H3N2 फ्लू: दिल्ली सरकार अलर्ट पर, स्वास्थ्य मंत्री बोले – अस्पतालों में सभी तरह की तैयारी कर ली गई
punjabkesari.in Saturday, Sep 13, 2025 - 08:10 AM (IST)

नई दिल्ली: राजधानी में H3N2 वायरस को लेकर बढ़ती चिंताओं के बीच दिल्ली के स्वास्थ्य मंत्री पंकज सिंह ने लोगों को आश्वस्त करते हुए कहा है कि यह कोई गंभीर बीमारी नहीं है, बल्कि एक सामान्य मौसमी वायरल संक्रमण है जिससे डरने की आवश्यकता नहीं है। उन्होंने साफ कहा कि सरकार और स्वास्थ्य विभाग पूरी स्थिति पर नजर रखे हुए हैं और सभी ज़रूरी प्रबंध किए जा चुके हैं।
यह सामान्य वायरल है, घबराएं नहीं, सतर्क रहें
शुक्रवार, 12 सितंबर को मीडिया को संबोधित करते हुए मंत्री पंकज सिंह ने कहा, “H3N2 को लेकर घबराने की कोई जरूरत नहीं है। यह बिल्कुल वैसा ही वायरल है जैसा हर साल मौसम बदलते वक्त देखने को मिलता है। समय पर इलाज और आराम से यह आसानी से ठीक हो जाता है।” उन्होंने लोगों से अपील की कि अफवाहों पर ध्यान न दें और कोई भी लक्षण दिखने पर नजदीकी स्वास्थ्य केंद्र में जांच जरूर कराएं।
अस्पतालों में किए गए व्यापक इंतज़ाम
दिल्ली सरकार ने इस वायरस के संक्रमण से निपटने के लिए सरकारी और निजी दोनों अस्पतालों को अलर्ट मोड पर रखा है। सभी अस्पतालों में:
-मरीजों की जांच के लिए विशेष काउंटर
-फ्लू से निपटने वाली दवाओं का पर्याप्त भंडारण
-ज़रूरत पड़ने पर आइसोलेशन की सुविधा
-डॉक्टरों और मेडिकल स्टाफ के लिए विशेष दिशा-निर्देश जारी कर दिए गए हैं।
बचाव के लिए क्या करें?
स्वास्थ्य मंत्री ने यह भी बताया कि H3N2 से बचने के लिए कुछ सरल सावधानियां बेहद कारगर हैं:
-हाथों की बार-बार सफाई करें
-सार्वजनिक जगहों पर मास्क पहनें
-खांसी-जुकाम होने पर घर पर आराम करें
-भीड़भाड़ वाली जगहों से दूरी बनाए रखें
-पौष्टिक आहार और पर्याप्त नींद लें
उन्होंने कहा कि छोटे बच्चे, बुजुर्ग और पहले से बीमार लोग ज्यादा सावधानी बरतें।
क्या है H3N2 वायरस?
H3N2 एक प्रकार का इन्फ्लुएंजा A वायरस है जो मुख्य रूप से श्वसन प्रणाली को प्रभावित करता है। यह वायरस संक्रमित व्यक्ति के खांसने, छींकने या बात करने से निकलने वाली सूक्ष्म बूंदों के जरिए तेजी से फैल सकता है।
इसके आम लक्षणों में शामिल हैं:
-तेज़ बुखार
-गले में खराश
-खांसी
-बदन दर्द
-अत्यधिक थकावट
ज्यादा खतरा उन लोगों को होता है जिनकी रोग प्रतिरोधक क्षमता कमज़ोर होती है।
सरकार की अपील – सावधानी रखें, अफवाहों से दूर रहें
स्वास्थ्य मंत्री ने अंत में जनता से आग्रह किया कि वे सोशल मीडिया या अन्य माध्यमों पर फैल रही बिना पुष्टि वाली जानकारियों से बचें और किसी भी परेशानी में नजदीकी डॉक्टर से संपर्क करें। "यह एक मौसमी बीमारी है, समय रहते इलाज कराना और कुछ सामान्य एहतियात बरतना ही इसका सबसे बड़ा इलाज है।"