Health Alert: खांसी देती हैं फेफड़ों के कैंसर का संकेत? जानें लक्षण
punjabkesari.in Tuesday, Feb 18, 2025 - 12:37 PM (IST)
![](https://static.punjabkesari.in/multimedia/2025_2image_12_37_135150697cancer1.jpg)
नेशनल डेस्क: खांसी एक सामान्य समस्या हो सकती है, लेकिन क्या आप जानते हैं कि कभी-कभी यह फेफड़ों की गंभीर बीमारी का संकेत भी हो सकती है? यदि खांसी लगातार बनी रहती है या फिर यह 3 सप्ताह से अधिक समय तक चलती है, तो इसे नजरअंदाज करना खतरनाक हो सकता है। हेल्थ एक्सपर्ट के अनुसार, लगातार खांसी फेफड़ों से संबंधित विभिन्न बीमारियों का संकेत हो सकती है, जैसे कि क्रोनिक ऑब्सट्रक्टिव पल्मोनरी डिजीज (COPD), फेफड़ों का कैंसर, और निमोनिया। आइए जानते हैं इन बीमारियों के बारे में विस्तार से और खांसी के संभावित लक्षणों को कैसे पहचाने?
खांसी और फेफड़ों की गंभीर बीमारियां
जब खांसी सामान्य से अधिक समय तक रहती है, तब यह शरीर में किसी गंभीर समस्या का संकेत हो सकती है। इस लेख में हम आपको कुछ प्रमुख फेफड़ों की बीमारियों के बारे में बताएंगे, जो खांसी से जुड़ी हो सकती हैं।
1. क्रोनिक ऑब्सट्रक्टिव पल्मोनरी डिजीज (COPD)
क्रोनिक ऑब्सट्रक्टिव पल्मोनरी डिजीज, जिसे COPD भी कहा जाता है, फेफड़ों की एक गंभीर बीमारी है, जो आमतौर पर सिगरेट के धुएं, वायु प्रदूषण या धूल के संपर्क में आने से होती है। इसका प्रमुख लक्षण लगातार खांसी है, जो बलगम वाली हो सकती है। जैसे-जैसे बीमारी बढ़ती है, सांस लेने में तकलीफ, घरघराहट और थकान जैसी समस्याएं भी हो सकती हैं।
COPD के प्रमुख लक्षण:
- लगातार खांसी, जो बलगम वाली हो सकती है
- सांस लेने में तकलीफ और घरघराहट
- थकान और कमजोर महसूस करना
- सीने में दर्द और भारीपन
अगर आपको ये लक्षण महसूस हो रहे हैं, तो बिना देर किए डॉक्टर से संपर्क करें।
2. फेफड़ों का कैंसर
फेफड़ों के कैंसर का सबसे प्रमुख लक्षण पुरानी खांसी हो सकती है, खासकर जब यह समय के साथ बदलने लगे या फिर लगातार बनी रहे। फेफड़ों के कैंसर से खून वाली खांसी (हीमोप्टाइसिस) भी हो सकती है। इसके अलावा, कुछ अन्य लक्षणों में बिना कारण वजन घटना, सीने में दर्द, सांस लेने में दिक्कत और घरघराहट शामिल हैं।
फेफड़ों के कैंसर के लक्षण:
- खून वाली खांसी (हीमोप्टाइसिस)
- वजन में बिना किसी कारण कमी आना
- सीने में दर्द और दबाव
- सांस लेने में दिक्कत और घरघराहट
यदि खांसी के साथ इन लक्षणों का अनुभव हो, तो तुरंत जांच करवाना जरूरी है, क्योंकि फेफड़ों का कैंसर जल्दी फैल सकता है।
3. निमोनिया (Pneumonia)
निमोनिया एक गंभीर फेफड़ों का संक्रमण है, जो खांसी का कारण बन सकता है। यह संक्रमण बैक्टीरिया या वायरल इंफेक्शन के कारण होता है, और अगर इसका सही इलाज न किया जाए, तो यह जानलेवा भी हो सकता है। निमोनिया की खांसी आमतौर पर बलगम या कफ वाली होती है। इसके साथ ही बुखार, ठंड लगना, सीने में दर्द और सांस लेने में परेशानी जैसी समस्याएं भी हो सकती हैं।
निमोनिया के लक्षण:
- लगातार खांसी, जो बलगम वाली हो सकती है
- बुखार और ठंड लगना
- सीने में दर्द और दबाव
- सांस लेने में परेशानी
निमोनिया का सही समय पर इलाज न होने पर यह स्थिति गंभीर हो सकती है, इसलिए इसके लक्षण दिखने पर तुरंत इलाज शुरू करना महत्वपूर्ण है।
खांसी से संबंधित अन्य महत्वपूर्ण बिंदु
जब खांसी 3 सप्ताह से अधिक समय तक रहती है या अगर यह समय के साथ बढ़ती है, तो इसे हल्के में नहीं लिया जाना चाहिए। इसके अलावा, खांसी के साथ अन्य लक्षणों जैसे कि वजन घटना, सीने में दर्द, खून वाली खांसी, और सांस लेने में तकलीफ का अनुभव होने पर तुरंत डॉक्टर से संपर्क करना चाहिए। डॉक्टर आपकी स्थिति का मूल्यांकन करके उचित परीक्षण और इलाज का सुझाव देंगे। खांसी से संबंधित किसी भी समस्या को नजरअंदाज न करें। यदि खांसी लगातार बनी रहती है और इसके साथ अन्य लक्षण भी होते हैं, तो यह फेफड़ों की गंभीर बीमारी का संकेत हो सकता है। इस कारण, इसे गंभीरता से लें और समय रहते इलाज कराएं।