बृजभूषण सिंह के बेटे को टिकट देने पर PM मोदी पर बरसी कांग्रेस

punjabkesari.in Sunday, May 05, 2024 - 09:00 PM (IST)

नई दिल्ली : कांग्रेस ने भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) द्वारा सांसद बृजभूषण शरण सिंह के बेटे करण भूषण सिंह को कैसरगंज लोकसभा सीट से टिकट देने के लिए प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी पर निशाना साधा। कांग्रेस महासचिव जयराम रमेश ने प्रधानमंत्री मोदी के अयोध्या दौरे से पहले उनसे सवाल पूछे। रमेश ने ‘एक्स' पर कहा, ‘‘क्या मोदी के भारत में महिलाएं कभी सुरक्षित रहेंगी? प्रधानमंत्री ने सूर्य घर योजना के तहत ‘‘मुफ्त'' बिजली देने को लेकर अयोध्या से झूठ क्यों बोला?

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PM मोदी ने फिर देश की बेटियों के साथ विश्वासघात किया
उत्तर प्रदेश के युवाओं ने ‘जॉब मार्केट' से हाथ क्यों जोड़ लिया है?'' प्रधानमंत्री के बयानों को जुमला करार देते हुए रमेश ने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी ने एक बार फिर भारत की बेटियों के साथ विश्वासघात किया है। कांग्रेस महासचिव ने पोस्ट में कहा, ‘‘सांसद बृजभूषण शरण सिंह को उनके जघन्य अपराधों के लिए दंडित किया जाना चाहिए था, लेकिन भाजपा ने पड़ोस के कैसरगंज लोकसभा सीट से उनके बेटे करण भूषण सिंह को टिकट देकर उसे सम्मानित किया है।'' उन्होंने कहा, ‘‘यह उन सभी महिलाओं के चेहरे पर तमाचे जैसा है, जिन्होंने अपने करियर को दांव पर लगाया और न्याय की लड़ाई में कई दिनों तक धूप और बारिश में सड़कों पर सोईं।''

 मोदी के परिवार' में नारी शक्ति केवल एक नारा भर
कांग्रेस नेता ने ‘एक्स' पर कहा, ‘‘यह स्पष्ट हो गया है कि ‘मोदी के परिवार' में नारी शक्ति केवल एक नारा भर है। यह परिवार यौन हिंसा के अपराधियों को आश्रय देता है, चाहे वह हासन से सांसद प्रज्वल रेवन्ना हों या भारतीय कुश्ती महासंघ (डब्ल्यूएफआई) के पूर्व अध्यक्ष बृजभूषण शरण सिंह।'' उन्होंने कहा, ‘‘क्या मोदी के भारत में महिलाएं कभी सुरक्षित रहेंगी? क्या प्रधानमंत्री की सत्ता की भूख हमेशा भारत की बेटियों की सुरक्षा से अधिक महत्वपूर्ण रहेगी?'' रमेश ने यह भी कहा कि पीएम सूर्य घर मुफ्त बिजली योजना प्रधानमंत्री मोदी का सबसे नया जुमला है।

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‘मुफ्त बिजली' लेने से पहले 70,000 खर्च होते है 
कांग्रेस नेता ने पोस्ट में कहा, ‘‘अयोध्या की रैलियों में भाजपा ने अपनी मुफ्त सौर ऊर्जा योजना से ‘24 घंटे बिजली, शून्य बिजली बिल और बिजली से कमाई' का दावा किया था। लेकिन हकीकत में, नागरिकों को ‘मुफ्त बिजली' का लाभ उठाने से पहले सौर पैनल लगाने के लिए कम से कम 70,000 रुपए खर्च करने होंगे।'' उन्होंने कहा, ‘‘यही कारण है कि उत्तर प्रदेश की पहली ‘सोलर सिटी' मानी जाने वाली अयोध्या की कौशलपुरी कॉलोनी में केवल कुछ ही परिवार वास्तव में सोलर पैनल खरीदने में सक्षम हुए हैं। भाजपा ने अयोध्या की जनता को क्यों धोखा दिया है?''

हालात इतने ख़राब है कि युवा काम ढूंढना ही छोड़ रहे
रमेश ने यह भी दावा किया कि उत्तर प्रदेश के रोजगार बाजार में हालात इतने ख़राब हो गए हैं कि युवा काम ढूंढना ही छोड़ रहे हैं। उन्होंने कहा, ‘‘पिछले साल उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने वादा किया था कि वह अगले 3-4 वर्षों में राज्य में 2 करोड़ नयी नौकरियों के अवसर पैदा करेंगे। यह वही वादा है जो प्रधानमंत्री ने भी 2014 में सत्ता में आने से पहले किया था। हम जानते हैं कि इसके बाद क्या हुआ-वर्षों की रिकॉर्ड बेरोजगारी और धीमी वृद्धि।'' रमेश ने पोस्ट में कहा कि सेंटर फॉर मॉनिटरिंग इंडियन इकोनॉमी (सीएमआईई) के अनुसार 2023 में श्रम बल भागीदारी दर (एलएफपीआर) उत्तर प्रदेश में सिर्फ 39.5 प्रतिशत थी।

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युवाओं ने रोजगार बाजार को पूरी तरह से छोड़ दिया
उन्होंने कहा कि यह आबादी का वह हिस्सा है जो काम की तलाश में है। उन्होंने कहा कि महामारी के वर्षों सहित, 2017 के बाद से यह सबसे कम एलएफपीआर है। रमेश ने कहा कि श्रम भागीदारी में गिरावट से संकेत मिलता है कि युवाओं ने रोजगार बाजार को पूरी तरह से छोड़ दिया है। वे श्रम बल से बाहर रहना पसंद कर रहे हैं। रमेश ने इन मुद्दों पर सवाल करते हुए कहा, ‘‘प्रधानमंत्री और उनके सहयोगी यूपी के युवाओं से खोखले वादे क्यों करते रहते हैं? क्या उनके पास वास्तव में इन वादों को पूरा करने का दृष्टिकोण और क्षमता है?''


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Content Editor

Utsav Singh

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