गुमनामी बाबा के बक्से से मिले कई चौंकाने वाले सबूत

punjabkesari.in Sunday, Mar 20, 2016 - 01:34 PM (IST)

नई दिल्ली: नेताजी सुभाष चंद्र बोस और गुमनामी बाबा के बीच की सच्चाई और रहस्य के बारे में जानने के तहत सरकारी कोषागार में डबल लॉक में रखे गए फैजाबाद के गुमनामी बाबा के 26वें बक्से को खोलने के बाद एक समन मिला है,जो नेताजी सुभाष चंद्र बोस के भाई सुरेश चंद्र बोस को खोसला कमीशन की ओर से 1972 में भेजे गया था। बक्से में गुमनामी बाबा के टूटे हुए चार दांत भी मिले हैं। इसके बाद रहस्यमयी गुमनामी बाबा के नेताजी सुभाष चंद्र बोस होने की अटकलों को और ताकत मिल गई है। 

 

अदालत के आदेश के बाद लगातार गुमनामी बाबा के सामान के बॉक्स खोले जा रहे हैं। इससे पहले उनके बक्से से नेताजी की फैमिली फोटो मिली थी। फोटो में नेताजी के माता-पिता जानकीनाथ बोस और प्रभावती बोस के साथ परिवार के लोग दिखाई दे रहे हैं।

 

बता दे कि अपनी जिंदगी के आखिरी तीन साल (1982-85) गुमनामी बाबा फैजाबाद के राम भवन में रहे। भवन के मालिक शक्ति सिंह ने उनकी तस्वीरों की तस्दीक की है। बाबा के सामानों की जांच के लिए फैजाबाद कलेक्ट्रेट की ओर से बनाई गई प्रशासकीय समिति में शक्ति सिंह भी विशेष तौर पर शामिल किए गए थे। सिंह ने बताया कि 4 फरवरी 1986 में सुभाष चंद्र बोस के भाई की बेटी ललिता बोस राम भवन आई थीं। उन्होंने तब इस तस्वीर में परिवार के लोगों की पहचान की थी।

 

बाबा के बक्से से मिले सामानों में पवित्र मोहन राय की चिट्ठियां भी हैं। वह आजाद हिंद फौज की गुप्तचर शाखा के अधिकारी थे। इसके अलावा राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के एम.एस गोलवरकर समेत कई जानी मानी हस्तियों की चिट्ठियां भी मिली हैं। इस बक्से में कुछ टेलीग्राम भी पाए गए हैं साथ ही जर्मनी का बना हुआ एक टाइपराइटर भी मिला है। 


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