ऑन बोर्ड वेदर रडार, ऑटोपायलट सिस्टम से लैस होते हुए भी कैसे क्रैश हुआ Mi-17V5 हेलीकॉप्टर?
punjabkesari.in Wednesday, Dec 08, 2021 - 03:39 PM (IST)
नेशनल डेस्क: तमिलनाडु के कुन्नूर में एक सैन्य हेलीकॉप्टर बुधवार को दुर्घटनाग्रस्त हो गया, जिसमें चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ (सीडीएस) बिपिन रावत और उनकी पत्नी समेत 14 लोग सवार थे। इस हादसे में बिपिन रावत बुरी तरह से घायल हो गए हैं जिन्हें कि वेलिंग्टन अस्पताल में भर्ती कराया गया है और उनका इलाज चल रहा है।
जानकारी के लिए आपको बता दें कि यह हेलीकॉप्टर IAF Mi-17V5 था जिसे कि रशिया द्वारा तैयार किया गया था। इसे भारतीय रक्षा मंत्रालय ने रशिया से खरीदा था जिसे कि पहली बार फरवरी 2013 में आयोजित एयरो इंडिया शो में दिखाया गया था। भारतीय रक्षा मंत्रालय ने रशियन हेलीकॉप्टर से 1.3 बिलियन डॉलर का कंट्रैक्ट दिसंबर 2008 में किया था। इनकी डिलीवरी वर्ष 2011 से शुरू हो गई थी और 2013 तक कुल मिला कर 36 हेलीकॉप्टर की डिलीवरी हो चुकी थी।
इस हेलीकॉप्टर का फ्लोर एरिया काफी ज्यादा रखा गया था और इसमें स्लाइडिंग डोर्स और पैराशूट की व्यवस्था भी थी। यह हेलीकॉप्टर 13000 किलोग्राम वजन को लेकर उड़ सकता था और 36 लोगों को एक साथ एक जगह से दूसरी जगह लेकर जा सकता था। इसकी ग्लास कॉकपिट में चार मल्टीफंक्शनल डिस्प्लेज़, नाइट विजन इक्विपमेंट और ऑन बोर्ड वैदर रडार भी था, इसके अलावा इसमें ऑटोपायलेट सिस्टम भी मौजूद था। इतनी हाई टैक तकनीक वाला हेलीकॉप्टर आखिरकार क्रैश कैसे हो गया इस पर अभी सवाल खड़े हो गए हैं।