मंडी की वर्चुअल रैली में बोले पीएम मोदी, हिमाचल को वैश्विक फार्मा हब बनाया जाएगा
Saturday, Sep 24, 2022 - 04:49 PM (IST)
नेशनल डेस्क: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी खराब मौसम के चलते आज हिमाचल नहीं पहुंच पाए हैं। पीएम मोदी यहां मंडी में बड़ी रैली को संबोधित करने वाले थे लेकिन बारिश ने सारा खेल बिगाड़ दिया। इसके बाद पीएम ने वर्चुअल तरीके से ही रैली को संबोधित किया। पीएम ने कहा कि मैं मंडी रैली में शामिल होने वाला था, मगर खराब मौसम की वजह से इस कार्यक्रम में शामिल नहीं हो सका। लेकिन आने वाले दिनों में मैं निश्चित तौर पर मंडी आऊंगा और लोगों से मिलूंगा। पीएम मोदी ने अपने संबोधन में कहा कि यह जनता का प्यार है कि वह भारी बारिश में कुर्सियों का छाता बनाकर खड़े हैं।
हिमाचल को वैश्विक फार्मा हब बनाया जाएगा
वर्चुअल तरीके से जनसभा को संबोधित करते हुए पीएम मोदी ने कहा कि मंडी में हो रहा आयोजन युवाओं के जोश का प्रतीक है। दुनिया में भारत की साख जैसे बढ़ रही है। वैसे दुनिया हमसे जुड़ने के लिए उत्सुक है। कुल्लू शॉल, चंबा चप्पल को जीआई टैग मिला है। विश्व में इन उत्पादों ने अपनी जगह बनाई है। जब भी विदेशी दौरा होता है तो हिमाचल के उत्पाद उपहार में देता हूं। ताकि उन्हें बता सकूं कि किस प्रकार मैं हिमाचल से जुड़ा हूं। हिमाचल को वैश्विक फार्मा हब बनाया जाएगा। हिमाचल प्रदेश किसान- बागवानों का राज्य है। इसको केंद्र की नीतियों से बल मिल रहा है। युवाओं को रोजगार मिल रहा।
We have allocated Rs 14,000 crores for national highways in Himachal Pradesh. We also brought facility of rope-way along with developing villages near the border areas. We also approved the proposal to add Hatti community in the list of STs in the state: PM Modi pic.twitter.com/nSV3wh3P25
— ANI (@ANI) September 24, 2022
पर्यटकों के लिए ई-वीजा की सुविधा, एसटी की सूची में हट्टी समुदाय की मंजूरी
पीएम मोदी ने कहा कि, हमने हिमाचल प्रदेश में राष्ट्रीय राजमार्गों के लिए 14,000 करोड़ रुपये आवंटित किए हैं। हम सीमावर्ती क्षेत्रों के पास विकासशील गांवों के साथ-साथ रोप-वे की सुविधा भी लाए। हमने राज्य में एसटी की सूची में हट्टी समुदाय को जोड़ने के प्रस्ताव को भी मंजूरी दी। हिमाचल प्रदेश के पर्यटन क्षेत्र का जिस तरह से विस्तार हो रहा है, वह काफी उत्साहजनक है, हमने पर्यटकों के लिए ई-वीजा की सुविधा शुरू की है। भाजपा सरकार ने पर्यटन को कोविड महामारी की बेड़ियों से बाहर निकालने का प्रयास किया। पीएम ने कहा कि दशकों तक, गठबंधन सरकार थी और अनिश्चितता का माहौल था कि वे प्रदर्शन कर सकते हैं या नहीं। उसके कारण, दुनिया में लोगों को देश के बारे में संदेह था। 2014 में, एक स्थिर सरकार चुनी गई जिसने नीति-निर्माण और शासन में स्थिरता लाई।
पीएम ने जयराम ठाकुर की थपथपाई पीठ
हिमाचल प्रदेश किसान- बागवानों का राज्य है। इसको केंद्र की नीतियों से बल मिल रहा है। युवाओं को रोजगार मिल रहा। हमारी सरकार ने नेशनल हाईवे के लिए सात गुना राशि दी है। प्रदेश में विकास हो रहा है। केंद्रीय बजट में पहाड़ी क्षेत्रों में रोपवे को बढ़ावा दे रहे हैं। सरकार ने युवाओं के लिए कई नीतियां बनाई हैं। हिमाचल उन प्रदेशों में है जिसने ड्रोन नीति बनाई है। इसके लिए जयराम ठाकुर बधाई के पात्र हैं। पीएम मोदी ने कहा कि आजादी के तुरंत बाद जम्मू-कश्मीर से लेकर कारगिल युद्ध तक हिमाचल के जांबाजों ने सर्वोच्च बलिदान देकर मां भारती का सिर ऊंचा रखा है। पहाड़ी गांधी बाबा कांशी राम समेत हिमाचल के अनेक सेनानियों ने आजादी के आंदोलन में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है।
Even in UP & Uttarakhand, govts used to change every five years but people elected the BJP govt again in recent Assembly elections in both the states. Now, people are understanding the importance of stable govt: PM Modi pic.twitter.com/2Jte2j0Qp8
— ANI (@ANI) September 24, 2022
भाजपा सरकार की वापसी का मन बना चुके हैं हिमाचलवासी
आजादी के अमृत काल में भारत को विकसित राष्ट्र बनाने का संकल्प पूरा करेगी। हिमाचल के लोग, हिमाचल के युवा भी, भाजपा सरकार की वापसी का मन बना चुके हैं। हिमाचल के युवा जानते हैं कि साफ नीयत के साथ, ईमानदार नीयत के साथ हिमाचल का विकास कोई कर सकता है, तो वो भाजपा ही है। यूपी और उत्तराखंड में भी, हर पांच साल में सरकारें बदल जाती थीं, लेकिन दोनों राज्यों में हाल के विधानसभा चुनावों में लोगों ने फिर से भाजपा सरकार को चुना। अब लोग स्थिर सरकार के महत्व को समझ रहे हैं। रैली में शामिल होने से पहले पीएम ने मोदी ने ट्वीट कर कहा कि, ‘‘हिमाचल प्रदेश के मंडी में भारतीय जनता युवा मोर्चा की युवा विजय संकल्प रैली में ऊर्जावान कार्यकर्ताओं के बीच जाने को लेकर उत्सुक हूं।'' उन्होंने कहा, ‘‘राजग सरकार ने युवा शक्ति के सशक्तीकरण के लिए कई तरह की पहल की हैं ताकि वह आत्मनिर्भर हो सके।''