समझौते के तहत मालदीव से भारतीय सैनिकों की वापसी शुरू, 25 सैनिकों ने देश छोड़ा
punjabkesari.in Tuesday, Mar 12, 2024 - 02:40 PM (IST)
इंटरनेशनल डेस्कः मालदीव में मौजूद भारत ने अपने सैनिकों की वापसी शुरू कर दी है। मालदीव के अखबार मिहारू के मुताबिक अब तक अद्दु आइलैंड पर मौजूद भारत के 25 सैनिक अदेश छोड़कर जा चुके हैं। मिहारू की रिपोर्ट में दावा किया गया है कि इसकी जानकारी मालदीव की नेशनल डिफेंस फोर्स (MNDF) ने दी है हालांकि, भारत या मालदीव ने आधिकारिक तौर पर इसकी पुष्टि नहीं की है। इससे पहले 29 मई को मालदीव में भारतीय सैनिकों को रिप्लेस करने के लिए 26 टेक्निकल कर्मियों का पहला बैच मालदीव पहुंच गया था। भारत के विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रंधीर जायसवाल ने इसकी जानकारी दी थी।
जानकारी के अनुसार भारत और मालदीव के बीच हुए समझौते के तहत भारतीय सैनिक 10 मई तक देश लौट आएंगे। MNDF ने कुछ दिन पहले घोषणा की थी कि मालदीव में मौजूद भारत के हेलिकॉप्टर का कंट्रोल मालदीव की सेना के पास होगा। हेलिकॉप्टर को ऑपरेट करने वाला क्रू भी मालदीव के रक्षा मंत्रालय के नेतृत्व में काम करेगा। वहीं राष्ट्रपति मुइज्जू ने कहा था कि 10 मई के बाद मालदीव में कोई भी भारतीय सैनिक नहीं रहेगा। मुइज्जू के मुताबिक, कुछ लोग देश में अफवाह फैला रहे हैं कि भारतीय सैनिक देश छोड़ नहीं रहे हैं, वो टेक्निकल स्टाफ के बहाने केवल यूनिफॉर्म बदलकर सादे कपड़ों में देश लौट रहे हैं। मुइज्जू ने इन अफवाहों का खंडन करते हुए कहा- 'भारतीय सैनिक यूनिफॉर्म या सादे कपड़ों में भी देश में नहीं रहेंगे। मैं यह पूरे भरोसे के साथ कह सकता हूं।'
बता दें कि मालदीव में करीब 88 भारतीय सैनिक हैं। ये दो हेलिकॉप्टर और एक एयरक्राफ्ट का ऑपरेशन संभालते हैं। आमतौर पर इनका इस्तेमाल रेस्क्यू या सरकारी कामों में किया जाता है। मालदीव में इंडियन हेलिकॉप्टर और एयरक्राफ्ट मानवीय सहायता और मेडिकल इमरजेंसी में वहां के लोगों की मदद करते रहें। इन ऑपरेशन को संभालने के लिए ही टेक्निकल स्टाफ भेजा गया है। भारत ने मालदीव को 2010 और 2013 में दो हेलिकॉप्टर और 2020 में एक छोटा विमान तोहफे के तौर पर दिया था। इस पर मालदीव में काफी हंगामा हुआ। मुइज्जू के नेतृत्व में विपक्ष ने तत्कालीन राष्ट्रपति सोलिह पर 'इंडिया फर्स्ट' नीति अपनाने का आरोप लगाया था।