दो पत्नियों के बीच पति का बंटवारा, 3-3 दिन रखेंगी अपने साथ, एक दिन देंगी 'वीकऑफ'
punjabkesari.in Saturday, Feb 15, 2025 - 08:16 PM (IST)

नेशनल डेस्क: बिहार के पूर्णिया जिले में एक अजीब और दिलचस्प मामला सामने आया है, जिसमें एक पति को उसकी दो पत्नियों के बीच बांट दिया गया है। यह बंटवारा परिवार में मचे विवाद के बाद पुलिस परिवार परामर्श केंद्र की दखल से हुआ है। अब पति को हर हफ्ते तीन-तीन दिन दोनों पत्नियों के साथ रहना होगा, जबकि एक दिन की छुट्टी (वीकऑफ) भी मिलेगी। यह मामला पूरे जिले में चर्चा का विषय बना हुआ है। आइए जानते हैं इस अजीबोगरीब घटना की पूरी कहानी।
पति की दूसरी शादी और पहले पत्नी की शिकायत
करीब सात साल पहले, एक शख्स ने बिना अपनी पहली पत्नी को बताए दूसरी शादी कर ली। इस घटना का पता जब पहली पत्नी को चला, तो वह शॉक हो गई और उसने अपनी शिकायत पुलिस में दर्ज करवाई। पति पर आरोप था कि उसने न केवल बिना तलाक के दूसरी शादी की बल्कि अपनी पहली पत्नी और बच्चों की जिम्मेदारी भी नहीं निभाई। पहली पत्नी ने इस बारे में पूर्णिया के एसपी कार्तिकेय शर्मा से शिकायत की। एसपी ने मामले को सुलझाने के लिए परिवार परामर्श केंद्र को सौंप दिया।
परिवार परामर्श केंद्र में सुनवाई और समाधान
पुलिस परिवार परामर्श केंद्र में इस मामले की सुनवाई की गई। परिवार परामर्श केंद्र में पहली पत्नी ने पति पर आरोप लगाए कि उसने न सिर्फ बिना तलाक के दूसरी शादी की, बल्कि बच्चों की पढ़ाई, खाने-पीने का खर्च भी नहीं उठाया। इसके बाद, केंद्र के सदस्यों ने पति को फटकार लगाई और उसे अपनी गलती मानने के लिए मजबूर किया। इस दौरान दूसरी पत्नी ने पति को पहली पत्नी के पास जाने से रोका। दूसरी पत्नी भी बच्चे की मां थी, और पति के एक तरफ जाने से उसे नुकसान का डर था। दोनों पत्नियों के बीच खींचतान के कारण मामला और उलझ गया। परिवार परामर्श केंद्र के सदस्यों ने कहा कि अगर इस स्थिति का हल नहीं निकला, तो पति को जेल भी हो सकता है। इसके बाद, पति और दोनों पत्नियों के बीच बातचीत शुरू हुई।
समझौता हुआ, पति को अब मिलेगा 3-3 दिन की छुट्टी
आखिरकार, पुलिस परिवार परामर्श केंद्र ने एक अनोखा समाधान निकाला। समझौते के अनुसार, पति को अब अपनी दोनों पत्नियों के बीच 3-3 दिन बांटकर रहना होगा। एक दिन पति को छुट्टी दी जाएगी, जो वह अपनी मर्जी से बिता सकता है। यह समझौता दोनों पत्नियों ने स्वीकार किया।