नोएडा के जेवर इंटरनेशनल एयरपोर्ट पर पहली फ्लाइट की हुई सफल लैंडिंग, वाटर कैनन से दी गई सलामी
punjabkesari.in Monday, Dec 09, 2024 - 02:51 PM (IST)
नॅशनल डेस्क। उत्तर प्रदेश के जेवर में बन रहे नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट पर आज पहली फ्लाइट की सफल लैंडिंग हुई। दिल्ली के इंदिरा गांधी अंतर्राष्ट्रीय एयरपोर्ट (IGI) से इंडिगो का एक विमान आज दोपहर करीब 1 से 2 बजे के बीच जेवर इंटरनेशनल एयरपोर्ट पर उतरा। इस लैंडिंग को पूरी तरह से सफल माना गया है।
पहली उड़ान में कोई यात्री नहीं था
इस फ्लाइट में कोई यात्री सवार नहीं थे बल्कि केवल क्रू मेंबर्स (विमान चालक दल) ही विमान में थे। विमान की लैंडिंग का उद्देश्य एयरपोर्ट के संचालन और सुरक्षा मानकों की जांच करना था। अधिकारियों के अनुसार इस परीक्षण उड़ान के दौरान एयरपोर्ट की सुविधाओं और रनवे का परीक्षण किया गया।
15 दिसंबर तक चलेगा ट्रायल रन
जेवर इंटरनेशनल एयरपोर्ट लिमिटेड (NIAL) ने जानकारी दी है कि यह ट्रायल रन 15 दिसंबर तक जारी रहेगा। इस दौरान विमान के जरिये एयरपोर्ट के डाटा को डीजीसीए (DGCA) यानी डायरेक्टरेट जनरल ऑफ सिविल एविएशन द्वारा रिकॉर्ड किया जाएगा। यह परीक्षण सुनिश्चित करेगा कि एयरपोर्ट के संचालन में कोई खामी न हो और सभी सुरक्षा मानक पूरे हों।
#WATCH | Uttar Pradesh: Noida International Airport Limited (NIAL) conducts the first flight validation test for Noida International Airport ahead of the airport’s commercial opening in April 2025. pic.twitter.com/C3axT4mZeH
— ANI (@ANI) December 9, 2024
सिविल एविएशन मिनिस्टर का बयान
सिविल एविएशन मिनिस्टर राम मोहन नायडू ने इस घटना को एक महत्वपूर्ण उपलब्धि बताया। उन्होंने कहा कि यह बहुत ही अहम प्रोजेक्ट था और आज की फ्लाइट लैंडिंग इस प्रोजेक्ट की सफलता की ओर एक बड़ा कदम है।
भविष्य में होगी घरेलू और अंतर्राष्ट्रीय उड़ानों की सुविधा
जेवर एयरपोर्ट की पूरी क्षमता से काम करने पर यहां घरेलू और अंतर्राष्ट्रीय दोनों तरह की उड़ानें संचालित होंगी। इस एयरपोर्ट का निर्माण नोएडा और आसपास के क्षेत्रों में एयर कनेक्टिविटी को बेहतर बनाने के लिए किया जा रहा है जिससे यात्रियों को यात्रा में आसानी होगी और स्थानीय अर्थव्यवस्था को भी लाभ मिलेगा।
बता दें कि नोएडा के जेवर में बन रहे इस नए अंतर्राष्ट्रीय एयरपोर्ट की पहली फ्लाइट की सफल लैंडिंग एक बड़ी उपलब्धि है। इससे न केवल क्षेत्रीय विमानन को बढ़ावा मिलेगा बल्कि यह भारत की बढ़ती विमानन क्षमता को भी प्रदर्शित करेगा। ट्रायल रन के बाद एयरपोर्ट का नियमित संचालन शुरू होगा जिससे यात्रियों को नए और बेहतर विकल्प मिलेंगे।