जब्त की गई ईरानी नौका में सवार भारतीयों की रिहाई पर जिब्राल्टर लेगा निर्णय : ब्रिटेन

punjabkesari.in Wednesday, Jul 31, 2019 - 10:09 PM (IST)

नई दिल्लीः ईरान के साथ बढ़ते तनाव के बीच ब्रिटेन ने बुधवार को कहा कि जब्त किए गए ईरानी तेल टैंकर पर सवार 24 भारतीयों की रिहाई के सिलसिले में कानून के तहत जिब्राल्टर सरकार ही निर्णय ले सकती है।

ब्रिटिश नौसेनिकों ने चार जुलाई को ईरानी तेल टैंकर ‘ग्रेस1' को पकड़ने में जिब्राल्टर की मदद की थी। उसने आरोप लगाया था कि वह सीरिया पर यूरोपीय संघ द्वारा लगाए गए प्रतिबंधों का उल्लंघन कर रहा था। जवाबी कार्रवाई में ईरान के रिवॉल्यूशनरी गार्ड्स ने 19 जुलाई को ‘हरमुज जलडमरूमध्य' में ब्रिटेन के एक टैंकर को पकड़ लिया था। ब्रिटेन के जहाज ‘स्टेना इम्पेरो' में 18 भारतीय सवार थे।

संवाददाता सम्मेलन में ‘ग्रेस1' में सवार 24 भारतीयों की रिहाई और ‘स्टेना इम्पेरो' पर सवार लोगों को रिहा किए जाने के बीच संबंध होने के सवाल पर ब्रिटिश उच्चायुक्त डोमिनिक एस्क्विथ ने कहा, ‘‘ अदला-बदली का कोई सवाल ही नहीं होता। यह कोई अदला-बदली का खेल नहीं है।'' उन्होंने कहा कि ब्रिटिश नौसेनिकों ने ईरानी नौका के खिलाफ कार्रवाई की क्योंकि वह जिस देश में तेल ले जा रहा था, उस पर यूरोपीय संघ द्वारा प्रतिबंध लगे हैं। उन्होंने कहा, ‘‘ हम ‘ग्रेस1' पर सवार भारतीयों को रिहा नहीं कर सकते। इस पर जिब्राल्टर के अधिकारी ही निर्णय ले सकते हैं। उनकी खुद की न्यायिक प्रक्रिया है।

'' ‘ग्रेस1' में सवार भारतीय कप्तान के ईयू प्रतिबंधों की जानकारी ना होने वाले बयान पर एस्क्विथ ने कहा कि वह नाविक की टिप्णणी से हैरान हैं। विदेश मंत्रालय ने पिछले सप्ताह कहा था कि भारतीय अधिकारियों ने ‘ग्रेस1' में सवार 24 भारतीयों से मुलाकात कर उन्हें आश्वासन दिया है कि सरकार उनकी रिहाई और देश वापसी के संबंध में हरसंभव कदम उठा रही है। सूत्रों का कहना है कि चालक दल के 20 सदस्यों को जल्द ही रिहा किया जा सकता है और चार अन्य को जिब्राल्टर में कानूनी प्रक्रिया का सामना करना पड़ सकता है।

 


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Pardeep

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