हरियाणा: BJP के समर्थन में निर्दलीय विधायक, गोपाल कांडा बोले-बिना शर्त पार्टी के साथ
punjabkesari.in Friday, Oct 25, 2019 - 02:14 PM (IST)
नई दिल्लीः हरियाणा में भाजपा भले ही बड़ी पार्टी बनकर उभरी हो लेकिन सरकार बनाने के लिए अभी वो जद्दोजहद कर रही है। वहीं काग्रेस भी हरियाणा में अपनी सरकार बनाने का दावा कर रही है। फिलहाल अभी इस पर पेंच ही फंसा हुआ है कि हरियाणा में किसकी सरकार बनेगी। इसी बीच हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर शुक्रवार को चंडीगढ़ से दिल्ली पहुंचे और भाजपा के कार्यकारी अध्यक्ष जेपी नड्डा से मुलाकात की। इसके बाद दोनों नेताओं ने निर्दलीय विधायकों के साथ भी बैठक की। वहीं नड्डा से मुलाकात के बाद खट्टर ने कहा कि हरियाणा में सरकार बनाने का भाजपा दावा पेश करेगी बताएंगे कि यह कैसे संभव होगा। सूत्रों के मुताबिक खट्टर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह से भी मुलाकात कर सकते हैं।
भाजपा के समर्थक में निर्दलीय
हरियाणा विधानसभा चुनाव में जीत दर्ज करने वाले तीन निर्दलीय विधायकों ने शुक्रवार को भाजपा के कार्यकारी अध्यक्ष जे पी नड्डा से उनके आवास पर मुलाकात की और भाजपा को समर्थन देने की पेशकश की। ये तीन विधायक धर्मपाल गोंडन, नयनपाल रावत और सोमबीर सांगवान हैं। वहीं निर्दलीय गोपाल कांडा ने भी भाजपा को समर्थन देने की बात कही। कांडा ने कहा कि मेरा परिवार आरएसएस से जुड़ा है।
खट्टर के 8 कैबिनेट मंत्री हारे
खट्टर के आठ मंत्री भी इस चुनाव में चारों खाने चित्त हो गए। भाजपा ने अपने 10 मंत्रियों को चुनाव मैदान में उतारा था लेकिन इनमें से महज दो ही जीत दर्ज करने में कामयाब रहे। कैबिनेट मंत्री और पांच बार विधायक रहे अनिल विज अपनी पारंपरिक सीट अंबाला छावनी से जीत गए हैं। वहीं, राज्य मंत्री डॉ. बनवारी लाल ने भी बावल सीट से जीत दर्ज की है।
हारने वाले मंत्री
हारने वाले मंत्रियों में रामबिलास शर्मा (महेंद्रगढ़), कैप्टन अभिमन्यु (नारनौंद), ओमप्रकाश धनखड़ (बादली), कविता जैन (सोनीपत), कृष्णलाल पंवार (इसराना), मनीष कुमार ग्रोवर (रोहतक), कृष्ण कुमार बेदी (शाहबाद) और कर्ण देव कांबोज (रादौर) शामिल हैं। मुख्यमंत्री खट्टर ने करनाल सीट बरकरार रखी है। सत्तारूढ़ भाजपा के कई और प्रमुख नेताओं के सितारे गर्दिश में मिल गए जिनमें पार्टी के प्रदेश प्रमुख सुभाष बराला भी शामिल हैं । वह टोहाना सीट पर जजपा के देवेन्द्र सिंह से 52,302 मतों के भारी अंतर से हार गए ।