Lanza N 3D Radar : दुश्मनों के हमले होंगे नाकाम... तैनात हुआ देश का पहला लांजा-एन 3D रडार

punjabkesari.in Thursday, Sep 11, 2025 - 05:21 PM (IST)

Lanza N 3D Radar : भारत की रक्षा आत्मनिर्भरता की दिशा में एक बड़ी उपलब्धि दर्ज हुई है। टाटा एडवांस्ड सिस्टम्स लिमिटेड (TASL) ने स्पेन की डिफेंस कंपनी इंद्रा के साथ मिलकर भारतीय नौसेना के लिए पहला 3D एयर सर्विलांस रडार (3D-ASR) – लांजा-एन को सफलतापूर्वक कमीशन किया है। यह रडार अब एक भारतीय युद्धपोत पर तैनात किया जा चुका है।

क्या है लांजा-एन रडार?

लांजा-एन, इंद्रा के आधुनिक लांजा 3D रडार का नौसैनिक संस्करण है। यह दुनिया के सबसे उन्नत लॉन्ग रेंज एयर डिफेंस और एंटी-मिसाइल रडारों में से एक माना जाता है। यह रडार 3D में हवा और सतह दोनों के लक्ष्यों को ट्रैक कर सकता है। इसकी रेंज लगभग 470 किलोमीटर (254 नॉटिकल माइल्स) तक है। यह ड्रोन, सुपरसोनिक लड़ाकू विमान, मिसाइल और अन्य समुद्री प्लेटफॉर्म को पकड़ने में सक्षम है। यह खराब मौसम में भी बेहतरीन ढंग से काम करता है और दुश्मन के हमलों को रोकने में दक्ष है।

यह पहली बार है जब लांजा-एन रडार को स्पेन से बाहर ऑपरेशनल रूप में लगाया गया है। इसे खासतौर पर भारतीय महासागर के गर्म और नम मौसम के अनुसार तैयार किया गया है। रडार को युद्धपोत के बाकी सिस्टम्स से जोड़ा गया है और इसे कई सख्त समुद्री परीक्षणों के बाद नौसेना में शामिल किया गया है।

कुल 23 रडारों की आपूर्ति की जाएगी

यह उपलब्धि टाटा एडवांस्ड सिस्टम्स और इंद्रा के बीच 2020 में हुए समझौते का नतीजा है। इस समझौते के तहत कुल 23 रडारों की आपूर्ति की जाएगी, जिनमें से 3 रडार इंद्रा स्पेन से भेजेगी और बाकी 20 रडार भारत में टाटा द्वारा असेंबल किए जाएंगे। इसके लिए टाटा ने कर्नाटक में एक विशेष रडार असेंबली, इंटीग्रेशन और टेस्टिंग सुविधा (AIT सेंटर) भी स्थापित की है, जिससे निर्माण और डिलीवरी में तेजी आएगी।

TASL के CEO और MD सुकर्ण सिंह ने कहा, “इंद्रा के साथ हमारी साझेदारी भारत में रडार निर्माण क्षमता को मजबूत कर रही है। हमारा लक्ष्य है कि स्थानीय सप्लायर्स और तकनीकी विशेषज्ञों के साथ मिलकर रक्षा क्षेत्र के लिए मजबूत इकोसिस्टम तैयार करें।” इंद्रा की नेवल बिजनेस यूनिट की प्रमुख आना बुएंडिया ने कहा, “यह सिर्फ एक रडार डिलीवरी प्रोजेक्ट नहीं है। हमने बेंगलुरु में टाटा के साथ मिलकर एक फैक्ट्री बनाई है जो स्थानीय स्तर पर प्रोडक्शन और सर्विस सपोर्ट देगी।”

भारतीय नौसेना के लिए कितना अहम?

यह नया 3D रडार आने वाले समय में भारतीय नौसेना के फ्रिगेट, डिस्ट्रॉयर और एयरक्राफ्ट कैरियर जैसे प्रमुख युद्धपोतों पर लगाया जाएगा। पहला रडार पहले ही एक युद्धपोत पर तैनात कर दिया गया है, बाकी की डिलीवरी जल्द होगी। यह रडार नौसेना की निगरानी और सुरक्षा क्षमता को काफी मजबूत करेगा, खासतौर पर ड्रोन, लड़ाकू विमानों और मिसाइलों से होने वाले हमलों को रोकने में। लांजा-एन रडार एक मॉड्यूलर, सॉलिड-स्टेट और पल्स्ड टैक्टिकल रडार है, जो विभिन्न प्रकार के हवाई और सतही लक्ष्यों को एक साथ ट्रैक कर सकता है।


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News Editor

Rahul Singh

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