सोने से मंहगी हुई ईंटें! 2500 ईंटों का दाम 1.25 लाख रुपए, वायरल हुआ बिल

punjabkesari.in Saturday, Aug 30, 2025 - 04:30 PM (IST)

नेशनल डेस्क: मध्य प्रदेश के शाहडोल जिले के पंचायतों में एक बार फिर से अजीब गणित के खेल देखने को मिल रहे हैं। इस बार बारी आई है ईंटों के बिल की, जिसने सबको हैरान कर दिया। भातिया ग्राम पंचायत द्वारा 2,500 ईंटों का बिल ₹1.25 लाख के लिए स्वीकार किया गया है, जिसका मतलब है कि एक ईंट की कीमत ₹50 है - जो सामान्य कीमत से लगभग दस गुना ज्यादा है।

यह बिल चेतन प्रसाद कुशवाहा के नाम पर है, जो पेरिबहारा गांव के निवासी हैं। बिल में बताया गया है कि यह ईंटें पतेरा टोला में आंगनवाड़ी भवन की बाउंड्री वॉल के निर्माण के लिए खरीदी गई थीं। इस बिल पर भातिया पंचायत के सरपंच और सचिव के हस्ताक्षर भी हैं।

यह कोई पहला मामला नहीं है। इससे पहले कुडरी ग्राम पंचायत में ₹4,000 की राशि सिर्फ दो पन्नों की फोटोकॉपी के लिए स्वीकृत की गई थी। जुलाई में भधवाही गांव में हुए जल गंगा संवर्धन अभियान में 14 किलो ड्राई फ्रूट्स, 30 किलो नमकीन और 9 किलो फल का खर्च दिखाया गया, जो सभी के लिए हैरान करने वाला था।

इतना ही नहीं, इन बिलों को जारी करने वाली दुकानों पर भी सवाल उठ रहे हैं। एक 'ग्रोसरी स्टोर' से बिल जारी किया गया, लेकिन उस दुकान में ना तो बिल बुक थी, और ना ही कोई ड्राई फ्रूट्स मौजूद थे। वहीं, एक दूसरी दुकान से घी और फल का बिल आया, लेकिन वह दुकान असल में रेत, बजरी और ईंटें बेचने वाली थी।

जब यह 'ड्राई फ्रूट घोटाला' ठंडा हुआ ही था, तब मउगंज जिले ने नया विवाद खड़ा किया। वहां एक 40 मिनट के जल गंगा संवर्धन अभियान का बिल ₹10 लाख से ज्यादा का आया, जिसमें तंबू, चादर, बिस्तर जैसे सामान के खर्च भी शामिल थे।

इस पर शाहडोल के कलेक्टर डॉ. केदार सिंह ने स्वीकार किया कि कुछ गड़बड़ी हो रही है। उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिए हैं कि हर रोज़ 10-12 पंचायतों की जांच की जाए, ताकि यह पता चल सके कि यह गलती से हुआ है या जानबूझकर धोखाधड़ी की गई है।


सबसे ज्यादा पढ़े गए

Content Writer

Anu Malhotra

Related News