ICC Alcohol Rules: मैच खत्म होने के बाद या बीच ब्रेक के क्या खिलाड़ी शराब पी सकते हैं? जानें
punjabkesari.in Wednesday, Dec 24, 2025 - 03:08 PM (IST)
ICC Alcohol Rules: ICC का Code of Conduct खिलाड़ियों के व्यवहार को लेकर बहुत साफ है। मैच खत्म होने के बाद या सीरीज के बीच ब्रेक के दौरान शराब पीने पर कोई सीधा 'पूर्ण प्रतिबंध' नहीं है, लेकिन नियम 'अनुचित व्यवहार' (Conduct Unbecoming) और 'खेल की गरिमा को ठेस' (Bringing the Game into Disrepute) पहुँचाने को लेकर सख्त हैं। यदि कोई खिलाड़ी सार्वजनिक रूप से नशे में धुत पाया जाता है या उसकी हरकतों से खेल की छवि खराब होती है, तो आईसीसी की धारा 2.20 के तहत कार्रवाई की जा सकती है। मैच के दौरान या मैच से ठीक पहले रात को शराब पीना टीम के आंतरिक नियमों के खिलाफ होता है। रॉब की ने खुलासा किया कि हैरी ब्रूक और जैकब बेथेल को न्यूजीलैंड दौरे पर मैच की पहली रात शराब पीने के लिए अनौपचारिक चेतावनी दी जा चुकी है।
अनुशासन vs रिफ्रेशमेंट
क्रिकेट अब केवल एक खेल नहीं, बल्कि करोड़ों डॉलर का उद्योग है जहाँ खिलाड़ियों की फिटनेस सबसे महत्वपूर्ण है। विशेषज्ञों का मानना है कि अत्यधिक शराब का सेवन खिलाड़ियों के 'रिएक्शन टाइम' और रिकवरी पर असर डालता है। ICC और राष्ट्रीय बोर्ड (जैसे ईसीबी या बीसीसीआई) चाहते हैं कि खिलाड़ी एक "रोल मॉडल" की तरह व्यवहार करें। रॉब की ने स्पष्ट किया, "मुझे डिनर के दौरान एक गिलास वाइन से दिक्कत नहीं है, लेकिन जब यह हद से आगे बढ़ जाए, तो यह समस्या है।" ऑस्ट्रेलिया के कोच एंड्रयू मैकडोनाल्ड ने इसके विपरीत कहा कि उनके खिलाड़ी "वयस्क" हैं और वे जानते हैं कि उन्हें अपनी आजादी और जिम्मेदारी के बीच संतुलन कैसे बनाना है।
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नियम तोड़ने पर क्या हो सकती है सजा?
यदि ईसीबी या आईसीसी की जांच में यह साबित हो जाता है कि खिलाड़ियों ने अनुशासन की सीमा लांघी है, तो परिणाम गंभीर हो सकते हैं। मैच फीस का 50% से 100% तक का जुर्माना लगाया जा सकता है। कुछ मैचों के लिए बैन किया जा सकता है, विशेषकर यदि वीडियो साक्ष्य खेल की छवि खराब करने वाले हों। टीम बोर्ड भविष्य के दौरों से खिलाड़ी को बाहर कर सकता है या कप्तान और कोच पर भी सवाल उठ सकते हैं।
एशेज सीरीज में 3-0 से पिछड़ने के बाद इंग्लैंड के लिए यह विवाद "कोढ़ में खाज" जैसा साबित हो रहा है। मेलबर्न में होने वाले अगले टेस्ट से पहले टीम को न केवल शारीरिक रूप से बल्कि नैतिक रूप से भी खुद को संभालना होगा।
ये था मामला
गाबा टेस्ट में मिली करारी हार के बाद इंग्लैंड की टीम चार दिनों के लिए क्वींसलैंड के नूसा (Noosa) शहर गई थी। टीम के कोच ब्रेंडन मैकुलम ने इसे एक "रिफ्रेशमेंट ब्रेक" बताया था ताकि खिलाड़ी एशेज की थकान मिटा सकें। लेकिन, जैसे ही सोशल मीडिया पर बेन डकेट और अन्य खिलाड़ियों के कथित तौर पर नशे में धुत वीडियो वायरल हुए, यह ट्रिप विवादों में घिर गई। ब्रिटिश मीडिया ने इसे "ग्लोरिफाइड स्टैग डू" (एक बड़ी बैचलर पार्टी) करार दिया। टीम के मैनेजिंग डायरेक्टर रॉब की, जो इस ट्रिप में शामिल नहीं थे, उन्होंने अब मामले की तहकीकात शुरू कर दी है। उनका कहना है कि एक अंतरराष्ट्रीय टीम के लिए अत्यधिक शराब का सेवन किसी भी स्तर पर स्वीकार्य नहीं है।
