पाकिस्तान में कट्टरपंथियों ने फिर हिंदू मंदिर को बनाया निशाना, देवताओं की मूर्तियां तोड़ीं (Video)
punjabkesari.in Thursday, Jun 09, 2022 - 05:23 PM (IST)
इंटरनेशनल डेस्कः पाकिस्तान में कट्टरपंथियों द्वारा फिर हिंदू मंदिर को निशाना बनाकर उसमें तोड़फोड़ का मामला सामने आया है। पुलिस से मिली जानकारी के अनुसार पाकिस्तान के कराची शहर में एक हिंदू मंदिर में देवताओं की मूर्तियों में तोड़फोड़ की गई। पुलिस ने यह जानकारी दी। पुलिस ने बताया कि कराची कोरंगी इलाके के श्री मारी माता मंदिर में बुधवार को देवी-देवताओं की मूर्तियों के साथ तोड़फोड़ की गई। मंदिर कोरंगी थानाक्षेत्र में ‘‘जे'' इलाके में स्थित है। घटना की सूचना मिलने के बाद पुलिस मौके पर पहुंची और मंदिर को मुआयना करने के बाद मामले के बारे में पूछताछ की।
द एक्सप्रेस ट्रिब्यून के अनुसार इस घटना से कराची के हिंदू समुदाय के लोग दहशत में हैं, खासकर कोरंगी इलाके में जहां किसी भी अप्रिय घटना को रोकने के लिए पुलिस को तैनात किया गया है। इलाके में रहने वाले हिंदू संजीव ने बताया कि मोटरसाइकिल पर छह से आठ लोग इलाके में आए और मंदिर पर हमला कर दिया।
Karachi: An alleged attack on a temple in Korangi, where the statue was smashed.
— Ihtesham Afghan (@IhteshamAfghan) June 8, 2022
Religious extremism is on the rise in Pakistan. pic.twitter.com/V8nLxdtx4O
उन्होंने कहा, ‘‘ हमें नहीं पता हमला किसने और क्यों किया।'' पुलिस से शिकायत दर्ज करने को कहा गया है। कोरंगी के थाना प्रभारी फारूक संजरानी ने कहा, ‘‘ पांच से छह अज्ञात संदिग्ध मंदिर में दाखिल हो गए और वहां तोड़फोड़ करने के बाद फरार हो गए।''
उन्होंने बताया कि मंदिर पर हमला करने वाले अज्ञात संदिग्धों के खिलाफ मामला दर्ज किया जा रहा है। पाकिस्तान में अल्पसंख्यक हिंदू आबादी के मंदिरों को अक्सर भीड़ द्वारा निशाना बनाया जाता है। अक्टूबर में, कोटरी में सिंधु नदी के तट पर स्थित एक ऐतिहासिक मंदिर को अज्ञात लोगों ने कथित तौर पर निशाना बनाया था। इस संबंध में कोटरी थाने में अज्ञात लोगों के खिलाफ मामला दर्ज किया गया है। आधिकारिक अनुमान के मुताबिक, पाकिस्तान में 75 लाख हिंदू रहते हैं। हालांकि, समुदाय के अनुसार देश में 90 लाख से अधिक हिंदू हैं। पाकिस्तान की अधिकतर हिंदू आबादी सिंध प्रांत में बसी है। वे अक्सर कट्टरपंथियों द्वारा उत्पीड़न की शिकायत करते हैं।