हर-हर महादेव, हर-हर गंगे... महाकुंभ में श्रद्धालुओं की अपार भीड़, नूपुर शर्मा ने संगम में लगाई आस्था की डुबकी

punjabkesari.in Tuesday, Feb 25, 2025 - 06:54 PM (IST)

नेशनल डेस्क: प्रयागराज में आयोजित महाकुंभ मेला इस वर्ष भी आस्था का सबसे बड़ा समागम बन चुका है। लाखों की संख्या में श्रद्धालु गंगा के पवित्र जल में डुबकी लगाने के लिए पहुंच रहे हैं। अब तक महाकुंभ में 63 करोड़ से अधिक श्रद्धालुओं ने पवित्र संगम में स्नान किया है, और यह संख्या हर दिन बढ़ रही है। बीजेपी की पूर्व नेता नूपुर शर्मा भी इस धार्मिक आयोजन का हिस्सा बनीं। मंगलवार को उन्होंने प्रयागराज पहुंचकर संगम में स्नान किया और मीडिया से बातचीत करते हुए "हर-हर महादेव, हर-हर गंगे" का उद्घोष किया। नूपुर शर्मा का यह कदम धार्मिक भावनाओं को व्यक्त करने और इस पवित्र अवसर पर अपनी श्रद्धा अर्पित करने के रूप में देखा गया।

महाकुंभ की आधिकारिक रिपोर्ट के मुताबिक, सोमवार शाम आठ बजे तक 1.30 करोड़ से अधिक श्रद्धालुओं ने संगम में डुबकी लगाई। महाकुंभ मेला 13 जनवरी से शुरू हुआ था और 26 फरवरी तक महाशिवरात्रि स्नान पर्व के अंतिम दिन तक इसकी समाप्ति होगी। अधिकारियों का अनुमान है कि इस दौरान 65 करोड़ से अधिक लोग पवित्र गंगा और संगम में स्नान कर सकते हैं। महाकुंभ के इस विशाल धार्मिक आयोजन में देशभर से ही नहीं, बल्कि विदेशों से भी लोग श्रद्धा की डुबकी लगाने के लिए आए हैं।

प्रयागराज के जिलाधिकारी रवींद्र मांदड़ ने बताया कि महाशिवरात्रि के पर्व के लिए प्रशासन ने विशेष तैयारियां की हैं। सभी शिवालयों में स्वच्छता और सुरक्षा व्यवस्था को लेकर पुख्ता इंतजाम किए गए हैं। उन्होंने बताया कि महाकुंभ में पुलिस बल की पर्याप्त तैनाती की गई है ताकि श्रद्धालुओं को किसी भी प्रकार की परेशानी न हो। महाशिवरात्रि के दिन विशेष रूप से श्रद्धालुओं को सकुशल स्नान कराने की पूरी तैयारी की गई है।
 

अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भी महाकुंभ का आकर्षण देखा जा रहा है। मेला में 73 देशों के राजनयिक और भूटान के राजा नामग्याल वांगचुक समेत कई देशों के प्रतिनिधि भी पवित्र स्नान में शामिल हुए। नेपाल से भी 50 लाख से अधिक श्रद्धालु अब तक त्रिवेणी के पवित्र जल में स्नान कर चुके हैं। यह महाकुंभ मेला न केवल भारत, बल्कि दुनिया भर से आस्था का एक अद्भुत प्रतीक बनकर उभरा है। महाकुंभ में हर वर्ष श्रद्धालुओं की तादाद बढ़ती जा रही है और यह आयोजन न केवल भारत में, बल्कि दुनिया भर में एक धार्मिक और सांस्कृतिक महत्व का प्रतीक बन चुका है। महाकुंभ में स्नान करने के लिए श्रद्धालु आने वाले दिनों में और बढ़ सकते हैं, और मेला प्रशासन पूरी तरह से इस विशाल आयोजन की सुरक्षा और व्यवस्थाओं में जुटा हुआ है।

 


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Content Editor

Mahima

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