महाराष्ट्र की जंग पर सुप्रीम कोर्ट में आज सुनवाई, वहीं, PM मोदी ने अर्जेटीना के राष्ट्रपति से की मुलाकात, मॉर्निंग न्यूज ब्रीफ में पढ़ें देश की बड़ी खबरें

punjabkesari.in Monday, Jun 27, 2022 - 06:11 AM (IST)

नई दिल्लीः महाराष्ट्र के ताजा‘सियासी संकट'से संबंधित विवाद उच्चतम न्यायालय तक पहुंच गया है। न्यायमूर्ति सूर्यकांत और न्यायमूर्ति जे. बी. पारदीवाला की अवकाशकालीन पीठ के समक्ष महाराष्ट्र सियासी संकट से संबंधित दो याचिकाएं सोमवार को सुनवाई के लिए सूचीबद्ध की गई हैं। ये याचिकाएं‘बागी'खेमे का नेतृत्वकर्ता माने जाने वाले एकनाथ शिंदे और एक अन्य विधायक भरत गोगावाले द्वारा अलग-अलग दायर की गई हैं।
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उधर, प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने रविवार को अर्जेंटीना के राष्ट्रपति अल्बर्टो फर्नांडीज से यहां मुलाकात की और दोनों नेताओं ने दोनों देशों के बीच वाणिज्यिक और सांस्कृतिक संबंधों को प्रगाढ़ बनाने के तरीकों पर चर्चा की। मोदी जी-7 शिखर सम्मेलन में हिस्सा लेने के लिए रविवार को जर्मनी के दो दिवसीय दौरे पर यहां पहुंचे। वह शक्तिशाली समूह और उसके सहयोगी देशों के नेताओं के साथ ऊर्जा, खाद्य सुरक्षा, आतंकवाद रोधी, पर्यावरण और लोकतंत्र जैसे मुद्दों पर चर्चा करेंगे। 

मॉर्निंग न्यूज ब्रीफ में पढ़ें देश की बड़ी खबरें- 

कांग्रेस पर PM मोदी का निशाना, आपातकाल को बताया लोकतंत्र का 'काला धब्बा'
पीएम नरेंद्र मोदी रविवार को जी7 शिखर सम्मेलन में हिस्सा लेने जर्मनी पहुंचे। यहा भारतीयों को संबोधित करते हुए पीएम मोदी ने रविवार को कहा कि 1975 में लगाया गया आपातकाल भारत के जीवंत लोकतंत्र पर एक ‘काला धब्बा’ है। पीएम मोदी ने कहा कि लोकतंत्र हर भारतीय के डीएनए में है और 47 साल पहले लोकतंत्र को बंधक बनाने और उसे कुचलने का प्रयास किया गया था लेकिन देश की जनता ने इसे कुचलने की तमाम साजिशों का लोकतांत्रिक तरीके से जवाब दिया। उन्होंने यहां ऑडी डोम स्टेडियम में प्रवासी भारतीयों को संबोधित करते हुए कहा, ‘हम भारतीय जहां भी रहते हैं अपने लोकतंत्र पर गर्व करते हैं।’

राष्ट्रपति, राज्यपाल और मुख्यमंत्री आज वृंदावन में, करीब 6 घंटे बंद रहेगा यातायात 
राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद, प्रदेश की राज्यपाल आनंदीबेन पटेल और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ सोमवार को वृंदावन में रहेंगे। सुबह राष्ट्रपति पहले हेलीकॉप्टर से 9:45 मिनट पर वृंदावन कृष्णा कुटीर के पास बने हेलीपैड पर उतरेंगे। यहां राज्यपाल और मुख्यमंत्री उनकी अगवानी करेंगे। इसके बाद राष्ट्रपति सुबह 10:05 बजे पर ठाकुर बांकेबिहारी मंदिर पहुंचेंगे। यहां वह करीब 40 मिनट रहेंगे। वह जब तक बांकेबिहारी मंदिर में रहेंगे, तब तक आम भक्तों को मंदिर में प्रवेश नहीं दिया जाएगा। ठाकुर बांकेबिहारी के दर्शन के बाद राष्ट्रपति 10:55 बजे कृष्णा कुटीर आश्रय सदन पहुंचेंगे।

शिंदे की बगावत के बाद उद्धव सरकार में आदित्य ठाकरे शिवसेना से बचे एकमात्र कैबिनेट मंत्री, जो MLA हैं 
महाराष्ट्र के कैबिनेट मंत्री उदय सामंत के रविवार को एकनाथ शिंदे के नेतृत्व वाले धड़े में शामिल होने के लिए गुवाहाटी पहुंचने के साथ ही उद्धव ठाकरे खेमे से आदित्य ठाकरे शिवसेना के एकमात्र कैबिनेट मंत्री बचे हैं, जो विधायक हैं। जबकि उनकी पार्टी के शेष तीन कैबिनेट मंत्री विधान परिषद के सदस्य हैं। उच्च और तकनीकी शिक्षा विभाग का नेतृत्व करने वाले सामंत एकनाथ शिंदे खेमे में शामिल होने वाले शिवसेना के नौवें मंत्री हैं। 

तीस्ता सीतलवाड़ 5 दिन की रिमांड पर भेजी गईं
अहमदाबाद की एक मेट्रोपॉलिटन कोर्ट ने सोशल एक्टिविस्ट तीस्ता सीतलवाड़ और गुजरात के पूर्व डीजीपी आरबी श्रीकुमार को पांच दिन की रिमांड पर भेज दिया है। इस दौरान क्राइम ब्रांच दोनों से उनके खिलाफ दर्ज धोखाधड़ी, आपराधिक षड्यंत्र और क्रिमिनल प्रोसीडिंग में बाधा पहुंचाने संबंधी मुकदमों में पूछताछ करेगी। इसके साथ ही गुजरात सरकार ने रविवार को एक स्पेशल इंवेस्टिगेशन टीम (एसआईटी) के गठन का भी फैसला लिया है। यह जांच टीम प्रदेश एटीएस डीआईजी दीपन भद्रन के नेतृत्व में काम करेगी। यह टीम तीस्ता सीतलवाड़, श्रीकुमार और आईपीएस संजीव भट्ट के खिलाफ उन मुकदमों की जांच करेगी, जिसके मुताबिक इन तीनों पर 2002 के गुजरात दंगों के संबंध में झूठे बयान देने के आरोप हैं। 

संजय राउत पर एकनाथ शिंदे का पलटवार, कहा- शिवसेना को बचाने के लिए मर भी जाएं, तो कोई बात नहीं 
महाराष्ट्र में जारी सियासी संकट के बीच नेताओं का वार पलटवार भी जारी है। अब शिवसेना नेता संजय राउत के बयान पर बागी नेता एकनाथ शिंदे ने पलटवार किया है। एकनाथ शिंदे ने संजय राउत के हमले पर ट्वीट करते हुए जवाब दिया है। उन्होंने ट्वीट किया, "बालासाहेब ठाकरे के हिंदुत्व के विचारों के लिए और बालासाहेब की शिवसेना को बचाने के लिए मर भी जाएं, तो भी कोई बात नहीं। ऐसा हुआ तो हम सब इसे अपना भाग्य समझेंगे।"

वयस्कों की तरह बच्चों में भी लंबे समय तक रह सकता है कोविड का प्रभाव 
वयस्कों की तरह बच्चों में भी कोविड के कुछ लक्षण लंबे समय तक बने रहने का जिक्र करते हुए विशेषज्ञों ने रविवार को कहा कि इसमें घबराने की कोई बात नहीं है, हालांकि, उन्होंने शुरुआती दौर में ही इलाज की आवश्यकता पर बल दिया।'लांसेट चाइल्ड एंड एडोलसेंट हेल्थ जर्नल' में हाल में प्रकाशित एक अध्ययन के मुताबिक, सार्स-सीओवी-2 वायरस से संक्रमित बच्चों में कम से कम दो महीने तक कोविड के लक्षण बरकरार रह सकते हैं। 14 साल तक के बच्चों में लंबे समय तक कोविड के प्रभाव के संबंध में डेनमार्क में किए गए अध्ययन में यह निष्कर्ष सामने आया है। 

 


 
 


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Content Writer

Pardeep

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