देश का बदलेगा इतिहास, 1817 का पाइका विद्रोह होगा पहला स्वतंत्रा संग्राम

punjabkesari.in Tuesday, Oct 24, 2017 - 04:51 PM (IST)

नेशनल डेस्क: अब तक 1857 की क्रांति को देश का प्रथम स्वतंत्रता संग्राम पढऩे वालों को जल्द ही एक ऐतिहासिक बदलाव देखने को मिलेगा। इतिहास की किताबों के नए पाठ्यपुस्तकों में 1817 को भारत का पहला स्वतंत्रता संग्राम बताया जाएगा। केंद्रीय मानव संसाधन विकास मंत्री प्रकाश जावड़ेकर ने माना कि 1817 में संगठित पाइका संग्राम ही अंग्रेजों के खिलाफ देश का प्रथम स्वतंत्रता संग्राम है। उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार इस विषय पर गंभीरता से विचार कर रही है और 2018 से इसे पाठ्य पुस्तकों में भी उचित स्थान दिया जाएगा। 

छात्रों को सही इतिहास पढ़ाया जाना आवश्यक
उन्होंने कहा कि अभी तक हमने और हमारे दादा के जमाने में सभी ने 1857 को अंग्रेजों के खिलाफ 1857 की क्रांति को पहला स्वतंत्रता संग्राम पढ़ा था। अब छात्रों को 1817 का सही इतिहास पढ़ाया जाना आवश्यक है। जावड़ेकर पाइका संग्राम के 200 वर्ष पूरा होने अवसर पर आयोजित कार्यक्रम में मुख्यातिथि के तौर पर बोल रहे थे। उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार देश की स्वतंत्रता के इस पहले विद्रोह के 200 साल होने पर एक समारोह आयोजित करेगी, जिस पर 200 करोड़ रुपये खर्च किए जाएंगे। ओडिशा के सीएम नवीन पटनायक ने भी इससे पहले केंद्र सरकार से अपील की थी कि पाइका विद्रोह को ब्रिटिश शासन के खिलाफ प्रथम स्वतंत्रता संग्राम के रुप में मान्यता देना चाहिए, क्योंकि यह 1857 क्रांति से चार दशक पहले हुआ था। 


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