Health Alert: सीने में दर्द है? ये संकेत बताएंगे हार्टबर्न है या हार्ट अटैक

punjabkesari.in Friday, Apr 11, 2025 - 01:26 PM (IST)

नेशलन डेस्क: जब भी छाती में तेज या हल्का दर्द होता है, तो मन में डर बैठ जाता है – कहीं यह हार्ट अटैक तो नहीं? लेकिन कई बार यह दर्द हार्टबर्न यानी गैस, एसिडिटी या एसिड रिफ्लक्स की वजह से भी हो सकता है। दोनों स्थितियों में दर्द सीने में होता है, लेकिन इनकी प्राकृतिक वजहें और खतरे बिल्कुल अलग होते हैं। 

हार्टबर्न क्या होता है और कैसे लगता है?

डॉ. के अनुसार, हार्टबर्न पेट में बनने वाले एसिड के खाने की नली में वापस आने के कारण होता है, जिसे मेडिकल भाषा में एसिड रिफ्लक्स कहा जाता है। इसमें मरीज को छाती के बीच में जलन जैसी तकलीफ महसूस होती है, जो खाना खाने के बाद और लेटने पर बढ़ सकती है।

हार्टबर्न के लक्षण:

  • सीने के बीचोंबीच जलन

  • खट्टी डकार आना

  • खाना गले तक वापस आना

  • ज्यादा लार बनना

  • खाना खाने के तुरंत बाद दर्द का बढ़ना

  • दर्द कुछ देर में कम हो जाना

हार्ट अटैक कैसा होता है और कैसे समझें?

डॉ. बताते हैं कि हार्ट अटैक तब होता है जब दिल को खून पहुंचाने वाली नली में ब्लॉकेज आ जाती है और दिल की मांसपेशियों को पर्याप्त ऑक्सीजन नहीं मिलती। यह स्थिति बहुत खतरनाक हो सकती है।

हार्ट अटैक के लक्षण:

  • छाती में भारीपन या दबाव जैसा दर्द

  • दर्द गर्दन, कंधे या बाएं हाथ तक फैल सकता है

  • पसीना आना

  • चक्कर आना

  • सांस फूलना

  • घबराहट या बेचैनी

  • काम करने पर दर्द बढ़ना और आराम करने पर भी कम न होना

  • उल्टी या जी मिचलाना

डॉक्टरों की सलाह: हार्टबर्न और हार्ट अटैक में कैसे करें फर्क?

1. समय और स्थिति पर ध्यान दें:

हार्टबर्न आमतौर पर खाना खाने के तुरंत बाद या लेटते समय बढ़ता है। वहीं, हार्ट अटैक का दर्द शारीरिक मेहनत या तनाव के समय उभरता है।

2. दर्द की प्रकृति को समझें:

हार्टबर्न में दर्द जलन जैसा होता है, जबकि हार्ट अटैक में दर्द भारीपन या दबाव जैसा होता है।

3. दर्द की दिशा पर ध्यान दें:

हार्टबर्न में दर्द सीमित होता है जबकि हार्ट अटैक का दर्द गर्दन, जबड़े, कंधे और बांहों तक फैल सकता है।

4. लक्षणों की तीव्रता:

हार्ट अटैक में पसीना, कमजोरी और उल्टी जैसे लक्षण जुड़ जाते हैं, जबकि हार्टबर्न में ऐसा नहीं होता।

कब करें तुरंत डॉक्टर से संपर्क?

यदि छाती का दर्द पहली बार हो रहा है और उसमें घबराहट, पसीना, चक्कर या बांहों में दर्द शामिल हो, तो इसे नजरअंदाज बिल्कुल न करें। बेहतर यही है कि ऐसे हर संदेह को पहले हार्ट अटैक मानकर ECG या मेडिकल जांच कराई जाए।

डॉ. का कहना है – "देर करने से जान भी जा सकती है, इसलिए संदेह हो तो सीधे अस्पताल जाएं, खुद से इलाज न करें।"

किन्हें होता है ज्यादा खतरा?

  • जिनको डायबिटीज, हाई ब्लड प्रेशर या कोलेस्ट्रॉल की समस्या है

  • जिनकी उम्र 40 साल से ज्यादा है

  • जो धूम्रपान या शराब का सेवन करते हैं

  • जिनके परिवार में हृदय रोग का इतिहास रहा हो

क्या करें बचाव के लिए?

  • अधिक मसालेदार और तली-भुनी चीजों से बचें

  • खाना खाने के बाद तुरंत न लेटें

  • नियमित व्यायाम करें

  • तनाव कम करें

  • समय-समय पर हेल्थ चेकअप कराएं


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Content Editor

Ashutosh Chaubey

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