ऑपरेशन सिंदूर पर सबूत मांगना देश से नहीं, सेना से विश्वासघात है: भाजपा
punjabkesari.in Friday, May 30, 2025 - 06:01 PM (IST)

नेशनल डेस्क: भाजपा प्रवक्ता ने कहा,‘‘ आज ये लोग कह रहे हैं कि ‘आतंकवादी घूम रहे हैं और सांसद घूम रहे हैं।' राहुल गांधी, रेवंत रेड्डी और जयराम रमेश जैसे कांग्रेस नेता सवाल पूछते हैं ‘बताइए, कितने जहाज गिराए?' क्या यह सवाल पूछने लायक है? क्या उन्हें यह समझ नहीं आता कि यह सुरक्षा से जुड़ा मसला है? भारत की सेना ने, आतंकवादियों के नौ अड्डों को पूरी तरह ध्वस्त किया। सैटेलाइट इमेज जारी किए गए। डीजीएमओ ने बाकायदा प्रेस कॉन्फ्रेंस में सबूतों के साथ बताया कि किस तरह इन अड्डों को नेस्तनाबूद किया गया। ‘पहले और अब' की तस्वीरें दिखाई गईं कहां पर बम गिरा, कहां पर एयरबेस तबाह हुए, कहां पाकिस्तानी फाइटर जेट्स नष्ट हुए, कहां उनके रिफ्यूलिंग सेंटर खत्म हुए, किस हवाई पट्टी को मारा गया सब दिखाया गया। अगर कोई लड़ाकू विमान गिरता है तो उसका मलबा होता है, सैटेलाइट तस्वीरें होती हैं, अंतरराष्ट्रीय विश्लेषक उस पर टिप्पणी करते हैं। पूरी दुनिया की निगाह होती है उस पर।
परंतु ऐसा कुछ नहीं हुआ, क्योंकि ऐसा कुछ हुआ ही नहीं। अब तो पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ स्वयं स्वीकार कर चुके हैं कि ‘नौ और 10 मई' की रात को उन्होंने भारतीय सेना को जवाब देने का निर्णय लिया था, लेकिन उससे पहले ही भारत ने ब्रह्मोस मिसाइलों से पाकिस्तान के सैन्य ठिकानों पर हमला कर दिया। उन्होंने खुद स्वीकारा किया है कि भारत की सेना ने पहले ही कारर्वाई कर दी थी। यह वही शहबाज शरीफ हैं, जिनसे राहुल गांधी और कांग्रेस नेताओं के अच्छे रिश्ते हैं। अब राहुल जी बताएं जब आपके ही मित्र और पाकिस्तान के प्रधानमंत्री कह रहे हैं कि भारत ने हमला किया, तो आप भारत से सबूत क्यों मांग रहे हैं? क्यों सवाल कर रहे हैं?''
डॉ. पात्रा ने कहा,‘‘ राहुल गांधी और उनके सहयोगी पहले दिन से ही ऐसे बयान दे रहे हैं जो पाकिस्तान की भाषा लगते हैं। एक तरफ कहते हैं कि युद्ध नहीं होना चाहिए, पाकिस्तान से संवाद होना चाहिए। दूसरी तरफ कहते हैं कि वे भारत सरकार के साथ खड़े हैं। जब भारत ने सिंधु जल संधि तोड़ी, तब कांग्रेस नेताओं ने कहा कि यह ‘मानवीय विषय' है, पाकिस्तान का पानी नहीं रोकना चाहिए। क्या भारत के जवानों की जान ‘मानवीय विषय' नहीं है? सिद्दारमैया जैसे नेता कहते हैं ‘युद्ध ठीक नहीं है, हमें युद्ध नहीं करना चाहिए।' राहुल गांधी, जयराम रमेश और रेवंत रेड्डी पूछते हैं ‘कितने राफेल गिराए' सेना कोई स्कोर काडर् नहीं बनाती, वह दुश्मन को जवाब देती है लेकिन कांग्रेस पार्टी पहले दिन से ही सेना से नहीं, देश से नहीं, केवल राजनीति से जुड़ी रही है। ये जो पाकिस्तान के बब्बर हैं, वो हिंदुस्तान के गब्बर बन गए हैं। हिंदुस्तान के इन गब्बरों की वही दशा होगी जो जय और वीरू ने असली गब्बर का किया था। भारत का जय और भारत की वीरता के कारण गब्बर की हार सुनिश्चित हुई थी, और आज भी यही होगा।
कभी राहुल गांधी ने यह नहीं पूछा कि कितने आतंकवादी मारे गए? कितने आतंकी ठिकाने नष्ट हुए? कितने पाकिस्तानी एयरबेस ध्वस्त हुए? मगर हर बार यही पूछा कि भारत के कितने जहाज गिरे।'' उन्होंने कहा,‘‘कल श्री जयराम रमेश की प्रेस वार्ता में कम से कम यह तो स्वीकार किया गया कि भारत की अर्थव्यवस्था 10 गुना बढ़ चुकी है। उस पूरी प्रेस वार्ता में यह एकमात्र सत्य था। श्री राहुल गांधी एक और सवाल का जवाब दें, क्या कांग्रेस दो भागों में बंट चुकी है? एक वह कांग्रेस जो पाकिस्तान का समर्थन कर रही है और दूसरी वह जिसमें कुछ गिने-चुने देशभक्त नेता हैं, जो राहुल गांधी के भय से अपनी आवाज नहीं उठा पा रहे।
राहुल गांधी की जय हिंद यात्रा, जय हिंद से अधिक जय पाकिस्तान यात्रा लग रही है। अगर यही जारी रहा, तो कांग्रेस पार्टी जय हिंद यात्रा बंद कर दे और पाकिस्तान के साथ मिलकर एक संयुक्त प्रेस वार्ता कर ले। यही कांग्रेस की सच्ची मानसिकता है।'' डॉ. पात्रा ने कहा,‘‘ पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने कल जो कहा है, वह अत्यंत निंदनीय है। उन्होंने पूछा ‘क्या प्रधानमंत्री श्री मोदी सभी महिलाओं के पति हैं?' इस पर कोई टिप्पणी नहीं करना चाहता हूं, क्योंकि यह बयान खुद में ही शर्मनाक है। प्रधानमंत्री श्री मोदी सबके सेवक हैं किसी के पिता तुल्य हैं, किसी के भाई हैं। इसमें भी कोई संदेह नहीं कि घुसपैठियों, रोहिंग्याओं और बंगलादेशी घुसपैठियों को शरण देने का सबसे बड़ा काम अगर किसी ने किया है तो वह ममता बनर्जी ने किया है। उन सभी घुसपैठियों की चहेती अगर कोई नेता हैं, तो वह ममता ही हैं।''