एजेंड की गलती पड़ी भारी, हरप्रीत की कहानी सुनें खुद उसकी जुबानी, देखें वीडियो
punjabkesari.in Friday, Feb 07, 2025 - 02:52 PM (IST)
नेशनल डेस्क : अमेरिका से डिर्पोट किए भारतीयों का पहला जत्था देश पहुंच चुका है। इनमें 33 लोग हरियाणा और गुजरात से, 30 लोग पंजाब से, तीन-तीन लोग महाराष्ट्र और उत्तर प्रदेश से और दो लोग चंडीगढ़ से थे। यह पहला मौका था जब अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के प्रशासन के तहत भारतीयों को इस तरह डिपोर्ट किया गया।
हरप्रीत ने साझा किया अनुभव-
भारत पहुंचे लोगों द्वारा अपने- अपने दर्द भरे अनुभव साझा किए जा रहे हैं। हाल ही में अमेरिका से लौटे हरप्रीत सिंह ललिया ने अपनी कहानी बताई है। उन्होंने बताया कि अमेरिका से भारत लाते समय उनके हाथों में हथकड़ी और पैरों में जंजीर डालकर फ्लाइट में चढ़ाया गया। उनका सपना कनाडा जाकर काम करने का था, लेकिन उनके एजेंड की एक गलती उनके सपनों पर पानी फेर दिया।
<
Indian immigrants deported by the US were subjected to inhumane treatment—chained, deprived of basic necessities, and treated with severe disrespect during their flight.
— Razia Pathan (@Raziawrites) February 7, 2025
This is Harpreet Singh from Maharashtra who Deported from USA 👇 pic.twitter.com/ioxA1Logxe
>
रिश्तेदारों और बैंक से लिया उधार-
हरप्रीत सिंह ललिया ने बताया कि उन्होंने अपने रिश्तेदारों और बैंको से 50 लाख रुपए का उधार लिया है। अमेरिका पहुंचने के लिए उन्होंने काफी मुश्किल रास्ता तय किया। इस दौरान स्पेन, ग्वाटेमाला, निकारागुआ, होंडुरास और मैक्सिको होते हुए वे अमेरिकी सीमा तक पहुंचे। मैक्सिकों में माफिया ने उन्हें 10 दिन तक बंधक बना कर रखा। इसके बाद उन्हें पहाड़ चढ़कर 16 घंटे तक पैदल चलना पड़ा।
एजेंड की गलती पड़ी भारी-
हरप्रीत सिंह ने बताया कि उनका सिर्फ मकसद कनाडा जाकर काम करना था, लेकिन एजेंट की लापरवाही की वजह से उन्हें बहुत बुरी स्थिति का सामना करना पड़ा। उन्होंने कहा कि अमेरिका में हिरासत में रहते हुए उन्हें बेहद खराब और अमानवीय व्यवहार का सामना करना पड़ा और अंत में उन्हें देश से बाहर कर दिया गया। अब उनका सपना तो टूट चुका है, साथ ही उन पर भारी कर्ज का बोझ भी है।