हाई अलर्ट : अचानक कोर्ट में मची अफरा-तफरी, मौके पर पहुंचे SP

punjabkesari.in Thursday, Dec 15, 2016 - 08:37 AM (IST)

मोहाली (राणा): कोर्ट में बुधवार दोपहर तब अफरा-तफरी मच गई जब पुलिस को सूचना को मिली कि अदालत के बाहर दो ग्रुपों में क्लैश हो सकता था। सूचना मिलते ही मौके पर एस.पी. के इलावा पी.सी.आर. इंचार्ज समेत कई पी.सी.आर. पार्टियां पहुंच गईं। इसके बाद तुरंत कोर्ट के बाहर बैरीकेड लगा दिए गए। इसके अलावा हर आने-जाने वाले पर कड़ी नजर रखी जा रही थी। हालांकि पुलिस अधिकारी इस बारे में कुछ भी बोलने से बचते रहे। इसके बाद मौके पर पहुंचे सीनियर अधिकारियों ने सिक्योरिटी स्टाफ को दिशा-निर्देश दिए, जिसके बाद पुलिस फोर्स ने अपनी पोजीशन संंभाल ली। कुछ दिन पहले हुए नाभा जेल ब्रक कांड के बाद से ही यहां पुलिस काफी अलर्ट है। 

 

फेज-3बी1 में पुराने कोर्ट काम्पलैक्स के बाहर व अंदर हो चुकी वारदातों के बाद भी मोहाली पुलिस को यहां सुरक्षा को लेकर कोई गंभीरता नहीं दिख रही थी। सैक्टर-76 में शिफ्ट हुए कोर्ट काम्पलैक्स में सुरक्षा व्यवस्था भी राम भरोसे छोड़ी गई थी, लेकिन अचानक पुलिस विभाग ने बुधवार कोर्ट व उसके बाहर हाई अलर्ट जारी कर दिया। इसके बाद कोर्ट के बाहर व अंदर की सुरक्षा बढ़ा दी गई। इस दौरान जो वाहन कोर्ट के बाहर सडकों पर खड़े थे उन्हें भी पुलिस ने कब्जे में ले लिया। पी.सी.आर. इंचार्ज अजय पाठक ने कहा कि अब कोई भी अपराधी जब पेशी पर कोर्ट में लाया जाएगा उससे एक या दो व्यक्ति ही मुलाकात कर सकते हैं। पहले 1 अपराधी को मिलने के लिए 40-50 लोग आ जाते थे और उसी दौरान उनकी दूसरे गुट के साथ झगड़ा हो जाता था और अब कोर्ट में पुलिस फोर्स भी बढ़ा दी है। इसके इलावा कोर्ट के बाहर एक एस.आई. ट्रैफिक की डयूूटी पर्मानैंट लगा दी है ताकि यहां ट्रैफिक की कोई समस्या न हो। 

 

वारदात को अंजाम दे हो सकते थे आसानी से फरार
कोर्ट परिसर के बाहरी गेट पर पुलिस सुरक्षा तक नहीं है। साथ ही यहां मैटल डिटैक्टरकी भी सुविधा तक नहीं है। ऐसे में कोर्ट काम्पलैक्स मे हथियार लेकर कोई भी आसानी से दाखिल होकर वारदात कर सकता है। इसी साल जनवरी में कोर्ट सैक्टर-76 मे नए कोर्ट काम्पलैक्स में शिफ्ट हुई है करीब 86 करोड की लागत से यह कोर्ट काम्पलैक्स तैयार किया गया है। 

 

पुराने कोर्ट काम्पलैक्स में हुई वारदातें
22 मई 2012 को कोर्ट काम्पलैक्स के बाहर सौदागर नामक व्यक्ति की कुल्हाड़ी मार हत्या कर दी थी। 
10 अगस्त 2011 को हत्या के मामलें में एक गवाह पर हथियारों से हमला किया गया।
21 नवम्बर 2011 को एक अपराधी ने पुलिस के साथ मारपीट करते हुए अपनी पगड़ी को आग लगा दी।  
7 अक्तूबर 2011 को  एक व्यक्ति पर दूसरे गुट के लोगों ने गोलियां चला दीं। घटना में एक अन्य व्यक्ति भी घायल हो गया था।


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