महाराष्ट्र में भारी बारिश का कहर: मराठवाड़ा में 53 लोगों की मौत, 22 लाख किसान हुए प्रभावित

punjabkesari.in Wednesday, Sep 11, 2024 - 03:14 PM (IST)

नेशनल डेस्क: महाराष्ट्र के मराठवाड़ा क्षेत्र में 1 से 6 सितंबर के बीच हुई भारी बारिश से कम से कम 53 लोगों की मौत हो गई और करीब 22 लाख किसान प्रभावित हुए। राज्य के राहत एवं पुनर्वास और कृषि विभागों द्वारा संकलित प्रारंभिक आंकड़ों के अनुसार, हिंगोली, जालना, छत्रपति संभाजीनगर, धाराशिव, नांदेड़ और परभणी जिलों में भारी से भारी और विनाशकारी बारिश हुई, जिससे कृषि को गंभीर नुकसान पहुंचा। 18 लाख हेक्टेयर से अधिक खत्री फसलें और बागवानी प्रभावित हुई है।

आंकड़ों के अनुसार, मराठवाड़ा के 22.48 लाख किसानों ने 18 लाख हेक्टेयर से अधिक क्षेत्र में फैली खरीफ फसलों और बागों को भारी नुकसान होने का अनुमान लगाया है। मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे के निर्देशों के बाद प्रशासन ने 7.20 लाख हेक्टेयर भूमि का पंचनामा (जमीनी स्तर पर आकलन) किया, जो कुल 18 लाख हेक्टेयर का लगभग 39.65 प्रतिशत है।

परभणी 85.5 प्रतिशत पंचनामा पूरा करके सूची में सबसे ऊपर है, इसके बाद हिंगोली में 67.38 प्रतिशत, लातूर में 33.82 प्रतिशत, बीड में 23.78 प्रतिशत, छत्रपति संभाजीनगर में 20.53 प्रतिशत, जालना में 15.43 प्रतिशत, नांदेड़ में 13.26 प्रतिशत और धाराशिव में सबसे कम 1.25 प्रतिशत पंचनामा पूरा हुआ है।

भारी बारिश से 53 लोगों की मौत 
प्रशासन फिलहाल शेष 11 लाख हेक्टेयर भूमि का पंचनामा करने में व्यस्त है। परभणी जिले में सबसे अधिक 85.5 प्रतिशत फसलों को नुकसान होने की सूचना है। राहत और पुनर्वास विभाग ने कहा है कि इस अवधि के दौरान 53 लोगों की जान चली गई और 16 घायल हुए। बारिश के कहर में करीब 1,269 पशु भी मारे गए।

2,423 मिट्टी के घर ढह गए
इसके अलावा, 14 कंक्रीट और मिट्टी के घर पूरी तरह से ढह गए, 384 कंक्रीट के घर आंशिक रूप से ढह गए और 2,423 मिट्टी के घर आंशिक रूप से ढह गए। इसके साथ ही, इस प्राकृतिक आपदा में 27 झोपड़ियाँ ढह गईं या नष्ट हो गईं और 182 गौशालाएं भी क्षतिग्रस्त हो गईं। विपक्ष ने राज्य सरकार से बारिश से प्रभावित किसानों और अन्य लोगों को तत्काल वित्तीय सहायता प्रदान करने की मांग की है।


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Content Editor

rajesh kumar

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