 11 गवर्नरों को भारत आने का न्योता दिया है। मोदी ने कहा कि भारत-रूस के संबंध आज ऐतिहासिक मुकाम पर हैं। दोनों मिलकर स्पेस की दूरियां पार करेंगे और समंदर की गहराइयों को मापेंगे. जल्द ही चेन्नई और व्लादिवोस्तोक के बीच जहाज चलेंगे। प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि भारत और रूस के साथ आने पर विकास की रफ्तार को एक और एक 11 बनाने का मौका है।

50 समझौतों पर हस्ताक्षर हुए
पहले दिन  मोदी और पुतिन के बीच ऊर्जा और स्वास्थ्य जैसे 50 समझौतों पर हस्ताक्षर हुए हैं। इस दौरान पीएम मोदी और रूसी राष्ट्रपति पुतिन ने व्यापार और निवेश, तेल-गैस, खनन, परमाणु ऊर्जा, रक्षा-सुरक्षा, वायु-समुद्री संपर्क, परिवहन आधारभूत ढांचा, हाई-टेक, बाहरी अंतरिक्ष और लोगों के बीच संपर्क के क्षेत्र में सहयोग मजबूत करने के तरीकों पर चर्चा की।
 

Tanuja

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