जेल में 2 बच्चों के चेहरे पर मुहर लगाने वाली गार्ड निलंबित

punjabkesari.in Wednesday, Aug 09, 2017 - 08:17 PM (IST)

भोपाल: भोपाल केन्द्रीय जेल में राखी के मौके पर जेल कैदियों से मुलाकात करने आये मुलाकातियों में से 2 बच्चों के चेहरों पर कथित रूप से भोपाल केन्द्रीय जेल की मुहर लगाने के मामले में एक महिला प्रहरी को आज निलंबित कर दिया गया। जेल पुलिस महानिरीक्षक संजय चौधरी ने यह जानकारी दी। उन्होंने कहा कि इन बच्चों के गालों पर मुहर लगाने के मामले में महिला प्रहरी की लापरवाही पाई गई। उसी ने इन दोनों बच्चों के चेहरे पर मुहर लगाई थी। लेकिन यह दुर्भावना से नहीं लगाई गई थी। जेल में कैदियों से मिलने आने वाले आगंतुकों को प्रवेश के दौरान अमूमन हाथ पर मुहर लगाई जाती है लेकिन इन 2 बच्चों के गाल पर मुहर लगाई गई थी।

मध्यप्रदेश मानवाधिकार आयोग के जनसपर्क अधिकारी एल आर सिसोदिया ने बताया कि मानवाधिकार आयोग ने एक किशोरी सहित इन 2 बच्चों के चेहरे पर लगाई गई इस मुहर पर संज्ञान लिया और जेल महानिदेशक को इस संबंध में कल नोटिस जारी करके 7 दिन के अंदर उनसे जवाब मांगा। सिसोदिया ने बताया कि मानवाधिकार आयोग का मानना है कि बच्चों के चेहरे पर इस तरह जेल प्रशासन द्वारा मुहर लगाना मानवाधिकारों और बाल अधिकारों को उल्लंघन है।

आयोग द्वारा नोटिस मिलने के बाद जेल विभाग हरकत में आया और इस कृत्य को गंभीरता से लेते हुए महिला प्रहरी पर सख्त कार्रवाई करके निलंबित किया। हालांकि, भोपाल केन्द्रीय जेल के अधीक्षक दिनेश नरगावे ने बताया था कि राखी के दिन जेल में कैदियों से मिलने के लिए तकरीबन 8,500 मुलाकाती आते हैं। कुछ महिलाएं एवं लड़कियां बुर्का पहनकर आती हैं। इसलिए गलती से मुहर हाथ की बजाय गाल पर लग गई होगी। ऐसा प्रतीत होता है कि यह जान-बूझकर नहीं लगाई गई है। उन्होंने कहा था कि दरअसल, जेल में परिजनों को कैदियों से मिलने से पहले पहचान चिन्ह के लिए इस तरह की मुहर हाथ पर लगाई जाती है, ताकि कोई कैदी भीड़ का फायदा उठाकर बाहर न निकल जाये।


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