Gold-Silver Rate: सोने और चांदी की कीमत में भारी गिरावट, जानें क्यों बाजार में मचा हड़कंप
punjabkesari.in Monday, Apr 07, 2025 - 11:23 PM (IST)

नेशनल डेस्क: सोमवार को घरेलू बाजार में सोने और चांदी की कीमतों में जबरदस्त गिरावट दर्ज की गई। जहां सोना 1,550 रुपये प्रति 10 ग्राम टूटा, वहीं चांदी भी 3,000 रुपये प्रति किलो लुढ़क गई। ये गिरावट ऐसे समय आई है जब निवेशक पहले ही बाजार की अस्थिरता को लेकर सतर्क हैं। इस तेज गिरावट का असर न केवल खरीददारों पर बल्कि जूलरी विक्रेताओं और स्टॉकिस्टों पर भी पड़ा है। जानकारों का कहना है कि ग्लोबल मार्केट में कमजोरी और घरेलू बिकवाली की वजह से यह गिरावट आई है।
सोने के दाम में भारी गिरावट
राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में सोमवार को 24 कैरेट सोना 1,550 रुपये सस्ता होकर 91,450 रुपये प्रति 10 ग्राम पर आ गया। शुक्रवार को यही सोना 93,000 रुपये प्रति 10 ग्राम पर था। वहीं 99.5% शुद्धता वाला सोना भी 1,550 रुपये गिरकर 91,000 रुपये प्रति 10 ग्राम हो गया। इस तरह एक ही दिन में सोने ने निवेशकों को बड़ा झटका दिया है।
चांदी भी नहीं रही पीछे, 5 दिन में 10,500 रुपये टूटी
चांदी के दामों में भी जबरदस्त गिरावट देखने को मिली। सोमवार को चांदी 3,000 रुपये टूटकर 92,500 रुपये प्रति किलोग्राम पर आ गई। जबकि शुक्रवार को यह 95,500 रुपये प्रति किलो पर थी। बीते पांच कारोबारी सत्रों में चांदी की कीमतों में 10,500 रुपये प्रति किलो की गिरावट दर्ज की गई है। हालांकि एशियाई बाजारों में हाजिर चांदी में 1.65% की हल्की तेजी देखी गई और यह 30.04 डॉलर प्रति औंस पर पहुंच गई।
ग्लोबल ट्रेंड और बिकवाली बनी गिरावट की वजह
एचडीएफसी सिक्योरिटीज के वरिष्ठ विश्लेषक सौमिल गांधी ने बताया कि, "सोमवार को सोने की कीमत में गिरावट का कारण निवेशकों की भारी बिकवाली और बाजार में फैली घबराहट रही। इसके चलते सुरक्षित निवेश के तौर पर माने जाने वाले सोने पर भी दबाव बना।" ग्लोबल लेवल पर हाजिर सोना 10.16 डॉलर या 0.33% गिरकर 3,027.20 डॉलर प्रति औंस पर आ गया। यह संकेत देता है कि वैश्विक अनिश्चितता सोने की कीमतों को लगातार प्रभावित कर रही है।
अमेरिका की नीतियों से जुड़ा है भविष्य
एलकेपी सिक्योरिटीज के वीपी जतिन त्रिवेदी के अनुसार, "अमेरिका में उपभोक्ता मूल्य सूचकांक (CPI) डेटा आने वाला है, जिससे ब्याज दरों को लेकर बाजार की उम्मीदें तय होंगी। अगर ब्याज दरों में बदलाव हुआ, तो इसका सीधा असर सोने की कीमतों पर पड़ेगा।" अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप द्वारा लगाए गए टैरिफ और चीन के जवाबी रुख ने भी बाजार की धारणा को कमजोर किया है। इससे इक्विटी और कमोडिटी दोनों बाजारों में अनिश्चितता बढ़ गई है।
भारतीय रिजर्व बैंक की बैठक पर भी नजर
घरेलू निवेशक अब भारतीय रिजर्व बैंक की मौद्रिक नीति समीक्षा बैठक पर निगाहें लगाए हुए हैं। कोटक सिक्योरिटीज की रिपोर्ट के मुताबिक, इस बैठक में लिए गए निर्णयों का असर भी सोने-चांदी की कीमतों पर दिखेगा। अगर दरों में कोई बड़ा बदलाव हुआ तो निवेशक फिर से सोने की ओर रुख कर सकते हैं। लेकिन फिलहाल बाजार में घबराहट बनी हुई है।
खरीदने वालों के लिए सुनहरा मौका?
सोने और चांदी की कीमतों में आई इस गिरावट से एक तरफ निवेशकों को नुकसान हुआ है, लेकिन दूसरी ओर आम खरीदारों के लिए यह एक अच्छा मौका हो सकता है। शादी या निवेश के लिहाज से अब खरीदी करने वाले लोगों को काफी सस्ते दामों में सोना मिल सकता है। हालांकि विशेषज्ञ यह भी सलाह दे रहे हैं कि अभी बाजार स्थिर नहीं है और कोई भी निवेश सोच-समझकर ही करें।