Gold price down: जल्द सोने की कीमतें ₹55,000–₹60,000 प्रति 10 ग्राम! एक्सपर्ट ने दी चौंकाने वाली रिपोर्ट
punjabkesari.in Monday, Apr 14, 2025 - 11:35 AM (IST)

नेशनल डेस्क: बीते कुछ महीनों में सोने की कीमतों में ऐसी तेज़ी देखने को मिली है जिसने निवेशकों से लेकर आम खरीदारों तक सभी को हैरान कर दिया है। जो सोना कभी एक स्थिर और सुरक्षित निवेश माना जाता था, अब उसकी कीमतें बुलबुले की तरह बढ़ती नजर आ रही हैं। सवाल उठने लगा है — क्या यह तेजी स्थायी है या फिर 2013 की तरह एक और ‘गोल्ड क्रैश’ आने वाला है?
अगस्त से अप्रैल तक ₹22,000 की उड़ान
2024 के अगस्त महीने में 10 ग्राम सोने की कीमत करीब ₹74,222 थी, जो 12 अप्रैल, 2025 को बढ़कर ₹96,450 तक पहुंच गई। ट्रेडिंग के दौरान तो यह ₹97,000 के स्तर को भी पार कर चुका है। यानी सिर्फ 7 महीनों में ही सोने की कीमतों में ₹22,000 से अधिक का इजाफा हुआ है।
2013: जब सोने की चमक फीकी पड़ी थी
इतिहास को देखें तो 2013 में सोने ने कुछ ऐसा ही किया था। उस वक्त अंतरराष्ट्रीय बाज़ार में सोना $1930 प्रति औंस तक चढ़ा, फिर अचानक $1100 प्रति औंस तक गिर गया। यह लगभग 47% की गिरावट थी। यह गिरावट अमेरिकी केंद्रीय बैंक की QE (Quantitative Easing) पॉलिसी में कटौती, गोल्ड ETF से भारी निकासी और डॉलर की मजबूती के चलते आई थी। अब कुछ एक्सपर्ट्स को लग रहा है कि 2025 में फिर से कुछ ऐसा ही देखने को मिल सकता है।
एक्सपर्ट्स की चेतावनी:
एक्सपर्ट ने साफ कहा है कि मौजूदा तेजी खतरे की घंटी हो सकती है। वैश्विक आर्थिक माहौल फिलहाल अस्थिर है — ट्रंप की टैरिफ पॉलिसी, डॉलर की कमजोरी और केंद्रीय बैंकों की भारी गोल्ड खरीदारी ने सोने को सपोर्ट किया है। लेकिन जैसे ही हालात सामान्य होंगे, बाजार में भारी गिरावट आ सकती है। अगर स्थिति 2013 जैसी बनी, तो सोना जो फिलहाल $3230 प्रति औंस तक पहुंच चुका है, वह गिरकर $1820 प्रति औंस तक आ सकता है। इसका असर घरेलू बाजार में भी दिखेगा। सोने की कीमतें ₹55,000–₹60,000 प्रति 10 ग्राम तक गिर सकती हैं।
सोना-चांदी का टूटता रेश्यो
सोने की कीमत आम तौर पर चांदी की तुलना में आधी होती थी — यानी अगर 10 ग्राम सोना ₹50,000 का हो तो 1 किलो चांदी ₹1,00,000 की। लेकिन अब दोनों की कीमतें लगभग बराबर हैं, जो बाज़ार में असंतुलन का संकेत दे रही हैं और एक संभावित करेक्शन की ओर इशारा कर रही हैं।
Gold ETF से निकासी भी शुरू
रिटेल निवेशक भी सतर्क हो गए हैं। AMFI के आंकड़ों के अनुसार, मार्च 2025 में गोल्ड ETF से ₹77 करोड़ की निकासी की गई, वो भी तब जब सोने की कीमत रिकॉर्ड ऊंचाई पर थी। यह दर्शाता है कि निवेशक मुनाफा बुक कर रहे हैं और अब सोने को लेकर सतर्क हो गए हैं।