हरसिमरत का इमरान से कुरैशी के खिलाफ कार्रवाई का आग्रह
punjabkesari.in Monday, Dec 03, 2018 - 01:56 AM (IST)
नई दिल्ली: अकाली दल की नेता एवं केन्द्रीय खाद्य प्रसंस्करण मंत्री हरसिमरत कौर बादल ने रविवार को पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान से करतारपुुर कॉरिडोर मामले में विदेश मंत्री शाह महमूद कुरैशी की ‘गुगली’वाली टिप्पणी और सिखों की भावनाओं को ठेस पहुंचाने के कारण उनके खिलाफ कार्रवाई करने का आग्रह किया।
.@ImranKhanPTI ji no one should be allowed to play with religious sentiments. Your commitment to peace should’nt be a hollow promise. Please walk the talk & take action against Mehmood Qureshi imm. for politicising religious issue to assuage hurt feelings of Sikhs./2
— Harsimrat Kaur Badal (@HarsimratBadal_) December 2, 2018
कौर ने खान को संबोधित करते हुए ट्वीट किया,‘‘कृपया धार्मिक मसले का राजनीतिकरण करके सिखों की भावनाओं को ठोस पहुंचाने वाले महमूद कुरैशी के खिलाफ कार्रवाई करें।’’ करतारपुर कॉरिडोर के शिलान्यास कार्यक्रम में भारत सरकार की प्रतिनिधि के रूप में 28 नवंबर को पाकिस्तान गईं केन्द्रीय मंत्री ने पाकिस्तानी प्रधानमंत्री पर दबाव बनाते हुए कई ट्वीट किए।
I urge Pak PM @ImranKhanPTI to take action against his minister for hurting sentiments of Sikhs and peace efforts by equating attendance at function at Sri Kartarpur Sahib with trapping India by bowling a googly. Nothing can be more disgusting than this./1
— Harsimrat Kaur Badal (@HarsimratBadal_) December 2, 2018
एक अन्य ट्वीट में उन्होंने कहा,‘‘ मैं पाकिस्तानी प्रधानमंत्री इमरान खान से आग्रह करती हूं कि श्री करतारपुर साहिब कार्यक्रम में भारत की उपस्थिति को ‘गुगली’ फेंक कर फंसाने का बयान देकर शांति प्रयासों और सिख समुदाय की भावनाओं को ठेस पहुंचाने वाले अपने मंत्री के खिलाफ कदम उठाएं। इससे ज्यादा और कुछ घृणित नहीं हो सकता।’’
उन्होंने कहा,‘‘किसी को भो धार्मिक भावनाओं से खेलने का अधिकार नहीं दिया जाना चाहिए। शांति के प्रति आपकी प्रतिबद्धता सतही नहीं होनी चाहिए।’’ कौर के साथ करतारपुर कॉरिडोर कार्यक्रम में शरीक होने पाकिस्तान गए दूसरे केन्द्रीय मंत्री हरदीप सिंह पुरी ने भी कुरैशी की ‘गुगली’ वाली टिप्पणी पर प्रतिक्रिया दी। पुरी ने कहा,‘‘अगर पाकिस्तान अपनी इसी नीति पर कायम रहता है तो कारतारपुर कॉरिडोर के शिलान्यास कार्यक्रम से दोनों देशों के बीच बनी सछ्वावना बची नहीं रहेगी।