चक्रवात अम्फान के बाद अब चक्रवात निसर्ग का खतरा, गृहमंत्री अमित शाह ने बुलाई हाईलेवल मीटिंग
punjabkesari.in Monday, Jun 01, 2020 - 07:05 PM (IST)
नई दिल्लीः चक्रवात अम्फान के बाद अब देश पर ‘चक्रवात निसर्ग’ का खतरा मंडरा रहा है। मौसम विभाग ने इसका अलर्ट जारी कर दिया है। इसी बीच केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने चक्रवात निसर्ग की तैयारियों को लेकर एनसीएमसी (राष्ट्रीय संकट प्रबंधन समिति) की हाईलेवल मीटिंग बुलाई और तैयारियों का जायजा लिया। इस बैठक में राष्ट्रीय आपदा प्रतिक्रिया बल (NDRF) के महानिदेशक एस.एन. प्रधान भी उपस्थित रहे। बता दें कि चक्रवात निसर्ग को देखते हुए एनडीआरएफ की 9 टीमें महाराष्ट्र में तैनात कर दी गई हैं। इनमें से तीन मुंबई में तैनात की गई हैं। इसके अलावा 2 पालघर, 1 दमन-द्वीप और 1-1 टीम थाने, रायगढ़, रत्नागिरि और सिंधुदुर्ग में तैनात की गई है। वहीं, गुजरात में भी चक्रवात को देखते हुए 11 एनडीआरएफ की टीमों को तैनात किया गया है।
बता दें कि अरब सागर में बने दबाव के एक विकराल चक्रवाती तूफान में बदलने की आशंका है, जो तीन जून को उत्तरी महाराष्ट्र और दक्षिण गुजरात तटों से होकर गुजरेगा। इससे मुम्बई के अत्याधिक प्रभावित होने की आशंका है। मौसम विज्ञान विभाग ने सोमवार को कहा कि दबाव बढ़कर गहरे दबाव क्षेत्र में बदलेगा और आज शाम तक वह किसी भी चक्रवात के तीसरे या चौथे चरण में पहुंच जाएगा। आईएमडी के चक्रवात चेतावनी प्रभाग ने कहा कि दो जून तक यह एक चक्रवाती तूफान का रूप ले लेगा।
चक्रवात चेतावनी प्रभाग ने कहा, ‘‘ इस तूफान के दो जून सुबह उत्तर की ओर बढ़ने की आशंका है और फिर यह उत्तर-पूर्व की ओर मुड़ेगा और तीन जून शाम या रात को हरिहरेश्वर (रायगढ़, महाराष्ट्र) और दमन के बीच उत्तर महाराष्ट्र और दक्षिण गुजरात के तटों को पार करेगा।'' रायगढ़ और दमन के बीच लगभग 260 किलोमीटर में फैला यह हिस्सा देश के सबसे अधिक जनसंख्या घनत्व वाले स्थानों में से एक है। मुम्बई के अलावा, इससे ठाणे, नवी-मुम्बई, पनवेल, कल्याण-डोम्बिवली, मीरा-भयंदर, वसई-विरार, उल्हासनगर, बदलापुर और अंबरनाथ जैसे शहर भी प्रभावित होंगे।
आईएमडी के महानिदेशक मृत्युंजय महापात्र ने कहा, ‘‘ इससे मुम्बई पर असर पड़ेगा।'' आईएमडी ने कहा कि जब तीन जून शाम को यह तट पार करेगा तो इसकी गति 105 से 110 किलोमीटर प्रति घंटा की होगी। दक्षिणी गुजरात और तटीय महाराष्ट्र में इससे भारी बारिश का पूर्वानुमान है।