स्कूल-कॉलेज बंद, दफ्तरों में वर्क फ्रॉम होम...इन राज्यों में भारी बारिश का अलर्ट
punjabkesari.in Wednesday, Oct 16, 2024 - 05:59 AM (IST)
नेशनल डेस्कः दक्षिण भारत के चार राज्यों- कर्नाटक, पुडुचेरी, तमिलनाडु और आंध्र प्रदेश में मौसम विभाग (आईएमडी) ने भारी बारिश का अलर्ट जारी किया है, जिसके कारण कई जिलों में स्कूलों और कॉलेजों को बंद करने का निर्णय लिया गया है। कर्नाटक की राजधानी बेंगलुरु और राज्य के मध्य और दक्षिणी हिस्सों में भारी बारिश के चलते जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया है। आईएमडी के अधिकारियों के अनुसार, बंगाल की खाड़ी के ऊपर बने कम दबाव के क्षेत्र के कारण यह वर्षा हो रही है।
आईएमडी ने बताया कि कर्नाटक के उत्तरी हिस्सों में अगले 24 घंटों में मौसम इसी तरह बना रहने की संभावना है, और यह स्थिति अगले चार दिनों तक जारी रह सकती है। भारी बारिश के कारण कई निचले इलाके जलमग्न हो गए हैं, जिससे लोगों को कठिनाइयों का सामना करना पड़ रहा है। तटीय कर्नाटक, तुमकुरु, मैसूरु, कोडागु, चिकमंगलुरु, हासन, कोलार, शिवमोगा और चिक्काबल्लापुर जिलों के लिए ‘येलो अलर्ट’ जारी किया गया है। इस स्थिति से जनजीवन प्रभावित हो सकता है।
पुडुचेरी में भी भारी बारिश को देखते हुए अलर्ट जारी किया गया है। सरकार ने मंगलवार को घोषणा की कि पुडुचेरी और कराईकल क्षेत्रों में सभी स्कूल और कॉलेज बुधवार को बंद रहेंगे। गृह मंत्री ए. नम्मसिवायम ने बताया कि भारी बारिश के मद्देनजर इन क्षेत्रों के सभी निजी और सरकारी सहायता प्राप्त संस्थान भी बंद रहेंगे। राष्ट्रीय आपदा मोचन बल (एनडीआरएफ) की 62 टीमों को पहले से ही तैनात किया गया है।
तमिलनाडु के चेन्नई और तिरुवल्लूर जैसे जिलों में मंगलवार को रुक-रुक कर बारिश हुई। आईएमडी ने बताया कि बंगाल की खाड़ी के ऊपर बना कम दबाव अब निम्न दबाव के क्षेत्र में बदल चुका है, और इसके अवदाब में बदलने की संभावना है। नगर निगम के अधिकारियों ने बताया कि तेज हवाओं से गिरे पेड़ों को हटा दिया गया है, और राज्य के स्कूलों और कॉलेजों में छुट्टियां घोषित कर दी गई हैं।
तमिलनाडु सरकार ने लोगों से मौसम संबंधी जानकारी के लिए 'टीएन अलर्ट ऐप' का उपयोग करने की अपील की है। आईटी कंपनियों के कर्मियों के लिए वर्क फ्रॉम होम की व्यवस्था की गई है, लेकिन मेट्रो रेल, विमान और ट्रेन सेवाओं पर अभी तक कोई प्रभाव नहीं पड़ा है। मुख्यमंत्री ने निर्देश दिया है कि राष्ट्रीय आपदा मोचन बल (एनडीआरएफ) और तमिलनाडु आपदा मोचन बल को प्रभावित क्षेत्रों में पहले से तैनात किया जाए।