महामारी फैलने के कगार पर जम्मू , सफाईकर्मियों की हड़ताल से कूड़े का ढेर बना शहर

punjabkesari.in Thursday, Aug 01, 2019 - 04:17 PM (IST)

जम्मू (रोशनी): जम्मू नगर निगम की सिविक सफाई कर्मचारी यूनियन के सफाईकर्मियों की मांगों का अभी तक कोई नतीजा नहीं निकल पाया है, जिसके चलते आज भी सफाईकर्मियों की काम छोड़ हड़ताल जारी रही। सफाईकर्मियों ने हड़ताल के दौरान प्रदर्शन कर निगम प्रशासन से जल्द से जल्द मांगों को पूरा करने की गुहार लगाई। सफाईकर्मियों की हड़ताल के चलते शहर में सफाई के काम पर पूरी तरह से ब्रेक लग गई है, जिसके चलते जम्मू शहर कचरे के ढेर में तबदील होने लगा है। हालात इस कदर बदतर हो गए हैं कि महामारी फैलने के कगार पर जम्मू शहर पहुंच गया है। ऐसे में जम्मूवासियों को मलेरियां, डेंगू, हैजा एवं मौसमी बीमारियों के फैलने का खतरा सता रहा है। ऐसे में शहरवासियों की मांग है कि जम्मू नगर निगम व सफाईकर्मी आपस में बैठकर मांगों पर विचार करें, क्योंकि सफाईकर्मियों की हड़ताल व निगम प्रशासन के बीच कचरे की समस्या से जनता को परेशान होना पड़ रहा है।
 
लोगों के स्वास्थ्य के साथ खिलावाड़ न करे निगम : शहरवासी 
शहरवासी राजेंद्र शर्मा, भानू प्रताप, संजय शर्मा व नेजा देवी का कहना है कि जम्मू नगर निगम प्रशासन को समझना चाहिए कि शहर में सफाई न होने के कारण शहर पूरी तरह से कचरे के ढेर में तबदील होने लगा है। हर गली, नाली व मोहल्ले में कचरा फैला हुआ है और ऊपर से बारिश के मौसम के चलते एक ही जगह पर पड़े हुए कचरे से बदबू भी आने लगी है, जिससे लोगों के लिए सांस तक लेना मुश्किल हो गई है। उन्होंने कहा कि जम्मू नगर निगम ही है जो शहर की जनता को सफाई सुविधा व स्वच्छ वातावरण देने की बात करता है और उसी निगम को समझना चाहिए कि शहर में सफाई न होने के कारण लोगों को किनती परेशानी हो रही है। उन्होंने कहा कि निगम को शहर के लोगों के स्वास्थ्य के साथ खिलावाड़ नहीं करना चाहिए। 
 

PunjabKesari
स्मार्ट के बदले, गंदा होता जा रहा जम्मू 
जम्मू शहरवासियों को सफाई व निगम संबंधित सुविधाएं देने का जिम्मा जम्मू नगर निगम का है। शहर में विभिन्न कामों के लिए निगम के अपने-अपने विंग हैं। इन्ही में से एक विंग स्वस्छता का आता है, जिसमें सफाईकर्मचारी आते हैं। स्वस्छता विंग में विशेष रूप से शहर में सफाई व्यवस्था का ध्यान रखता है, लेकिन जब सफाईकर्मी ही हड़ताल पर हैं, तो शहर में स्वच्छता के बदले हर जगह कचरा ही दिख रहा है। ऐसे में जम्मू स्मार्ट बनने के बदले गंदा होता जा रहा है। 
 
सिर्फ 6 हजार रूपए में कर रहे गंदगी को साफ 
प्रधान रिंकू गिल ने बताया कि सिर्फ 6000 रूपए में सफाईकर्मचारी शहर की गंदगी उठाने का काम करे हैं क्योंकि उनको उम्मीद है कि वे कभी न कभी कैज्यूल या फिर नियमित होगें, लेकिन यदि 26 वार्डों को आउटसोर्स कर दिया जाता है तो सफाई के सभी कार्य ठेके पर किए जाएगें। ऐसे में ठेकेदार जब मर्जी किसी को काम पर रखेंगे और जब मर्जी निकाल देगें। ऐसे में किसी को भी पक्का रोजगार नहीं मिलेगा। 
 
सभी मांगें निगम स्तर की : रिंकू
जम्मू नगर निगम की सिविक सफाई कर्मचारी यूनियन के प्रधान रिंकू गिल ने बताया कि यूनियन की मांग राज्य सरकार स्तर की नहीं हैं। यूनियन की सभी मांगों निगम प्रशासन स्तर तक की ही हैं। इसलिए निगम प्रशासन को यूनियन की मांगों को जल्द से जल्द पूरा करना चाहिए। है। उन्होंने कहा कि निगम द्वारा यूनियन को सिर्फ आश्वासन दिया जा रहा है, लेकिन जबतक आर्डर नहीं निकाला जाता तबतक  यूनियन हड़ताल खत्म नहीं करेगी। इसके साथ ही उन्होंने कहा कि निगम द्वारा सफाईकर्मियों की भर्ती में फिजिकल टेस्ट की बात की जा रही है तो वॉक के साथ उम्मीदवार से झाडू भी लगवाया जाए। उन्होंने कहा कि सभी उम्मीदवारों ने भर्ती फार्म पर फिजिकल प्रमाण पत्र लगाया हुआ 
 
यूनियन की मांगें
1. जम्मू नगर निगम का पुनर्गठन किया जाए। 
2. सफाईकर्मियों के लिए नई निगम कॉलोनी को सेंक्शन किया जाए। 
3. निगम के ड्राईवरों, जिन्होंने 13 वर्षों से पूरी तरह नियमित रूप से सेवाए दी हैं, उन्हें नियमित किया जाए।
4. 600 सफाईकर्मचारियों की भर्ती पर काम किया जाए। 
5. सफाईकर्मचारियों के लिए गज्जटिड हॉली डे सेंक्शन की जाए। 
6. ढाई दिनों के वेतन का भुगतान किया जाए। 
7.शहर के 26 वार्डों को आउटसोर्स न किया जाए। 
 


सबसे ज्यादा पढ़े गए

Monika Jamwal

Recommended News

Related News