गिर वन में शेरों की मौत का मामला: SC की चिंता के बाद गुजरात सरकार ने दी सफाई

punjabkesari.in Thursday, Oct 04, 2018 - 11:19 AM (IST)

नेशनल डेस्क: दुनिया में एशियाई शेरों के एकमात्र निवास गुजरात के गिर वन के केवल एक ही हिस्से में पिछले 20 दिनों में 23 शेरों की मौत को लेकर सुप्रीम कोर्ट ने भी चिंता जताई है। कोर्ट के हस्ताक्षर के बाद राज्य सरकार ने सफाई दी कि शेरों की मौत अलग अलग कारणों से हुई है और इनमें से चार में कैनाइन डिस्टेंपर यानी सीडी विषाणु पाये गये हैं तथा बाकी बचाने के लिए सभी संभव उपाय किये जा रहे हैं।  वन मंत्री गणपत वसावा ने कहा कि गिर वन क्षेत्र के शेरों की हर तीन माह पर विशेष निगरानी और जांच की जायेगी। 

अलग अलग कारणों से हुई मौत
वसावा ने कहा कि शेरों की मौत अलग अलग कारणों से हुई है। कई की मौत वर्चस्व की लड़ाई में घायल होने के चलते हुई है और चार मामलों में सीडी विषाणु और सात में प्रोटोजोआ संक्रमण की बात भी सामने आयी है। देश के शीर्ष पशु चिकित्सा संस्थानों और विदेशों के भी विशेषज्ञों की सलाह ली जा रही है। उन्होंने इस बात से भी इंकार किया कि वन क्षेत्र में सिंहों के लिए शिकार की कमी है। उन्होंने बताया कि फिलहाल निगरानी में रखे गये तीन शेरों की हालत गंभीर है। 

23 शेरों की हो चुकी है मौत 
अतिरिक्त मुख्य सचिव वन राजीव गुप्ता ने कहा कि अगले सात दिन में आसपास के पशुओं में टीकाकरण किया जायेगा। मख्यमंत्री की सलाह पर रायल वेटनरी सोसायटी ऑफ लंदन से भी इस मामले में मदद ली जा रही है।  ज्ञातव्य है कि सुप्रीम कोर्ट के न्यायमूर्ति मदन बी लोकुर की अदालत ने जंगलों से जुड़े एक मामले की सुनवाई के दौरान शेरों की मौत की घटना को अत्यंत गंभीर बताते हुए केंद्र सरकार से उन्हें बचाने के लिए कदम उठाने को कहा। 12 से 19 सितंबर तक 11 शेरों की मौत अमरेली जिले के दलखनिया रेंज के सरसिया इलाके में तथा 20 से दो अक्टूबर तक 12 अन्य शेरों की मौत इलाज के दौरान हुई है। 


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vasudha

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