अमरनाथ यात्रा से पहले घुसपैठ की कोशिशों में वृद्धि, 4 दिनों में मारे गए 14 आतंकी

punjabkesari.in Sunday, Jun 11, 2017 - 11:52 AM (IST)

श्रीनगर : आगामी वार्षिक अमरनाथ यात्रा से पहले कश्मीर में नियंत्रण रेखा (एल.ओ.सी.) पर स्थित कई इलाकों में आतंकियों द्वारा घुसपैठ की कोशिशों में वृद्धि का अनुभव किया जा रहा है। 4 दिनों के दौरान सेना ने आतंकियों की कई घुसपैठ की कोशिशों को नाकाम करते हुए 14 आतंकियों को मार गिराया है। घुसपैठ की नवीनतम कोशिश शनिवार सुबह कश्मीर के गुरेज सैक्टर में हुई। हालांकि, सेना की कार्रवाई में एक आतंकी मारा गया। मौके से हथियार बरामद हुए हैं। इलाके में सर्च ऑप्रेशन जारी है।  

 


2017 में की गई 25 बार घुसपैठ की कोशिशें
सेना के मुताबिक वर्ष 2017 के दौरान अब तक एल.ओ.सी. पर 25 बार घुसपैठ की कोशिश की गई। इस दौरान कुल 44 हथियारबंद घुसपैठिए मारे गए। नौगाम में गुरुवार को हुई मुठभेड़ में 7 आतंकी मार गए थे। इस दौरान 1 भारतीय सेना का जवान शहीद हुआ था, जबकि 2 जख्मी हुए थे। सुरक्षा बलों ने कुछ दिनों से कुपवाड़ा, नौगाम, माछिल और बारामूला के घने जंगलों में सर्च ऑप्रेेशन रुक-रुक कर जारी रखा है। वहीं, अमरनाथ यात्रा के लिए आधार शिविर के रूप में इस्तेमाल किए जाने वाले पहलगाम में भी कुछ दिनों पहले सुरक्षा बलों ने घेराव और तलाशी अभियान (कासो) चलाया था। 

 

29 जून से शुरू होगी अमरनाथ यात्रा
गौर रहे कि 29 जून से अमरनाथ यात्रा शुरू होनी है, जिसका बेस कैम्प पहलगाम में ही होता है। एक अन्य बेस कैम्प गंदरबल जिले के बालटाल में होता है। पुलिस अधिकारी ने कहा कि पहलगाम के शेख मोहल्ला वूलरहामा में आतंकियों की मौजूदगी के मद्देनजर सर्च किया गया। सुरक्षा बलों ने वॉर्निंग देकर फायरिंग भी की, लेकिन आतंकियों की तरफ  से कोई जवाब नहीं दिया गया। 6-7 जून की रात आर्मी जवानों को माछिल सैक्टर में आतंकियों की घुसपैठ का शक हुआ, जिसके बाद ऑप्रेशन शुरू किया गया और 7 जून को 4 आतंकियों को मार गिराया गया। इस इलाके में घना जंगल है और आतंकी इसी का फायदा उठा कर घुसपैठ करते हैं। इससे पहले 26 मई को इसी सैक्टर में 2 और फिर अगले दिन 6 आतंकी मार गए थे।  पिछले साल नवम्बर में माछिल सैक्टर में हमारे 3 जवान शहीद हुए थे। एक शहीद का शव क्षत-विक्षत हालत में मिला था। 28 अक्तूबर को एक जवान मनदीप सिंह के शव का भी पाकिस्तान की सेना ने अपमान किया था। पाकिस्तानी आर्मी के कवर फायर का फायदा उठाते हुए आतंकी एल.ओ.सी. के रास्ते घुसे और एक जवान की जान ले ली। इसके बाद जवान के शव को क्षत-विक्षत कर दिया गया। यह घटना भी माछिल सैक्टर में ही हुई थी। 2013 में 2 जवानों लांसनायक हेमराज और सुधाकर सिंह के शवों को भी पाक सैनिकों ने क्षत-विक्षत कर दिया था। 

 


96 घंटों से लगातार चल रही हैं घुसपैठ की कोशिशें नाकाम
इस संबंध में सेना के प्रवक्ता ने कहा कि सेना ने उत्तर कश्मीर के विभिन्न जिलों की नियंत्रण रेखा (एल.ओ.सी.) के पास घुसपैठ की कोशिश को नाकाम करते हुए करीब 13 आतंकवादियों को मार गिराया है। प्रवक्ता ने कहा कि 96 घंटों से राज्य के 3 जिलों में चल रहे ऑप्रेशन में पाकिस्तान की ओर से की जा रही घुसपैठ की कोशिश को नाकामयाब कर दिया गया है। ऑप्रेशन अभी चालू है। 


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